Move to Jagran APP

जनसेवा केंद्र पर आवेदन कर भूल जाएं, तय समय में स्‍वत: बन जाएगा आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र

आय जाति निवास प्रमाण पत्र विधवा वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन करने के बाद तहसीलों व विभागों का चक्कर लगाने को अब मजबूर नहीं होना पड़ेगा। नजदीकी जनसेवा केंद्र पर आवेदन करने के बाद आवेदक की जिम्मेदारी समाप्त हो जाएगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Fri, 24 Dec 2021 05:50 PM (IST)
Hero Image
जनसेवा केंद्र पर आवेदन करने के बाद आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र स्‍वत: बन जाएंगे। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, विधवा, वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन करने के बाद तहसीलों व विभागों का चक्कर लगाने को अब मजबूर नहीं होना पड़ेगा। नजदीकी जनसेवा केंद्र पर आवेदन करने के बाद आवेदक की जिम्मेदारी समाप्त हो जाएगी। तय समय में प्रमाण पत्र से जुड़े आवेदन निस्तारित कर दिए जाएंगे। यदि आवेदन पत्र को अस्वीकृत किया जाता है तो उसका स्पष्ट कारण भी बताना होगा। जन सेवा केंद्रों पर आने वाले सभी आवेदनों की कलेक्ट्रेट में स्थापित नियंत्रण कक्ष से निगरानी होगी। यदि किसी की लापरवाही मिली तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

आय, जाति, निवास, प्रमाण पत्रों, विधवा, वृद्धा पेंशन सहित विभिन्न योजनाओं की होगी निगरानी

आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बनवाना हो या विधवा, वृद्धा पेंशन के लिए अर्हता सूची में स्थान पाना हो, हर आवेदक को कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। कई दिनों तक आवेदन आगे नहीं बढ़ाया जाता। आवेदक को जल्दी होती है इसलिए वह लगातार दौड़ लगाने को मजबूर होता है। आवेदन की प्रक्रिया में जांच करने वाले कर्मचारियों से व्यक्तिगत रूप से आवेदक न मिलें तो निस्तारण के नाम पर आमतौर पर आवेदन निरस्त कर दिया जाता है। निरस्त करने के लिए कारण भी मनमानी लिखे जाते हैं। आवेदक से फोन भी कोई संपर्क नहीं करता और उसके आवेदन को अनुचित बताकर निरस्त कर दिया जाता है। प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सुविधा शुल्क लेने की भी शिकायतें आम हैं। इसी तरह की शिकायतों को दूर करने के लिए जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने एक व्यवस्था बनाने का निर्देश दिया है।

यह होगी प्रक्रिया

आवेदक अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र पर जाकर आवेदन करेगा। आवेदन करने के साथ ही नियंत्रण कक्ष से निगरानी शुरू हो जाएगी। निगरानी के केंद्र में लेखपालों की कार्यशैली होगी। यदि कई दिन बीतने के बाद भी निस्तारण नहीं होता है तो आवेदक नियंत्रण कक्ष में शिकायत कर सकता है। जांचकर्ता किसी आवेदन को निरस्त करता है तो उसे उसका कारण बताना होगा। जानबूझकर आवेदन के निस्तारण में देरी करने की पुष्टि हुई तो संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई भी की जाएगी। इस बात की जानकारी देने के लिए सोमवार को जिले के जनसेवा केंद्र संचालकों की एक कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी।

आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र या अन्य सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करने के बाद आवेदकों को कहीं आने-जाने की जरूरत नहीं है। जनसेवा केंद्र पर आवेदन के बाद वे भूल जाएं, उनके आवेदन का उचित निस्तारण होगा। नियमित रूप से नियंत्रण कक्ष से इसकी निगरानी होगी। यदि किसी की लापरवाही मिली तो उसपर कार्रवाई भी की जाएगी। - विजय किरन आनंद, जिलाधिकारी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।