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Flood in Gorakhpur: गोला से बड़हलगंज तक बाढ़ का कहर, दर्जनों गांवों में मची तबाही

उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में बाढ़ का कहर जारी है। यहां गोला से बड़हलगंज तक बाढ़ का कहर फैला हुआ है। यहां दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी लगा है लोग घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। प्रशासन ने नावों की व्यवस्था की सैकड़ों एकड़ फसलें डूबीं है। राहत और बचाव कार्य जारी है। 10 गांवों को मैरूंड घोषित किया गया।

By Durgesh Tripathi Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 18 Sep 2024 11:36 AM (IST)
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बड़हलगंज के लखनौरी गांव में बाढ़ के पानी से होकर आती महिलाएं।- जागरण

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। सरयू और राप्ती नदियों ने गोला से बड़हलगंज तक कहर मचा दिया है। दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। लोग घर छोड़कर सड़क किनारे रहने को मजबूर हैं। घरों से निकालने के लिए प्रशासन ने नाव की व्यवस्था की है। सहजनवां क्षेत्र में आमी नदी में बाढ़ से भी जनजीवन पर असर पड़ा है।

सैकड़ों एकड़ फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य तेजी से कराने का दावा किया है। हालांकि राहत की बात यह है कि अयोध्या पुल पर सरयू नदी आठ घंटे में एक सेंटीमीटर घटी है। नदी के जलस्तर में उतार शुरू हो गया है। सरयू नदी मंगलवार शाम चार बजे अयोध्या पुल पर खतरे के निशान से 58 सेंटीमीटर ऊपर थी।

गोला संवाददाता के अनुसार तहसील क्षेत्र में सरयू, राप्ती और कुआनो नदियों में आई बाढ़ से 30 से ज्यादा गांव पूरी तरह या आंशिक रूप से प्रभावित हैं। मंगलवार दोपहर बाद बाढ़ की भयावहता को देख तहसील प्रशासन ने दस गांवों को मैरूंड घोषित करते हुए सोलह नाव लगा दी है।

गोला ब्लाक के तीरागांव में घुसा सरयू नदी के बाढ़ का पानी।- जागरण


तहसीलदार बृजमोहन शुक्ल ने बताया कि कुआनो नदी के बाढ़ से प्रभावित कुरावल बुजुर्ग, राप्ती नदी के बाढ़ से प्रभावित पटना, नेतवारपट्टी, पटना एहतमाली रामनगर और सरयू नदी के बाढ़ से प्रभावित कोलखास, ज्ञानकोल, बगहा, गोरखपुरा, कोटिया निरंजन, खड़ेसरी और कोटियादीपशाह को मैरूंड घोषित कर दिया है। राजस्वकर्मी नजर बनाए हुए हैं। जरूरत के अनुसार नाव का इंतजाम है।

गोला क्षेत्र में सरयू नदी के किनारे बसे बिसरा, तीरागांव, बारानगर, बिजुलियाडाड़, कौड़िया, झरकटा, गोड़ियाना टोला रकौली, कोहना आदि गांवों के सैकड़ों परिवार बाढ़ प्रभावित हुए हैं। सबसे खराब स्थिति तीरागांव व बिसरा की है। यहां घरों में पानी घुसना शुरू हो गया है।

सहजनवां के हरदी कसरवल मार्ग पर रेलवे पुल के नीचे चढ़ा बाढ़ का पानी।-जागरण


रास्ते पर पानी आ जाने के कारण आवागमन में दिक्कत हो रही है। बाढ़ प्रभावित हरिकेश, संजय, लालमोहन, मुरारी, लक्ष्मण आदि का कहना है कि फसल डूब गई है। घरों में पानी घुसने के साथ ही रास्तों पर पानी चढ़ गया है। अनाज व अन्य खाद्य सामग्री, पशुओं का भूसा भीगकर खराब हो रहा है।

वार्ड नंबर 44 के जिला पंचायत सदस्य अवधनारायण यादव ने मंगलवार को प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और लोगों से मिलकर उनकी समस्या सुनी। कहा कि प्रशासनिक अफसरों से मुलाकात कर सहायता दिलाई जाएगी। इस दौरान हरेन्दर, राणा प्रताप, मुकेश, कृष्ण मोहन, नन्हें, लालू, रामविलास, रामबचन, लालबचन, हीरालाल आदि मौजूद रहे।

