Diwali 2024: दुकानों से लेकर घरों तक चाइनीज पटाखों की धूम, देसी का नहीं दिखा क्रेज; आदेश को भी किया अनदेखा
देर शाम तक दुकानों पर लोगों ने पहुंच कर पटाखा की खरीदारी किया और पूजा-पाठ के बाद पटाखे फोड़ने लगे। दुकानों से लेकर घरों तक चाइनीज पटाखों की धूम रही। दुकानदार अतुल कुमार ने बताया कि रोक के बाद भी पटाखा की खूब बिक्री हुई है और आम लोगों ने पसंद किया है। फुलझड़ी अनार बिजली बम गंधक-पोटाश की मात्रा बाजार में ग्राहकों की पहली पंसद बनी हुई हैं।
दुकानों से लेकर घरों तक चाइनीज पटाखों की धूम
आदेश का पालन भी नहीं किया गया
आसमान में दिखी सतरंगी छटा, गणेश-लक्ष्मी की हुई पूजा
दीपावली का त्योहार गुरुवार को श्रद्धा व भक्ति के साथ बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। शाम होते ही लोग अपने घरों में विधि-विधान के साथ गणेश-लक्ष्मी का पूजन-अर्चन करके दीपक जलाए। पूजा-पाठ करने के बाद लोगों ने एकदूसरे से गले मिल कर दीपावली की बधाई दी और मिठाई बांटकर खुशियां मनाई। दिन ढ़लते ही सतरंगी छटा से आसमान रंगीन हो गया। नगर से लेकर गांवों में देर रात तक चहल पहल देखने को मिला।
दीपावली का त्योहार सहजनवां तहसील मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक बड़े ही परम्परागत तरीके से मनाया गया। गुरुवार की सुबह से ही घरों की साफ-सफाई में लोग जुटे रहे। शाम हाते ही परिवार में बड़ा से लेकर छोटा सदस्य तक नया परिधान पहन कर रंगोली सजाई तथा दीपक जला कर भगवान गणेश व मां लक्ष्मी का पूजन-अर्चन किया। छप्पन भोग तथा लड्डू से भोग लगाया और भूजा, गट्टा, लावा व बताशा चढ़ाया गया।
ऐसा माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में पूजन करने से घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है। गणेश और लक्ष्मी अपनी कृपा से सभी के दुखों को हर लेते है। गुरुवार को दिवाली के दिन लोग गोबर से लिप्त भूमि पर पश्चिमाभिमुख तांबे का कलश गेहूं के ऊपर स्थापित करके व सुब्राह्मण से कलश प्रतिष्ठा कराकर कलश के ऊपर गोघृत या तिल के तेल का दीपक जलाते हैं, साथ ही श्री फल रखकर अलग दीप स्थापन विधि से दीप पूजन किए। भक्तों ने रोली, कुमकुम या लाल चंदन का गोल टीका या चंद्राकार टीका लगाए। आरती करके खील-बताशे आदि चढ़ाने के बाद अपने से बड़ों का आशीर्वाद लिया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।