सीएम योगी आदित्यनाथ से पहले वनटांगिया गांव पहुंचे डीएम, अव्यवस्था पर बिफरे
वनटांगिया गांव में दीवाली मनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर पहुंचने से पहले प्रशासनिक अधिकारियों का अमला दो नवंबर को वनटांगिया गांव जंगल तिनकोनिया नंबर तीन पहुंच गया। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने सड़क से लेकर हेलीपैड और कार्यक्रम स्थल पर चल रही तैयारियों का निरीक्षण किया।
By Navneet Prakash TripathiEdited By: Updated: Wed, 03 Nov 2021 05:36 PM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। वनटांगिया गांव में दीवाली मनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर पहुंचने से पहले प्रशासनिक अधिकारियों का अमला दो नवंबर को वनटांगिया गांव जंगल तिनकोनिया नंबर तीन पहुंच गया। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने सड़क से लेकर हेलीपैड और कार्यक्रम स्थल पर चल रही तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद मातहतों को आवश्यक निर्देश दिए। कई बार कहने के बावजूद खराब 400 मीटर सड़क न बनाने पर नाराज डीएम ने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को फटकार लगाई तथा शीघ्र सड़क का निर्माण कार्य कराने का निर्देश दिया।
कमियां देख जिलाधिकारी ने जताई नाराजगीमुख्यमंत्री के वनटांगिया गांव में दीपावली पर आगमन को लेकर जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, सीडीओ इंद्रजीत सिंह व अन्य विभागों के अधिकारी जंगल तिनकोनिया नंबर तीन वनटांगिया गांव में पहुंचे। हेलीपैड का जायजा लेने के बाद अधिकारियों ने सड़क और कार्यक्रम स्थल पर चल रही तैयारियों का निरीक्षण किया। इस दौरान मिली कमियों पर नाराजगी जताते हुए तय समय में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के सचिव ने अधिकारियों के साथ की बैठकइधर, दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आए अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी अधिकारियों संग बैठक पूरी होने के बाद तैयारियों का जायजा लेने वनटांगिया गांव पहुंच गए। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए उन्होंने चरगांवा ब्लाक के रामगढ़ उर्फ रजही एवं भटहट गांव का भी निरीक्षण किया। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने सरकार की योजनाओं के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी। उन्होंने तय समय में तैयारियां पूर्ण करने को कहा।
2009 से वनटांगिया परिवारों के साथ दिवाली मना रहे सीएममुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2009 से कुसम्ही जंगल स्थित वनटांगिया गांव जंगल तिनकोनिया नंबर तीन में दीवाली में दीवाली मना रहे हैं। सीएम के प्रयासों के चलते यहां की तस्वीर बदल गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां तो योगी बाबा के नाम पर खुशियों के दीप जलते हैं। बाबा नहीं आएंगे तो दीप नहीं जलाएंगे।सांसद रहते हुए योगी ने लडी है वनटांगियों के हक की लडाई
सीएम योगी के नेतृत्व में गुरु श्रीगोरक्षनाथ अस्पताल की मोबाइल मेडिकल टीम ने 2003 से वनटांगियों को न्याय दिलाने के लिए प्रयास शुरू किया। 2007 आते-आते प्रयास मूर्त रूप लेने लगा। 2009 में तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ जंगल तिनकोनिया नंबर तीन में वनटांगिया बच्चों के लिए अस्थायी स्कूल का निर्माण करा रहे थे। वन विभाग ने इसे अवैध बताकर मुकदमा दर्ज करा दिया था, लेकिन तत्कालीन सांसद ने अपने तर्कों से वन विभाग को निरुत्तर कर दिया था और गांव में विद्यालय स्थापित हुआ।
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