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नेपाल सीमा तक पहुंचेंगी एक्सप्रेस गाडि़यां, तैयारियां शुरू

अब सभी रूटों पर एक्सप्रेस गाड़ियां चलाई जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे ने बचे हुए स्थानों पर इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 24 Nov 2018 03:01 PM (IST)
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नेपाल सीमा तक पहुंचेंगी एक्सप्रेस गाडि़यां, तैयारियां शुरू

गोरखपुर, जेएनएन। भारत-नेपाल सीमा से सटी सभी रेल लाइनों पर एक्सप्रेस गाड़ियां चलेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के नौतनवां और बढ़नी रूट से लंबी दूरी की ट्रेनें संचालित हो रही हैं। आने वाले दिनों में नेपालगंज रोड स्टेशन से भी लंबी दूरी की यात्री ट्रेनें चलने लगेंगी। इसके लिए बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड का आमान परिवर्तन किया जाएगा। प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

बहराइच-नानपारा-नेपालगंज रोड रेलमार्ग के आमान परिवर्तन के लिए सर्वे पूरा हो चुका है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने रेलवे बोर्ड को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भेज दिया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार जल्द ही डीपीआर पर बोर्ड की मुहर भी लग जाएगी। इसके बाद स्थलीय कार्य शुरू हो जाएंगे। नेपालगंज रोड तक बड़ी लाइन बिछ जाने के बाद नेपाल सीमा तक लंबी दूरी की ट्रेनें चलने लगेंगी। हालांकि, इस क्षेत्र की अन्य रेल लाइनों का आमान परिवर्तन पहले से ही शुरू है। पीलीभीत-शाहजहांपुर रेलमार्ग का आमान परिवर्तन तेज गति से हो रहा है। पूर्वाचल में इंदारा-दोहरीघाट का आमान परिवर्तन भी शुरू हो गया है। मंधाना-ब्रह्मावर्त रेलमार्ग का आमान परिवर्तन भी अंतिम चरण में है। वैकल्पिक रेलमार्ग गोंडा-बहराइच का आमान परिवर्तन पूरा हो गया है। बड़ी लाइन में ट्रेनें दौड़ने लगी हैं। इसके बाद तो पूर्वोत्तर रेलवे में एक भी रेलमार्ग छोटी लाइन का नहीं रह जाएगा। सभी ट्रेनें बड़ी लाइन पर ही दौड़ेंगी।

धरोहर के रूप में बच जाएगा

नानपारा-मैलानी रेलमार्ग

पूर्वोत्तर रेलवे में छोटी लाइन के रूप में नानपारा-मैलानी रेलमार्ग धरोहर के रूप में बच जाएगा। नानपारा-बिछिया-दुधवा-मैलानी रेलमार्ग लगभग 170 किमी का आमान परिवर्तन नहीं होगा। वन्य जीव संरक्षण के तहत इस रेलमार्ग के आमान परिवर्तन पर रोक लग गई है। वन विभाग का कहना है कि इस रेलमार्ग का आमान परिवर्तन हो जाने से एक्सप्रेस ट्रेनें चलने लगेंगी। वन्य जीवों के जीवन पर और संकट गहरा जाएगा। ऐसे में रेलवे ने इस छोटी लाइन का उपयोग पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया है। हालांकि, नानपारा और मैलानी को जोड़ने के लिए वन क्षेत्र के किनारे से नई बड़ी लाइन बिछाने की योजना पर कार्य शुरू है। प्रथम चरण का सर्वे पूरा हो चुका है।

इस संबंध में एनईआर के सीपीआरओ संजय यादव का कहना है कि नानपारा-मैलानी रेलमार्ग को छोड़कर सभी लाइनों के आमान परिवर्तन की संस्तुति मिल गई है। आमान परिवर्तन की प्रक्रिया तेजी के साथ चल रही है। आने वाले दिनों में समस्त रेलमार्ग ब्राड गेज के रूप में परिवर्तित हो जाएंगे।

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