Khorabar Township: गोरखपुर में खोराबार टाउनशिप से बेघर हुए लोगों मिली बड़ी राहत, अब GDA देगा फ्लैट
जीडीए की ओर से खोराबार क्षेत्र में 184 एकड़ में खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी योजना लांच की गई है। विभिन्न श्रेणी के भूखंडों एवं फ्लैटों के लिए प्राधिकरण आवेदन आमंत्रित किया था। लगभग पांच हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया था। खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी परियोजना में कुछ ऐसे मकान थे जिनमें लोग निवास कर रहे थे। ऐसे भवनों को चिन्हित किया गया था। इनका पुनर्वास किया जाना है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए), खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी परियोजना के लिए पूर्व में अधिग्रहित की गई जमीन पर मकान बना कर रह रहे लोगों का पुनर्वास करेगा।
प्राधिकरण, ऐसे प्रभावित लोगों को रामगढ़ताल क्षेत्र स्थित पाम पैराडाइज परियोजना में स्वीकृत समूह आवास परियोजना के तहत बन रहे ईडब्ल्यूएस एवं एलआइजी श्रेणी के फ्लैट आवंटन में वरीयता देगा। इसके लिए ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 30 और एलआइजी के 10 फ्लैट आरक्षित किए गए। गुरुवार को हुई प्राधिकरण बोर्ड की 126वीं बैठक में इस प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई है।
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जंगल सिकरी उर्फ खोराबार और खोराबार उर्फ सूबा बाजार राजस्व ग्राम में खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी परियोजना के ले-आउट अंतर्गत प्राधिकरण की अर्जित की गई भूमि में कुछ भवन पूर्व से बने हुए हैं। इन भवनों में लोग रह रहे हैं, जिसकी वजह से निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। ऐसे में इन भवनों को हटाया जाना जरूरी है। बोर्ड बैठक में ऐसे परिवारों के पुनर्वास के लिए 30 ईडब्ल्यूएस और 10 एलआइजी भवनों को वरीयता के आधार पर देने का निर्णय किया गया है।
जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने कहा कि खोराबार टाउनशिप एवं मेडिसिटी परियोजना में कुछ ऐसे मकान थे जिनमें लोग निवास कर रहे थे। लेकिन, ये सभी दूर दूर बने हैं। ऐसे भवनों को चिन्हित किया गया था। इनका पुनर्वास किया जाना है जिसके लिए पाम पैराडाइज परियोजना में वरीयता के आधार पर संबंधित को एलआइजी और ईडब्लूएस के फ्लैट उपलब्ध कराए जाएंगे।इसे भी पढ़ें- यूपी में सक्रिय होने वाला है मानसून, लखनऊ समेत 42 जिलों में झमाझम बारिश के आसार
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