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भाजपा ने गोरखपुर क्षेत्र में नौ जिलाध्यक्षों को बदल साधा सामाजिक समीकरण, 3 पुराने जिलाध्यक्षों पर जताया भरोसा

भारतीय जनता पार्टी ने लोक सभा चुनाव में यूपी के 80 सीटों पर जीत का लक्ष्य निर्धारित किया है। चुनाव से ठीक पहले पार्टी ने सभी जिलों के जिलाध्यक्षों की सूची जारी की है। गोरखपुर क्षेत्र के कई जिलों के जिला अध्यक्ष बदल दिए गए हैं। संतकबीर नगर गोरखपुर जिला और गोरखपुर महानगर तीन संगठनात्मक जिलों के जिलाध्यक्ष पुराने ही हैं।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 16 Sep 2023 09:30 AM (IST)
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भाजपा ने जारी की जिलाध्यक्ष की सूची। -जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नए जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं का इंतजार शुक्रवार को पूरा हो गया। उम्मीद के विपरीत क्षेत्र के ज्यादातर जिलों के अध्यक्ष बदल दिए गए। भाजपा नेतृत्व ने 12 संगठनात्मक जिलों में से केवल तीन के पुराने अध्यक्षों पर भरोसा जताया, नौ जिलों के कार्यकर्ताओं को नया जिलाध्यक्ष दे दिया। जिन तीन जिलों में पुराने जिलाध्यक्षों को फिर से जिम्मेदारी दी गई, उनमें गोरखपुर के दोनों संगठनात्मक जिले शामिल हैं। तीसरा जिला संत कबीरनगर भी गोरखपुर प्रशासनिक मंडल का ही है।

यहां बदले गए जिलाध्यक्ष

जिन जिलों के जिलाध्यक्ष बदले गए हैं, उनमें देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बस्ती, आजमगढ़, लालगंज, मऊ व बलिया शामिल हैं। जिलाध्यक्षों के चयन में मिशन-2024 के लक्ष्य को पूरा करने की योजना साफ झलक रही। पार्टी नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं को न केवल नया जिलाध्यक्ष दिया, बल्कि इसके जरिये चुनावी नजरिये से सामाजिक समीकरण भी साधा है। सूची में सवर्णों को पर्याप्त जगह दी गई तो ओबीसी व एससी को भी पूरा सम्मान मिला है।

12 में से सात जिलों को मिले हैं सवर्ण जिलाध्यक्ष

12 में से सात जिलों को सवर्ण जिलाध्यक्ष मिले हैं तो चार जिले का नेतृत्व ओबीसी कार्यकर्ता और एक जिले का नेतृत्व एससी कार्यकर्ता को सौंपा गया है। यही नहीं एक जिले में महिला कार्यकर्ता पर भरोसा जताया गया है। सूची पर सवाल न उठे, इसके लिए बलिया को छोड़ सभी जिलों में जो अध्यक्ष बनाए गए हैं, वह पिछली जिला कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण स्थान पर रहे हैं। बलिया के जिलाध्यक्ष बने संजय यादव पूर्व में विधायक रह चुके हैं।

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अनुभवी व निष्ठावान कार्यकर्ता को दी गई प्राथमिकता

सभी जिलों में जिलाध्यक्ष के चयन में वरिष्ठ व निष्ठावान कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी गई है। साथ ही सामाजिक समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा गया है। ऐसे में नए जिलाध्यक्षों के माध्यम से क्षेत्र को अनुभवी व मजबूत टीम मिली है, जिसके बलबूते भाजपा लोकसभा चुनाव में सफलता का झंडा गाड़ेगी और 2024 में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में केंद्र में भाजपा की सरकार बनेगी। सहजानंद राय, क्षेत्रीय अध्यक्ष, भाजपा गोरखपुर क्षेत्र।

गोरखपुर क्षेत्र के जिलावार अध्यक्ष

  • गोरखपुर : युधिष्ठिर सिंह
  • गोरखपुर महानगर : राजेश गुप्ता
  • देवरिया : भूपेंद्र सिंह
  • कुशीनगर : दुर्गेश राय
  • महराजगंज : संजय पांडेय
  • बस्ती : विवेकानंद मिश्रा
  • सिद्धार्थनगर : कन्हैया पासवान
  • संत कबीर नगर : जगदंबा लाल श्रीवास्तव
  • आजमगढ़ : कृष्ण पाल
  • लालगंज : सूरज श्रीवास्तव
  • मऊ : नूपुर अग्रवाल
  • बलिया : संजय यादव

राजेश गुप्ता व युधिष्ठिर सिंह को फिर गोरखपुर की कमान

आजमगढ़ के अलावा गोरखपुर एक मात्र जिला है, जिसे भाजपा ने दो संगठनात्मक जिलों में बांट रखा है। आजमगढ़ के दोनों जिलों (आजमगढ़ व लालगंज) में तो भाजपा नेतृत्व ने जिलाध्यक्ष बदल दिया, लेकिन गोरखपुर के दोनों जिलों (गोरखपुर व महानगर) की कमान फिर पुराने जिलाध्यक्षों युधिष्ठिर सिंह व राजेश गुप्ता को ही सौंपी गई है।

माना जा रहा कि विधानसभा चुनाव और नगर निकाय चुनाव में उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए एक बार फिर पार्टी नेतृत्व ने भरोसा जताया है। दोबारा जिलाध्यक्ष बनने की जानकारी मिलने के बाद राजेश गुप्ता और युधिष्ठिर सिंह ने गोरखनाथ मंदिर जाकर गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन-पूजन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय माधवधाम भी गए। आह्लादित जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष ने पार्टी की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरने की बात कही है।

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