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गोरखपुर में 2.50 किलो सोना गायब होने का मामला, सर्राफ के रिश्तेदार समेत तीन के खिलाफ FIR; जांच में जुटी पुलिस

सर्राफ ने सोना गायब करने में रिश्तेदार समेत तीन के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तीनों का शांति-भंग की आशंका में चालान किया। पुलिस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए गोयल कटरा स्थित राहुल वर्मा व घंटाघर स्थित उसके रिश्तेदार की दुकान के बीच लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक कर रही है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Fri, 30 Jun 2023 03:04 PM (IST)
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2.50 किलो सोना गायब होने में पुलिस ने शुरू की जांच। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सर्राफ ने 2.50 किलो सोना गायब होने के मामले में अपने रिश्तेदार व दो कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि इन लोगों ने मिलकर सोना हड़प लिया है। गुत्थी सुलझाने के लिए राजघाट थाना पुलिस सर्राफ की दुकान के साथ ही घंटाघर में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देख रही है।

यह है मामला

तुर्कमानपुर रावत पाठशाला के पास रहने वाले राहुल वर्मा ने राजघाट थाना पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि हिंदी बाजार के गोयल कटरा में उनकी लालबाबू किशन कुमार ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। 26 जून की रात में दुकान बंद होने के बाद उन्होंने अपने दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी बसंतपुर, नरकटिया के रहने वाले किशन साहनी को 2.50 किलो सोना बैग में रखकर अपने रिश्तेदार जितेंद्र वर्मा की घंटाघर स्थित दुकान में रखने के लिए भेजा।

28 जून की सुबह दुकान खुलने पर दूसरे कर्मचारी बसंतपुर, तकिया के शराफल अली को सोना लाने के लिए भेजा। दोपहर एक बजे बैग लेकर शराफल आया। खोलने पर चार डिब्बा सुरक्षित था और एक डिब्बा जिसमें 2.50 किलो सोना था उसकी जगह रुई भरा था। पूछने पर तीनों लोग जानकारी से इनकार कर रहे हैं। सीओ कोतवाली जगत कन्नौजिया ने बताया कि तहरीर के आधार पर सोना हड़पने का मुकदमा दर्ज कर तीनों आरोपितों का शांतिभंग में चालान कर दिया गया है। सर्राफ ने बैग में कितना सोना रखा था, किसने गायब किया इसकी जांच चल रही है।

पांच टीम देख रही है फुटेज

राजघाट थाना पुलिस गोयल कटरा स्थित राहुल वर्मा व घंटाघर स्थित उसके रिश्तेदार की दुकान के बीच लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देख रही है। थानाध्यक्ष राजघाट राजेंद्र सिंह ने बताया कि जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी।

नहीं मिला पिटाई का प्रमाण, नेता पर तूल देने का आरोप

पुलिस की जांच में आरोपित कर्मचारियों की पिटाई करने का कोई प्रमाण नहीं मिला है। कर्मचारियों के साथ ही सर्राफ के रिश्तेदार का शांतिभंग में चालान करने के बाद राजघाट थाना पुलिस ने मेडिकल कराया जिसमें चोट का निशान नहीं मिला। थानाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि पीटने का आरोप गलत है। पीड़ित सर्राफ राहुल वर्मा का आरोप है कि एक स्थानीय नेता आरोपितों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं और मामले को तूल देकर दूसरी ओर मोड़ रहे हैं।