Gorakhpur News: मुआवजे के लिए रिंग रोड का विरोध कर रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया, शुरू हुआ काम
गोलीगंज बाईपास का निर्माण शुक्रवार को जैसे ही शुरू हुआ किसान विरोध करने लगे। इस दौरान पुलिस ने कई किसानों को हिरासत में लिया। जिसके बाद एनएचएआई ने निर्माण कार्य शुरू कराया। गुरुवार को भी एनएचएआइ व तहसील की टीम निर्माण कराने गई थी लेकिन वापस लौट आई।
गोरखपुर (महावनखोर), जागरण संवाददाता। मुआवजा बढ़ाने की मांग को लेकर जंगल कौड़िया-सोनौली राष्ट्रीय राजमार्ग के गोलीगंज बाईपास निर्माण का विरोध कर रहे किसानों को शुक्रवार दोपहर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। किसानों के हिरासत में लिए जाने के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने काम शुरू करा दिया। 12 से ज्यादा किसानों को हिरासत में लेकर पीपीगंज पुलिस थाने की ओर गई है।
इससे पहले किसानों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच करीब दो बजे तक बातचीत चलती रही। तहसीलदार केशव प्रसाद, सीओ रत्नेश्वर सिंह, नायब तहसीलदार विजय यादव, भूमि अध्याप्ति कार्यालय के कर्मचारी, एनएचएआई के अधिकारी व कैंपियरगंज, पीपीगंज, चिलुआताल पुलिस मौजूद रही।
गुरुवार को वापस गई थी टीम
इससे पहले की दोपहर कैंपियरगंज तहसील प्रशासन और एनएचएआई के अधिकारी रोड रोलर और जेसीबी लेकर गोलीगंज के पास भइयाराम में पहुंचे थे। इसकी भनक लगने पर किसानों ने पूछताछ शुरू की तो उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली। तब तहसीलदार ने बताया कि अचानक एक आवश्यक कार्य पड़ने की वजह से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका।
किसानों ने काम रुकवा दिया था
जंगल कौड़िया-सोनौली रिंग रोड के निर्माण कार्य के लिए आधा दर्जन गांवों के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। किसान बाजार दर पर मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। अधिकारियों ने काम शुरू कराया तो किसानों ने रुकवा दिया था।
न्यायिक मध्यस्थता की भी चल रही प्रक्रिया
जमीन के मुआवजा को लेकर आर्बिट्रेशन (न्यायिक मध्यस्थता ) के जरिए मामले को सुलझाने की बात कही गई थी। किसान पंचायत के बाद 100 से अधिक लोगों ने आर्बिट्रेशन दाखिल कराया है।