पिता ने ही किया था अपने बच्चों का अपहरण, हैरान करने वाला है इसका कारण
गोरखपुर में पिता ने ही अपने बच्चों का अपहरण किया था। पूरा मामला अवैध संबंधों से जुड़ा है। एक व्यक्ति का दूसरी महिला से अवैध संबंध था। बच्चों को अपने पास रखने के लिए उसने महिला मित्र के साथ बच्चों का अपहरण कर लिया।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 30 Sep 2022 12:57 PM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बीआरडी मेडिकल कालेज से गायब हुए भाई-बहन का अपहरण का पिता ने अपनी महिला मित्र के साथ मिलकर किया था। तलाश में जुटी गुलरिहा थाना पुलिस ने दोनों को रेलवे स्टेशन के पास गिरफ्तार कर अपहृत भाई-बहन को सकुशल बरामद कर लिया।
यह है मामला
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि बेतिया (बिहार) के रामनगर थानाक्षेत्र स्थित रामनगर गुजराधुस निवासी प्रतिमा की तबीयत खराब है। ससुर व मां ने उसे बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है। 24 सितंबर की सुबह बीआरडी मेडिकल कालेज में रैन बसेरा के पास से खेल रहा प्रतिमा का सात साल का बेटा व आठ साल की बेटी गायब हो गए। खोजबीन के पता न चलने पर ससुर सुकुट गौड़ ने अपने बेटे रानू के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।
बच्चों को मां को सौंपा गया
गुलरिहा थाना प्रभारी को दी तहरीर में उन्होंने लिखा था कि पत्नी व बच्चों को छोड़कर रानू गांव की रहने वाली एक युवती के साथ रहता है। प्रतिमा के ऊपर बच्चों को देने का दबाव बना रहा था। मना करने पर अपहरण करने की धमकी दी थी। सर्विलांस की मदद से छानबीन करने पर पता चला कि रानू गोरखपुर आया था और यहां से अमृतसर चला गया है। पुलिस टीम पहुंची तो बेतिया जाने के लिए ट्रेन में बैठ गया। सर्विलांस की मदद से गुरुवार को गुलरिहा थाना पुलिस ने रानू और उसकी महिला मित्र खुशबू को गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार कर लिया। बच्चों को उनकी मां को सुपुर्द कर दिया गया है।विकास भारती विद्यालय के प्रधानाचार्य समेत तीन पर हत्या का मुकदमा
विकास भारती आवासीय विद्यालय परिसर में महिला की मौत के मामले में पिपराइच थाना पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया। उद्योगपति और विद्यालय प्रबंध समिति के संस्थापक सदस्य ओमप्रकाश जालान ने मुकदमा दर्ज करने के लिए न्यायालय में अर्जी दी थी। इसपर न्यायालय ने हत्या, जालसाजी और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर विवेचना करने का आदेश पिपराइच थानेदार को दिया है।
न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में ओमप्रकाश जालान ने लिखा है कि आरोपियों के व्यवहार की वजह से विद्यालय परिसर का माहौल खराब हो चुका है। इन लोगों ने जालसाजी कर धन अर्जित किया है। 10 माह पहले प्रशासनिक अधिकारी नितिन द्विवेदी ने अपनी पत्नी अर्चना की हत्या कर दी और उसे आत्महत्या का रूप दे दिया। घटना की सूचना देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। विद्यालय में तैनात रही एक शिक्षिका की वजह से अर्चना का अपने पति से झगड़ा होता था। इसके अलावा उनका आरोप है कि कई बार पत्र लिखकर प्रबंध समिति से विरोध जताया गया, लेकिन किसी ने संज्ञान नहीं लिया।
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