Gorakhpur News: किशोर की हत्या के बाद गांव में नहीं मनी दीपावली, लक्ष्मी पंडाल में सोते समय गोली मारकर की गई थी हत्या
गोरखपुर जिले के सुरैना गांव में लक्ष्मी पूजा पंडाल में गोलीकांड के दौरान किशोर की हत्या के बाद दीपावली का पर्व नहीं मनाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में त्योहार की खुशियां मातम में बदल गई है। बीती होली को भी गांव में एक युवक की मौत हो गई थी। इसके बाद से गांव में होली नहीं मनाई गई थी।
जागरण संवाददाता, हरपुर बुदहट (गोरखपुर)। सुरैना में किशोर मोनू की हत्या के बाद ग्रामीणों ने रविवार को दीपावली नहीं मनाई। उधर, शनिवार की देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिवार में चित्कार मच गई। देर शाम पिता रामजतन ने राजघाट पर शव का अंतिम संस्कार किया। घटना के बाद पिता की तहरीर हरपुर बुदहट पुलिस ने आरोपित भोला निषाद के विरुद्ध केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गोलीकांड में घायल अजीत का बीआरडी मेडिकल कालेज में उपचार चल रहा है।
किशोर की हत्या के बाद पूरा गांव दुखी है। ग्रामीणों ने दीपावली नहीं मनाने का निर्णय लिया है। शुक्रवार की रात लक्ष्मी पूजा पंडाल में घटना के बाद शनिवार को छोटी दीपावली पर गांव में बैठी अन्य लक्ष्मी प्रतिमाओं का पट्ट भी बिना किसी शोर शराबे और गीत संगीत के खोल दिए गए। लोगों ने अपने-अपने घरों पर लगी झालरों और लाइट को उतार दिया। ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में त्योहार मान हो गया है। बीती होली को भी गांव में एक युवक की मृत्यु हो गयी थी। इसके बाद से गांव में होली नहीं मनाई गई थी।
आरोपित की गिरफ्तारी से लोगों को मिली राहत
मोनू की गोली मारकर हत्या करने वाला आरोपित भोला निषाद की गिरफ्तारी से लोगों ने राहत की सांस ली है। ग्रमीणों का कहना है कि वह जब भी रिश्तेदारी में गांव आता था तो पिस्टल रखकर खुलेआम गांव में बाइक दौड़ाता था। उसे किसी का भी डर नहीं रहता था। सुरैना गांव के कुछ लड़कों को भी उसने अपना मित्र बना रखा था। जब वह आता था तो लड़कों को लेकर गांव की पुलिया पर बैठता था। किसी को यह मालूम नहीं था कि वह गांव में इतनी बड़ी घटना कर सकता है।
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यह है घटना
पिपराइच, जंगल तिनकोनिया नंबर दो गांव के रहने वाले भोला साहनी के बड़े भाई की ससुराल हरपुर-बुदहट के सुरैना गांव में बेचन के घर है। भाई की ससुराल आते-जाते भोला की जान पहचान बेचन की भतीजी (छोटे भाई की बेटी) से हो गई, जिससे शादी करने का दबाव बनाने लगा। परिवार के लोग रिश्ते के विरुद्ध थे। मई में उन्होंने युवती की शादी बहरामपुर गांव तय की थी। जानकारी होने पर भोला ने लड़का पक्ष को अपने रिश्ते की जानकारी देकर शादी तोड़वा दी। इस बात को लेकर युवती के भाई अजीत व मोहित से भोला की फोन पर कहासुनी हुई थी। दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी थी।
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अजीत के दरवाजे पर लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा रखे जाने और रात में भाई मोहित के साथ पंडाल में सोने की जानकारी पर आरोपित शुक्रवार की रात पहुंचा। इसके बाद दोनों भाई की हत्या की नियत से गोली चला दी। कंबल ओढ़ने के चलते हुए उसे यह पता नहीं था कि अजीत के साथ उसका भाई नहीं, बल्कि पट्टीदारी का चचेरा भाई 14 वर्षीय मोनू साहनी सोया था। मोनू के सीने में बाएं तरफ लगी गोली पार हो गई, जबकि एक गोली अजीत के बाएं हाथ में फंस गई।