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गोरखपुर मेट्रो के निर्माण में जर्मन बैंक देगा 25 सौ करोड़ रुपये, बैंक अधिकारियों ने किया गोरखपुर का दौरा

Gorakhpur Metro इस परियोजना पर करीब 46 सौ करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। परियोजना पर 55 प्रतिशत धनराशि बाहरी सहायता से खर्च की जानी है। इसके लिए जर्मन बैंक की ओर से निवेश किया जा रहा है। 20 प्रतिशत धनराशि केंद्र सरकार देगी।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep SrivastavaUpdated: Tue, 01 Nov 2022 07:19 PM (IST)
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Gorakhpur Metro: गोरखपुर मेट्रो के लिए जर्मन बैंक मदद करेगा। - फाइल फोटो

गोरखपुर, उमेश पाठक। गोरखपुर में मेट्रोलाइट रेल परियोजना को जल्द ही केंद्रीय कैबिनेट से स्वीकृति मिलने वाली है। इस परियोजना के निर्माण पर आने वाले खर्च का करीब 55 प्रतिशत बजट एक जर्मन बैंक से मिलेगा। परियोजना के मार्ग एवं अन्य जानकारियों के लिए बैंक की अधिकारी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) के अधिकारियों के साथ दीपावली से पहले गोरखपुर का दौरा कर चुकी हैं। उनके दौरे को व्यक्तिगत बताया जा रहा है लेकिन बैंक की अधिकारी ने मेट्रोलाइट रेल परियोजना के बारे में जानकारी ली और जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश एवं मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी से मुलाकात भी की।

परियोजना में 46 सौ करोड़ रुपये की लागत का अनुमान

गोरखपुर में मेट्रोलाइट परियोजना पर करीब 4600 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। केंद्र सरकार के सार्वजनिक निवेश बोर्ड (पीआइबी) से हरी झंडी मिल चुकी है और अब कैबिनेट की स्वीकृति का इंतजार है। इस परियोजना पर 55 प्रतिशत धनराशि बाहरी सहायता से खर्च की जानी है। इसके लिए जर्मन बैंक की ओर से निवेश किया जा रहा है। करीब 20 प्रतिशत धनराशि केंद्र सरकार द्वारा बोगी, रेल एवं अन्य रोलिंग स्टाक के रूप में दिया जाएगा। 25 प्रतिशत धनराशि की व्यवस्था राज्य सरकार को अपने स्रोतों से करनी होगी।

बैंक की टीम ने प्रस्तावित मार्ग देखा

दीपावली से दो दिन पहले आई बैंक की अधिकारी ने यहां मेट्रो के प्रस्तावित मार्ग को देखा और जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश से मिलकर परियोजना के बारे में चर्चा की। इसके बाद मंडलायुक्त से मुलाकात की। बैंक अधिकारी ने उम्मीद जताई है कि दो महीने बाद वह फिर गोरखपुर आएंगी और उस समय उनके पास अच्छी खबर होगी। इस बीच जल्द ही जर्मन बैंक की एक टीम भी गोरखपुर का दौरा करने वाली है।

खंभों पर बनाए जाएंगे मार्ग

गोरखपुर में यह सेवा शुरू करने के लिए शहर को महानगर का दर्जा दिया जा चुका है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की सीमा विस्तार के बाद जैसे ही महानगर का दर्जा मिला गोरखपुर मेट्रोलाइट रेल प्रोजेक्ट के प्रथम चरण को पीआइबी से अनुमोदन मिल गया। राज्य सरकार ने गोरखपुर एवं वाराणसी में मेट्रो परियोजना के लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था पहले से की है। शहर में तीन बोगियों वाली मेट्रो चलेगी। मेट्रो के दोनों मार्ग एलीवेटेड यानी खंभों पर बनाए जाएंगे।

एक मार्ग पर 14, दूसरे पर होंगे 12 स्टेशन

गोरखपुर मेट्रो का पहला मार्ग श्यामनगर (बरगदवा के पास) से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक होगा। इसपर कुल 14 स्टेशन होंगे। दूसरा मार्ग गुलरिहा से बीआरडी मेडिकल कालेज तक होगा। इसपर असुरन चौक, धर्मशाला बाजार, गोलघर, कचहरी चौराहा एवं नौसढ़ सहित 12 स्टेशन होंगे। पहले मार्ग की लंबाई करीब 15.14 किमी तो दूसरे मार्ग की लंबाई 12.70 किमी होगी।

गोरखपुर मेट्राेलाइट रेल परियोजना के लिए जर्मन बैंक की अधिकारी गोरखपुर आई थीं। उन्होंने इस परियोजना के बारे में चर्चा की है। स्थानीय स्तर पर इस परियोजना के प्रस्ताव से जुड़े कार्य हो चुके हैं। शासन के निर्देश के अनुसार आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। - कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी।