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यूपी के इस शहर की सड़कें बनेंगी स्मार्ट, मॉडल देखने बेंगलुरु गए थे अधिकारी, जानिए इस रोड की खासियत

smart road गोरखपुर में सड़कों के निर्माण के लिए टेंडर भी निकाला जा चुका है। लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही फर्म का चयन कर काम भी शुरू हो जाएगा। निगम ने पिछले साल चयनित इन तीनों सड़कों के लिए पहले 62 करोड़ और फिर संशोधन के बाद 44.88 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा था जिसे स्वीकृति मिल चुकी है।

By Vivek Shukla Edited By: Vivek Shukla Updated: Fri, 19 Apr 2024 10:19 AM (IST)
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प्रमुख सड़कों को स्मार्ट रोड के तौर पर विकसित किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री-ग्रीन रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम (अर्बन) के तहत शहर की चार और प्रमुख सड़कों को स्मार्ट रोड के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसे लेकर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

छह मई को अर्बन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट अथार्टी (यूरीडा) के कंसलटेंट गोरखपुर आएंगे, जो यहां 10 मई तक रहकर प्रस्तावित सड़कों का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद ही संबंधित सड़कों के सीएम ग्रिड योजना के तहत निर्माण को लेकर अंतिम मुहर लगेगी।

फिलहाल निगम की ओर से जो सड़कें प्रस्तावित हैं, उनमें नार्मल मोड़ से नार्मल पुलिस चौकी, पांडेयहाता होते हुए हर्वर्ट बांध तक, शास्त्री चौक से आंबेडकर चौक होते छात्रसंघ चौराहा, अंबेडकर चौराहा से अप्सरा तिराहा व हरिओम नगर से कचहरी चौक होते हुए टाउन हाल तक तथा यातायात तिराहा से रेलवे स्टेशन चौराहा होते हुए कौआबाग तिराहा तक की सड़क शामिल है।

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योजना के तहत राप्तीनगर वार्ड के शाहपुर की तीन सड़कों का चयन पहले ही किया जा चुका है। इसके निर्माण के लिए टेंडर भी निकाला जा चुका है। लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही फर्म का चयन कर काम भी शुरू हो जाएगा। निगम ने पिछले साल चयनित इन तीनों सड़कों के लिए पहले 62 करोड़ और फिर संशोधन के बाद 44.88 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा था, जिसे स्वीकृति मिल चुकी है।

जिन सड़कों को योजना में शामिल किया गया है, उनमें शाहपुर थाना होते हुए रिद्धि अस्पताल तक 510 मीटर लंबी व 24 मीटर चौड़ी सड़क निर्माण पर 8.01 करोड़, मेडिकल कालेज रोड दूरदर्शन आवास होते हुए ब्रदर्श बेकरी तक 471 मीटर लंबी और 18 मीटर चौड़ी सड़क पर 5.99 करोड़ और राजीव नगर कुंआ से राप्तीनगर विद्युत कार्यालय तक 1417 मीटर लंबी और 18 मीटर चौड़ी सड़क निर्माण पर 12.60 करोड़ खर्च होंगे। तीनों सड़कें आपस में जुड़ी हैं। बिजली के तार, पोल ट्रांसफार्मर शिफ्टिंग पर 12.77 करोड़ खर्च होंगे। मुख्यमंत्री नगर सृजन में विद्युत संबंधी कार्यों के लिए विद्युत निगम को 12.18 करोड़ मिलेंगे।

यह होगी स्मार्ट रोड की विशेषता

शहर की सभी स्मार्ट रोड बेंगलुरु और चेन्नई की स्मार्ट रोड की तर्ज पर बनाई जाएंगी। सड़क के दोनों तरफ साइकिल और पैदल चलने वालों के लिए छह इंच ऊंचा फुटपाथ बनाया जाएगा, जिसके नीचे ही नाली, बिजली के तारों के लिए डक्ट व पीने के पानी व गैस की पाइपलाइन बिछाई जाएगी। सड़क पर मोटरसाइकिल, कार व अन्य वाहन चलेंगे।

इसका सबसे बड़े लाभ यह होगा कि नाली, बिजली या पीने के पानी संबंधी कोई खराबी आने पर सड़क नहीं खोदनी पड़ेगी, जिससे यातायात प्रभावित नहीं होगा। डक्ट काफी गहरे बनाए जाएंगे। इसपर 40 से 50 मीटर की दूरी पर मेनहोल होंगे, जिनके जरिए डक्ट में उतरकर कर्मचारी पानी या गैस की लीकेज दुरुस्त कर सकेंगे।

हरियाली के साथ दीवारों पर म्यूरल आर्ट

शहर की पहली स्मार्ट रोड पर हरियाली बढ़ाने के साथ ही दोनों तरफ की दीवारों की म्यूरल से शोभा बढ़ाई जाएगी। फुटपाथ पर ही लोगों के बैठने के लिए बेंच भी लगाए जाएंगे।

सड़क देखने बेंगलुरु गए थे निगम के मुख्य अभियंता

अर्बन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट अथार्टी (यूरीडा)के अधिकारियों के नेतृत्व में गोरखपुर समेत विभिन्न नगर निगमों की टीम आठ अप्रैल को बेंगलुरु जाकर वहां 10 साल पुरानी स्मार्ट रोड का निरीक्षण किया था। साथ ही इन्हें बनाने वाली कंसल्टेंट एजेंसी से मिलकर डीपीआर का भी अध्ययन किया था।

वहां से निकलकर टीम चेन्नई गई, जहां बेंगलुरु की तकनीक पर स्मार्ट सड़क का निर्माण हो रहा था। टीम में गोरखपुर नगर निगम की ओर से मुख्य अभियंता संजय चौहान शामिल थे।

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नगर निगम मुख्य अभियंता संजय चौहान ने कहा कि सीएम ग्रिड योजना के तहत शहर की कुछ और प्रमुख सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए सड़कों का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। यूरीडा के कंसलटेंट टीम के निरीक्षण के बाद सड़कों के चयन को लेकर अंतिम निर्णय किया जाएगा। टीम का दौरा छह से 10 मई तक के लिए प्रस्तावित है।

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