Move to Jagran APP

Link Expressway: लिंक एक्सप्रेस वे बनाने वाली फर्म से 81 लाख रुपये का गबन, अधिकारियों के उड़े होश

Link Expressway News उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर में लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगी फर्म से 81 लाख रुपये की रॉयल्टी गबन का मामला सामने आया है। कार्यदायी संस्था के वरिष्ठ महाप्रबंधक की शिकायत पर एसएसपी ने साइबर थाना पुलिस को मामले की जांच सौंपी है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और जल्द ही शिकायतकर्ता को भी बुलाया जाएगा।

By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 14 Nov 2024 01:37 PM (IST)
Hero Image
लिंक एक्सप्रेस वे बनाने वाली फर्म से गबन। जागरण
जागरण संवाददाता, गाेरखपुर। लिंक एक्सप्रेस वे बनाने वाली फर्म की 81 लाख रुपये की रायल्टी गबन करने का मामला सामने आया है।कार्यदायी संस्था के वरिष्ठ महाप्रबंधक की शिकायत पर एसएसपी ने साइबर थाना पुलिस को मामले की जांच सौंपी है।मामले की जानकारी के लिए पुलिस ने कार्यदायी संस्था के कर्मचारियों से पूछताछ की है।जल्द ही शिकायतकर्ता काे भी बुलाया जाएगा।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण का ठेका लखनऊ की एपको फर्म को मिला है। फर्म ने विभिन्न जगहों से निर्माण सामग्री बालू, मोरंग, गिट्टी और ईंट मंगाए हैं। वर्ष 2020 से 24 तक के निर्माण सामग्री के रॉयल्टी पेपर फर्म ने पेमेंट कराने के लिए भूतत्व एंव खनिकर्म निदेशालय उत्तर प्रदेश पोर्टल पर अपलोड किया। तब पता चला कि सभी राल्यटी पेपर का पेमेंट पहले ही हो चुका है।

यह जानकर कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के होश उड़ गए। वरिष्ठ महाप्रबंधक ने इसकी लोक शिकायत दर्ज कराई।डीएम ने जांच पड़ताल कर कार्रवाई करने के लिए शिकायत पत्र एसएसपी को भेजा है।

इसे भी पढ़ें-बिना वीजा के भारत से नेपाल जाने के प्रयास में ईरानी नागरिक गिरफ्तार, पूछताछ में बताई ऐसी बात, सुनकर अध‍िकार‍ियों के उड़े होश

पुलिस को दिए दो हजार रायल्टी नंबर

कहीं से भी सामान लोड करने पर बिल देने के बाद वहां रायल्टी पेपर मिलता है। जिसे निर्माण कराने वाली फर्म बिल के साथ लगाकर पेमेंट कराती है। एपको फर्म ने भी पेमेंट कराने के लिए रॉयल्टी पेपर लगाया, तो यह खेल उजागर हुआ। फर्म ने करीब दो हजार रॉयल्टी नंबर साइबर थाना पुलिस को दिए हैं।

मामले की जांच में पुलिस जुट गई है। जागरण


एसपी क्राइम सुधीर कुमार जायसवाल ने कहा कि लोक शिकायत से पत्र साइबर थाने में आया है। मामले से जुड़े सभी बिंदुओं की गहनता से जांच चल रही है। शिकायकर्ता से कुछ दस्तावेज मांगे गए हैं। साक्ष्य के आधार पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।

इसे भी पढ़ें-लोकसेवा आयोग के पास प्रदर्शन कर रहे छात्रों को जबरन हटाने की कोशिश, पूर्व CM अखिलेश यादव के आने की संभावना 

मिक्सर मशीन चालक को बंधक बनाकर पीटा

कानपुर देहात के पलिया वार्ड नंबर छह कृष्णानगर निवासी कपिल ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि गीडा सेक्टर-26 स्थित एक कंट्रक्शन कंपनी में मिक्सर मशीन चलाते हैं। ठीकेदार ने तीन माह से वेतन नहीं दिए। रुपये मांगने पर उसने कमरे में बंद कर दिया और पीटकर घायल कर दिया।

मित्र की सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने छुड़ाया। पीड़ित का कहना है कि बंधक बनाने के दौरान ठीकेदार ने 45 हजार रुपये के डीजल चोरी का आरोप लगा सादा कागज पर हस्ताक्षर भी करा लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।