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कॉलेज में बैडमिंटन खेलते समय अचानक बेहोश हुई छात्रा, अस्पताल पहुंचने से पहले हुई मौत; पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

जिला अस्पताल में पहुंचने पर डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित किया तो अन्य छात्रों ने कालेज प्रशासन पर मामले को संवेदनशीलता से नहीं लेने का आरोप लगाया है। कहा कि प्रशासन के सक्रिय न होने पर उन्हें ही छात्रा को अस्पताल लाना पड़ा। उधर मृत छात्रा के पिता का कहना है कि बेटी स्वस्थ थी। मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 02 Dec 2023 09:21 AM (IST)
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मृत छात्रा गौरी मिश्रा। - फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। डीएवी पीजी कालेज परिसर में बैडमिंटन खेलते-खेलते अचानक एक छात्रा बेहोश हो गई। उसे बेहोश मानकर छात्र जिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलने के बाद कालेज के प्राचार्य शैल पांडेय ने पुलिस को जानकारी दी तो कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छात्रों ने कालेज प्रशासन पर मामले को संवेदनशीलता से नहीं लेने का आरोप लगाया है।

यह है मामला

कुशीनगर जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मुंडेरा सुकरौली गांव के मूल निवासी और वर्तमान में शहर में गीता वाटिका के पास रहने वाले राजेश मिश्रा की पुत्री गौरी मिश्रा डीएवी कालेज में बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा थी। वह शुक्रवार की दोपहर में जब बैडमिंटन खेलने के दौरान बेहोश हो गई तो मौजूद विद्यार्थियों ने शोर मचाया। सूचना पर कालेज के शिक्षक व कर्मचारी भी पहुंचे। किसी तरह छात्रा को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, पर उसे बचाया नहीं जा सका।

मृत घोषित करने वाले जिला अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डा. शहनवाज ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही छात्रा की मृत्यु हो चुकी थी। निधन का कारण क्या रहा? इसका पता पोस्टमार्टम के बाद ही चल सकेगा। कालेज के प्राचार्य ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को सूचना दी गई और पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया गया है।

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उधर, विद्यार्थियों का कहना था कि छात्रा के बेहोश होने के बाद कालेज प्रशासन ने सक्रियता नहीं दिखाई। छात्रों को ही उसे जिला अस्पताल ले जाना पड़ा। कालेज परिसर में प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी नहीं थी। उधर, पिता राजेश का कहना है कि उनकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ थी। उसका निधन किस वजह से हुआ? यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा। गौरी के पिता राजेश गीता प्रेस और मां चंद्रकला देवी गर्ग अस्पताल की कर्मचारी हैं।

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क्या कहती है पुलिस

खेलते समय छात्रा के अचेत होने की सूचना पुलिस को मिली थी। जिला अस्पताल ले जाने पर डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु की वजह स्पष्ट होगी। कुशीनगर जिले की रहने वाली छात्रा अपने परिवार के साथ गीता वाटिका के पास रहती थी। -जगतराम कन्नौजिया, सीओ कोतवाली

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