UP News: मंत्रियों के कार्यक्रम में चोरी करने बिहार से आता था यह गिरोह, बड़ी सभाओं में वारदात को देते थे अंजाम
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने एक ऐसे चोर गिरोह का पर्दाफाश किया जो बड़ी सभाओं मेले और भीड़-भाड़ में जाकर वारदात करता था। पुलिस ने गिरोह को शास्त्री चौक से गिरफ्तार कर लिया। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के रहने वाले आरोपितों कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहर में दो केंद्रीय मंत्रियों का स्वागत होने की खबर पढ़ वारदात करने आए सात चेन स्नेचरों को क्राइम ब्रांच व कोतवाली थाने की पुलिस ने गुरुवार की सुबह शास्त्री चौक पर गिरफ्तार कर लिया। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के रहने वाले आरोपितों के कब्जे से 19,760 रुपये, सात मोबाइल फोन, पुलिस का फर्जी आइकार्ड व आधार कार्ड बरामद हुआ।
पूछताछ में पता चला कि लोकसभा चुनाव में हुए सीएम योगी के रोड शो में इस गिरोह ने चेन चोरी की थी। दोपहर बाद आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि यह अंतरराज्यीय गैंग है। बड़े नेता या अभिनेता के कार्यक्रम की जानकारी अखबार या इंटरनेट मीडिया के जरिये होने पर एक दिन पहले यह गिरोह वहां पहुंच जाता है। कार्यक्रम के दौरान भीड़ में जाकर चेन स्नेचिंग और टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देता है।
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इस गैंग ने अभी हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान टाउनहाल से निकले सीएम के रोडशो में भी चेन चुराई थी। इसका केस कोतवाली में दर्ज कर पुलिस चेन स्नेचरों की तलाश कर रही थी।
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गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच व कोतवाली थाने की पुलिस ने शास्त्री चौक के पास बदमाशों को पकड़ा। पूछताछ में इनकी पहचान बिहार, पश्चिम चंपारण के थाना गौनहा अहरार के पिपरा गांव में रहने वाले देवनाथ कुमार राउत, उमेश राउत, गुड्डू राठौर, विशाल कुमार, संतोष राउत, चन्दू राय राउत व सुनेश राउत के रूप में हुई।
पकड़े जाने पर दिखाते हैं पुलिस का कार्ड
वर्ष 2019 में कैंट थाना पुलिस ने मथुरा से वारदात करके गोरखपुर आते समय इस गिरोह को कालेसर के पास पकड़ा था। आरोपितों कब्जे से बड़ी मात्रा में चेन व चोरी की सामान बरामद हुआ था। पूछताछ में पता चला कि पुलिस से बचने के लिए इन लोगों ने पुलिस का फर्जी आइकार्ड बनवाया था। चेकिंग के लिए रोकने पर पुलिसकर्मियों को कार्ड दिखाकर बच जाते थे।