यहां कायम है अंधेरा, जाने-जीडीए टावर में ऐसी क्या है खासियत Gorakhpur News
मीटर से तार न जुड़ा होने के कारण रात के समय सभी तल के गलियारे में अंधेरा रहता है। सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न होने से ऊपरी तल पर अराजकतत्व नशा करते मिल जाते हैं।
By Satish ShuklaEdited By: Updated: Tue, 25 Feb 2020 07:55 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। गोलघर में गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की महात्वाकांक्षी परियोजना जीडीए टॉवर की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। लापरवाही का आलम यह है कि यहां लगे बिजली मीटर में 12 फीट लंबा तार नहीं जोड़ा जा पा रहा है। टावर में पानी की आपूर्ति नहीं है। शौचालयों एवं पार्किंग की स्थिति बदहाल है। यह कार्य दो महीने से लटका पड़ा हुआ है।
समस्या सिर्फ यहीं तक नहींमीटर से तार न जुड़ा होने के कारण रात के समय सभी तल के गलियारे में अंधेरा रहता है। सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न होने से ऊपरी तल पर अराजकतत्व नशा करते मिल जाते हैं। वहां बड़ी संख्या में शराब व बीयर की बोतल फेंकी पड़ी हुई हैं। गाड़ी खड़ी करने के लिए बनी पार्किंग में गंदा पानी रहने से गाड़ी लेकर वहां कोई जाता नहीं है। शौचालय में पानी नहीं आता, जिससे महीनों से उसकी सफाई नहीं हुई। अव्यवस्था के कारण ही जीडीए यहां अपनी बची दुकानें भी नहीं बेच पा रहा है।
जमा कर चुके हैं मेंटीनेंस चार्जटावर में करीब 150 लोगों ने दुकानें ली हैं और एकमुश्त मेंटीनेंस चार्ज जीडीए के पास जमा कर चुके हैं। लेकिन, सफाई के लिए प्राधिकरण की ओर से कोई पहल नहीं की जाती है। टावर में दुकानें आवंटित करते समय सीसीटीवी कैमरा, एस्केलेटर आदि सुविधाओं का दावा किया गया था लेकिन ये सुविधाएं आज तक नहीं मिलीं। चार लिफ्ट का प्रावधान था लेकिन मौजूद हैं केवल दो लिफ्ट।
क्या कहते हैं लोगअभिषेक का कहना है कि यहां दुकान लेने वाले लोग काफी परेशान हैं। गंदगी चारो ओर है और रात के समय अंधेरा रहता है। जीडीए को इस ओर ध्यान देना चाहिए। वहीं इंजीनियर सतीश सिंह का कहना है कि अव्यवस्था को लेकर जीडीए के अधिकारियों को कई बार जानकारी दी गई है लेकिन कोई राहत नहीं मिली। यहां रहना मुश्किल है। समस्या होगी दूरइस संबंध में जीडीए सचिव राम सिंह गौतम का कहना है कि प्राधिकरण में इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। हां, यदि कोई समस्या है तो दुकानदारों को चाहिए कि वह हमें जरूर बताएं, उसे दूर किया जाएगा।
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