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Gorakhpur Tourism: गोरखनाथ मंदिर पर्यटकों में लोकप्रिय, रामगढ़ताल दूसरी पसंद

गोरखपुर पर्यटन की बात करें तो सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर का नाम आता है। यह मंदिर पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इसके अलावा रामगढ़ताल भी पर्यटकों को खूब पसंद आता है। गोरखपुर में कई और भी पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इस लेख में हम आपको गोरखपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

By Nitesh Srivastava Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Tue, 17 Sep 2024 01:22 PM (IST)
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Gorakhpur Tourism: गोरखनाथ मंदिर पर्यटकों में लोकप्रिय, रामगढ़ताल दूसरी पसंद
डॉ. राकेश राय , जागरण गोरखपुर। बीते कुछ वर्षों के दौरान शहर में दर्जनों पर्यटन स्थल विकसित होने के बाद भी पहले की तरह ही पर्यटकों की पहली पसंद गोरखनाथ मंदिर है। पर्यटन स्थल के रूप में सर्वाधिक लोकप्रियता आज भी गोरखनाथ मंदिर को ही प्राप्त है। गोरखपुर का मरीन ड्राइव यानी रामगढ़ताल क्षेत्र गोरक्ष नगरी में पर्यटन के लिए आने वाले लोगों की दूसरी पसंद है।

यह निष्कर्ष सामने आया है दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग की एक शोधार्थी अंजलि शुक्ला के अध्ययन में। विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अंकित सिंह के मार्गदर्शन में किए गए अध्ययन में अंजलि ने पाया है कि शहर का पर्यटन परिदृश्य अत्यंत गतिशील है। एतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल यहां आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद हैं।

फोटो- गोरखनाथ मंदिर

डॉ. अंकित ने बताया कि शोधार्थी ने शहर की पर्यटन छवि और उसके सांस्कृतिक एवं एतिहासिक धरोहरों के प्रति पर्यटकों की बदलती रुचि का विश्लेषण किया है। इसके लिए उसने गोरखनाथ मंदिर, गीताप्रेस, आरोग्य मंदिर, रामगढ़ ताल, चिड़ियाघर, बुढ़िया माता मंदिर सहित दर्जन भर पर्यटन स्थलों पर प्रश्नावली वितरित की।

प्रश्नावली के जरिये कुल 283 पर्यटकों से पर्यटन स्थलों के प्रति आकर्षण को लेकर जानकारी प्राप्त की। इनमें 55 प्रतिशत पर्यटकों ने अपनी पहली पसंद गोरखनाथ मंदिर को बताया है। रामगढ़ क्षेत्र 19 प्रतिशत लोगों की पहली पसंद है, जिसमें 80 प्रतिशत युवा हैं। सर्वे में गीताप्रेस तीसरे स्थान पर है, उसे 11 पर्यटकों ने अपनी पहली पसंद बताया है।

फोटो- रामगढ़ ताल

अन्य आकर्षण स्थलों में शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणि उद्यान और बुढ़िया माता मंदिर के प्रति पर्यटकों आकर्षण मध्यम स्तर का है, जबकि आरोग्य मंदिर जैसे स्थलों की अपील सीमित है। डॉ. अंकित ने बताया कि इन निष्कर्षों से पता चलता है कि शहर अपने एतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों का पर्यटन की दृष्टि से प्रभावी उपयोग कर रहा है।

असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अंकित सिंह और अंजलि। जागरण 

पर्यटन स्थल के अनुकूलन की दृष्टि से शहर की स्थिति बेहतर

अध्ययन के अनुसार पर्यटन स्थल के अनुकूलन की दृष्टि से गोरखपुर बेहतर स्थिति में है। हालांकि कुछ पर्यटक शहरी डिजाइन और आधुनिक सुविधाओं की उपलब्धता में सुधार की आवश्यकता महसूस करते हैं। शहर के पर्यटन स्थलों के प्रति पर्यटकों के संतुष्टि के आंकड़े इसकी पुष्टि हैं। 25 प्रतिशत ने इसे उत्कृष्ट बताया है जबकि 60 प्रतिशत पर्यटकों ने अपने अनुभव को अच्छा बताया है। केवल 10 प्रतिशत ने सामान्य संतुष्टि व्यक्त की। असंतुष्ट लोगों का प्रतिशत मात्र पांच हैं।

60 प्रतिशत पर्यटकों का धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन पर जोर

अध्ययनकर्ता अंजलि ने पर्यटकों से प्रश्नावली के जरिये गोरखपुर यात्रा के कारण की जानकारी ली तो 60 प्रतिशत पर्यटकों का रुझान धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन पर सामने आया। 30 प्रतिशत पर्यटकों ने शहर में आने का कारण मनोरंजन बताया। 10 प्रतिशत ने व्यापार या पारिवारिक कारण का उल्लेख किया।

युवाओं ने पर्यटन स्थल और भोजन की गुणवत्ता पर जताई संतुष्टि

अध्ययनकर्ता ने जब विभिन्न आयु वर्ग के बीच संतुष्टि के स्तर का विभागवार विश्लेषण किया तो पाया कि 18 से 29 वर्ष के युवा पर्यटक शहर के पर्यटन स्थलों और भोजन की गुणवत्ता से पूरी तरह संतुष्ट हैं। वही 30 से 49 आयु वर्ग के पर्यटकों में इसे लेकर संतुलित संतुष्टि है।

50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पर्यटक परिवहन और ठहरने की गुणवत्ता को लेकर बहुत कम संतुष्ट नजर आते हैं। उनके संतुष्टि का कम स्तर पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार की संभावना की ओर संकेत करता है।

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