अपराध नहीं, अब आस्था व विकास का समन्वित केंद्र है गोरखपुर, CM योगी ने महोत्सव के समापम समारोह में कही ये बात
गोरखपुर महोत्सव के समापन समारोह में सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर आस्था और विकास का समन्वित केंद्र है। पिछले छह सालों में गोरखपुर विकास की ऊंचाई पर पहुंचा है। यह जिला शिक्षा का भी हब बन रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 14 Jan 2023 10:27 AM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 20 वर्ष पहले गोरखपुर को आतंक और अपराध का पर्याय समझा जाता था, लेकिन पिछले छह सालों में यह जिला विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है। यहां के नागरिकों को नई पहचान मिली है। गोरखपुर अब अपराध नहीं, बल्कि आस्था व विकास के समन्वित केंद्र के रूप में जाना जाता है।
पूरी भव्यता के साथ हो रहा गोरखपुर महोत्सव
मुख्यमंत्री शुक्रवार को चंपा देवी पार्क में आयोजित तीन दिवसीय गोरखपुर महोत्सव-2023 के समापन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सम व विपरीत परिस्थितियों में विगत छह सालों से गोरखपुर महोत्सव का आयोजन पूरी भव्यता के साथ हो रहा है। इस जनपद पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विशेष अनुकंपा है। उनके नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर विकास की नई यात्रा कर रहा है तो इसमें उत्तर प्रदेश भी नई सोच के साथ आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि इस विकास यात्रा में गोरखपुर भी नई पहचान के साथ सहभागी बना है। गोरखपुर महोत्सव नई पहचान की महत्वपूर्ण कड़ी है।
'अच्छाई से होनी चाहिए हमारी पहचान'
मुख्यमंत्री ने कहा, हमारी पहचान अच्छाई से होनी चाहिए। इसी के दृष्टिगत गोरखपुर ने विकास की हर उस योजना को छुआ है, जिसकी तड़प थी। कभी स्वयं बीमार रहा बीआरडी मेडिकल कॉलेज अब अच्छी स्थिति में है। यहां एम्स भी खुल गया है। 1990 में बंद खाद कारखाने की जगह 31 साल बाद नया कारखाना चालू हो गया। रामगढ़ताल पर्यटन के नए केंद्र के रूप में उभरा है। वायु सेवा बेहतरीन हुई है। गोरखपुर को चिड़ियाघर की सौगात मिल गई है। फिल्मों की शूटिंग के लिए निर्देशक यहां आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि गोरखपुर अब विकास और चार विश्वविद्यालयों की पहचान रखता है। गोरखपुर शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और उद्योग का हब बनकर उभर रहा है। मुख्यमंत्री ने सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 लोगों को गोरखपुर रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया।सोनू निगम के एलबम ‘श्रीहनुमान चालीसा’ का किया विमोचन
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर महोत्सव के मुख्य मंच से प्रसिद्ध गायक पद्मश्री से सम्मानित सोनू निगम के एलबम (सीडी) ‘श्रीहनुमान चालीसा’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुमान चालीसा गोस्वामी तुलसीदास जी की कृति है। इसे रचते समय अनेक चुनौतियां भी आईं, लेकिन हनुमान जी की कृपा से सभी संकट दूर होते गए। हनुमान चालीसा आज जन-जन का मंत्र है। बच्चे की प्रारंभिक बोली की तरह यह सहज और सरल तरीके से शिक्षित-अनपढ़ सबके रोम-रोम में बसा है। ऐसे दौर में जब अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण अंतिम चरणों में है, सोनू निगम ने प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त बजरंग बली के प्रति आस्था व्यक्त कर करोड़ों भक्तों को आह्लादित होने का अवसर प्रदान किया है। मंच से मुख्यमंत्री योगी ने महोत्सव की स्मारिका ‘अभ्युदय’ का भी विमोचन किया। उन्होंने सोनू निगम को स्मृति चिह्न प्रदान किया।
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