सहजनवां ब्लाक के हरपुर में जल भराव के खिलाफ प्रदर्शन करते ग्रामीण।-जागरण


डेरवा संवाददाता के अनुसार तकरीबन ढाई महीने में बड़हलगंज कछार क्षेत्र में पांचवीं बार बाढ़ आई है। मंगलवार को 20 से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके थे। संपर्क मार्गों पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि नदी के जलस्तर में इसी तरह बढ़त जारी रही तो बुधवार सुबह तक कई और गांव गांव मैरूंड हो जाएंगे। राप्ती नदी में आई बाढ़ से हिगुंहार, लखनौरी, लखनौरा, खोहियापट्टी, बिहुआ उर्फ अगलगौआ, सुबेदारनगर मांझा, मच्छरगांवा, तुर्कवलिया और सरयू नदी के बाढ़ से कोलखास, ज्ञानकोल, खैराटी, बगहादेवार, मुसाडोही, अजयपुरा, कोटियानिरंजन, बल्थर, भयपुरा, गोनहा, जैतपुर आदि गांव घिरे हैं।

बरडीहा गांव में मंगरू, रमेश, काशी, बगहा देवार में सौदागर, दीपचंद, रामकपूर के घर में सरयू नदी का पानी घुस गया है। परिवार के लोग ऊंचे स्थान पर शरण लिए हुए हैं। बगहा देवार, लखनौरी, अजयपुरा, कोलखास आदि प्राथमिक विद्यालयों में बाढ़ का पानी घुस गया है।

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मुसाडोही में स्वच्छ पेयजल के लिए बनाए गए पानी की टंकी वाले स्थान पर बने कमरे, जनरेटर व सौर उर्जा के संयंत्र बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। बरडीहा से खैराटी जाने वाले मार्ग पर सरयू नदी का पानी तेजी से बह रहा है। इस कारण सड़क कटने की आशंका बनी हुई है।

डेरवा लखनौरी मार्ग पर भी पानी की लहरें सड़क को काट रही हैं। लखनौरी, लखनौरा, हिगुंहार में खबर लिखे जाने तक नाव नहीं लग पाई थी। बाढ़ पीड़ित जलजमाव से होकर आवागमन कर रहे हैं। ग्रामीण सुनील तिवारी, रामआशीष, रामरेखा, अमरजीत गुप्त, विनोद आदि ने नाव की मांग की है।

हरदी कसरवल मार्ग पर चढ़ा पानी, नहर से भी आ रहा पानी

भीटी रावत संवाददाता के अनुसार आमी नदी में आई बाढ़ का पानी हरदी कसरवल मार्ग पर चढ़ गया है। नदी के किनारे स्थित भुआ शहीद, कसरवल, सुथनी, हरदी, खिरीडार, गहिरा आदि गांवों के किसान परेशान हैं। किसान गाजर बाबा, पलटन, हरिकेश आदि ने बताया कि सरयू नहर का पानी नदी में आने से जलस्तर दो दिन से बढ़ रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि पानी एकदम साफ है, जिससे स्पष्ट होता है कि नदी में नहर का पानी आ रहा है। तहसीलदार आरके कनौजिया ने कहा कि अभी तहसील में बाढ़ के हालात नहीं हैं। नदियों पर नजर रखी जा रही है।

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बगहा देवार प्राथमिक विद्यालय की आधी बाउंड्री सरयू में विलीन

बड़हलगंज विकास खंड के बगहा देवार में प्राथमिक विद्यालय के दाहिनी तरफ की आधी बाउंड्री मंगलवार की सुबह कटकर सरयू नदी में विलीन हो गई। अब खतरा प्राथमिक विद्यालय पर बढ़ता जा रहा है। यहां सिंचाई विभाग की ओर से कराए गए सभी प्रयास विफल साबित हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों ने देर से काम शुरू कराया और लगातार लापरवाही बरती।

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