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Gorakhpur Metro Rail Project: परवान चढ़ी गोरखपुर मेट्रो परियोजना, लाइट मेट्रो के लिए बजट का किया गया प्रावधान

Gorakhpur Metro Rail Project Budget 2021 गोरखपुर में मेट्रो परियोजना के तहत निर्माण जल्द शुरू होने की उम्मीद लेकर आया है। नियो एवं लाइट मेट्रो के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। गोरखपुर में तीन बोगियों वाली लाइट मेट्रो शुरू होनी है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 02 Feb 2021 07:05 AM (IST)Updated: Tue, 02 Feb 2021 08:30 PM (IST)
केंद्रीय बजट में लाइट मेट्रो का प्राविधान होने से गोरखपुर मेट्रो परियोजना की उम्‍मीद बढ गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। आम बजट गोरखपुर में मेट्रो परियोजना के तहत निर्माण जल्द शुरू होने की उम्मीद लेकर आया है। नियो एवं लाइट मेट्रो के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। गोरखपुर में तीन बोगियों वाली लाइट मेट्रो शुरू होनी है। प्रदेश कैबिनेट से इसके डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट को मंजूरी भी मिल चुकी है, अब केंद्र की मंजूरी का इंतजार है। बजट में मेट्रो का जिक्र आने के बाद यह तय माना जा रहा है कि जल्द ही वहां से भी मंजूरी मिल जाएगी और धनराशि भी जारी हो जाएगी।

केंद्रीय बजट में लाइट एवं नियो मेट्रो के लिए बजट का प्रावधान होने से 

प्रदेश कैबिनेट से पास हुए गोरखपुर मेट्रो की डीपीआर के अनुसार इसपर 4672 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। इसको पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के तहत ट्रांजिट (एलआरटी) के रूप में मंजूरी दी गई है। गोरखुपर मेट्रो की परियोजना में दो कारिडोर बनाए जाएंगे। पहला कारिडोर श्यामनगर (बरगदवा के पास) से शुरू होकर मदन मोहल मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तक 15.14 किलोमीटर लंबा होगा। इस मार्ग पर 14 स्टेशन होंगे।

इसी तरह दूसरा कारिडोर मेडिकल कालेज के पास गुलरिहा से नौसढ़ तक 12.70 किलोमीटर लंबा होगा। इसपर 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। तीन बोगियों वाली इस मेट्रो से एक साथ 600 लोग सफर कर सकेंगे। मेट्रो का रूट पूरी तरह से एलीवेटेड यानी पिलर पर होगा। कारिडोर एक पर ट्रैफिक लोड वर्ष 2024 में 1.55 लाख, वर्ष 2031 में 2.05 लाख और 2041 तक 2.53 लाख हो जाएगा। इसी तरह कारिडोर दो पर वर्ष 2014 में 1.24 लाख लोग रोजाना सफर करेंगे। वर्ष 2031 तक यह संख्या बढ़कर 1.73 लाख और 2041 में 2.19 लाख हो जाने का अनुमान है। मेट्रो की सुविधा शुरू हो जाने के बाद यातायात व्यवस्था में बड़ा परिवर्तन आएगा।

बजट से मिलेगी विकास को रफ्तार

आम बजट का व्यापारियों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि हर सेक्टर का ख्याल रखा गया है। इससे विकास को रफ्तार मिलेगी। स्टील, कपड़ा, सोना-चांदी आदि सेक्टर को काफी राहत मिली है। स्वास्थ्य एवं पर्यावरण का भी ख्याल रखा गया है।

यह बजट काफी अच्छा है। इस बार हर क्षेत्र का ध्यान रखा गया है। स्टील, प्लास्टिक से बने उत्पादों के दाम काफी कम होंगे। सोना-चांदी की कीमत भी घटेगी। पहले आयकर में पुराने केस रीओपेन करने का समय छह साल था अब उसे घटाकर तीन साल कर दिया गया है। - अनूप किशोर अग्रवाल, चैंबर आफ ट्रेडर्स। 

सोना-चांदी, लोहा एवं तांबा के व्यापारियों के लिए अच्छी खबर है। इस संकट के समय व्यापारियों को राहत दी गई है। इससे व्यापार में तेजी आएगी और विकास होगा। छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए कुछ और कदम उठाए जाने चाहिए थे। - मणिनाथ गुप्ता, महानगर अध्यक्ष, पूर्वांचल उद्योग व्यापार मंडल। 

कपड़े के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। टेक्सटाइल पार्क स्थापित हुआ तो यहां का व्यापार और बढ़ेगा। इस बार स्वास्थ्य सेक्टर पर काफी ध्यान दिया गया है। स्टील उत्पादों के दाम कम होने से कारोबारियों को राहत मिलेगी। - राजेश नेभानी, अध्यक्ष, थोक वस्त्र वेलफेयर सोसाइटी।

भविष्य में आत्मनिर्भर भारत बनने का बजट है। कोरोना जैसी महामारी को देखते हुए इस बार स्वास्थ्य बजट पर काफी ध्यान दिया गया है। इसे 137 फीसद तक बढ़ाया गया है। स्वच्छता के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी प्रावधान किए गए हैं। - आलोक चौरसिया, महामंत्री, दवा विक्रेता समिति

यह पूरी तरह से जन उपयोगी बजट है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में 137 फीसद की बढ़ोत्तरी करना ऐतिहासिक है। इसकी बहुत जरूरत है। इसके साथ-साथ उद्योग एवं व्यापार को बढ़ावा देने के उपाय भी किए गए हैं। निश्चित रूप से इससे विकास को गति मिलेगी। - जहूरुल्लाह, उपाध्यक्ष, गोलघर उद्योग व्यापार मंडल। 


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