Gorakhpur Metro : दूर हुई बाधा- दो रूट व 27 स्टेशन होंगे, अधिकारियों ने सीएम को दी जानकारी Gorakhpur News
गोरखपुर मेट्रो निर्माण में आ रही बाधा को दूर कर ली गई है। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके इसकी जानकारी दी है।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Sun, 01 Sep 2019 09:02 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। सीएम सिटी गोरखपुर में मेट्रो रेल के रूट और गतिरोध को समझने के बाद अधिकारियों ने उसका उपाय भी ढूंढ़ लिया। प्रमुख सचिव आवास एवं नियोजन दीपक कुमार ने लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी), राइट्स, जिला प्रशासन, लोनिवि और जीडीए के अफसरों संग मेट्रो रूट का निरीक्षण करने के बाद शाम को मुख्यमंत्री से मुलाकात की। मेट्रो रेल के संचालन से लेकर उसमें फोरलेन के चलते आ रही बाधाओं से जुड़ी जानकारियों को भी उन्होंने सीएम से साझा किया। बातचीत में मुख्यमंत्री ने भी मेट्रो रेल के संचालन को लेकर कई अहम सुझाव दिए।
अधिकारियों ने कियाय निरीक्षण
शुक्रवार को प्रमुख सचिव दीपक कुमार, मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन, जीडीए उपाध्यक्ष ए. दिनेश कुमार, एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव, राइट्स के मैनेजर प्रियांक इटोरिया व लोनिवि के अफसरों ने मेट्रो रूट का निरीक्षण किया। रेलवे स्टेशन, धर्मशाला, गोरखनाथ मंदिर, मेडिकल कॉलेज, गोलघर, मोहद्दीपुर समेत कई स्थानों पर रुकते हुए अधिकारियों ने मेट्रो और फोरलेन के ले-आउट पर बातचीत की। यह होगा रूट
पहला रूट श्याम नगर, बरगदवां, शास्त्री नगर, नथमलपुर, गोरखनाथ मंदिर, हजारीपुर, धर्मशाला, गोरखपुर रेलवे स्टेशन, विश्वविद्यालय चौराहा, मोहद्दीपुर, रामगढ़ताल, एम्स, मालवीय नगर, एमएमएमयूटी, दिव्य नगर होते हुए सूबा बाजार तक जाएगा।
शुक्रवार को प्रमुख सचिव दीपक कुमार, मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन, जीडीए उपाध्यक्ष ए. दिनेश कुमार, एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव, राइट्स के मैनेजर प्रियांक इटोरिया व लोनिवि के अफसरों ने मेट्रो रूट का निरीक्षण किया। रेलवे स्टेशन, धर्मशाला, गोरखनाथ मंदिर, मेडिकल कॉलेज, गोलघर, मोहद्दीपुर समेत कई स्थानों पर रुकते हुए अधिकारियों ने मेट्रो और फोरलेन के ले-आउट पर बातचीत की। यह होगा रूट
पहला रूट श्याम नगर, बरगदवां, शास्त्री नगर, नथमलपुर, गोरखनाथ मंदिर, हजारीपुर, धर्मशाला, गोरखपुर रेलवे स्टेशन, विश्वविद्यालय चौराहा, मोहद्दीपुर, रामगढ़ताल, एम्स, मालवीय नगर, एमएमएमयूटी, दिव्य नगर होते हुए सूबा बाजार तक जाएगा।
दूसरा रूट गुलरिहा, मेडिकल कालेज, मोगलहां, खजांची बाजार, बशारतपुर, अशोक नगर, असुरन चौक, धर्मशाला, गोलघर होते हुए कचहरी चौराहे पर खत्म होगा।
27 स्टेशन होंगे
मेट्रो का पहला रूट श्याम नगर से सूबा बाजार होगा, जिसकी लंबाई 16.95 किमी होगी। इस पर 16 स्टेशन बनेंगे। गुलरिहा से कचहरी तक 10.46 किमी लंबे दूसरे रूट पर 11 स्टेशन बनने हैं। धर्मशाला पर दोनों रूट एक दूसरे से जुड़ेंगे। बड़े पैमाने पर होगी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
गोरखनाथ इलाके में मंदिर के पास सड़क संकरी होने के चलते परेशानी आने की संभावना को देखते हुए अधिकारियों ने काफी देर तक मंथन किया। फोरलेन के लिए 15 मीटर जबकि मेट्रो के पिलर के लिए दो मीटर अतिरिक्त जगह की जरूरत को देखते हुए यहां बड़े पैमाने पर निर्माण ध्वस्त करने की बात सामने आई। कम से कम नुकसान पर मंथन
गोरखपुर में मेट्रो रेल की लागत 4100 करोड़ रुपये आने का अनुमान है। श्याम नगर से दिव्य नगर रूट पर जंगल कौडिय़ा-मोहद्दीपुर फोरलेन का निर्माण चल रहा है। इसमें मोहद्दीपुर से गुरुंग तिराहे तक निर्माण हो चुका है, जबकि गुरुंग तिराहे से सूबा बाजार तक काम चल रहा है। मेट्रो के पिलर के लिए फाउंडेशन में जगह की जरूरत है। अधिकारी इस बिंदु पर चर्चा कर रहे हैं कि किस तरह काम हो कि दूसरे कार्यों में नुकसान कम से कम हो। सीएम से मिले अधिकारी
प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग गोकर्ण सिंह के शाम को गोरखपुर पहुंचने के बाद अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान सामने आए बिंदुओं को साझा किया। इसके बाद सभी अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने गोरखनाथ मंदिर पहुंच गए। सीएम से बातचीत में अधिकारियों ने मेट्रो के संचालन, रूट निरीक्षण के दौरान सामने आए गतिरोध और फोरलेन की बाधा से जुड़े तथ्यों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने सभी पहलुओं को गौर से सुनने के बाद अपनी तरफ से भी कई अहम सुझाव दिए।गतिरोध को दूर करने के लिए तलाशेंगे विकल्प
प्रमुख सचिव आवास एवं एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि जहां भी बाधाएं मिली हैं उसे चिन्हित किया गया है। जिला प्रशासन और संबंधित विभागों से इसके समाधान पर बात करते हुए विकल्प पर चर्चा हुई है। विकल्पों पर मंथन के बाद दोबारा जल्द ही मेट्रो रूट का निरीक्षण किया जाएगा। पिलर पर संचालित होने वाली दो बोगी की मेट्रो का डीपीआर तैयार है। राज्य से इसके स्वीकृत होने के बाद केंद्र सरकार को इसे भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलते ही काम शुरू होगा।
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गोरखनाथ इलाके में मंदिर के पास सड़क संकरी होने के चलते परेशानी आने की संभावना को देखते हुए अधिकारियों ने काफी देर तक मंथन किया। फोरलेन के लिए 15 मीटर जबकि मेट्रो के पिलर के लिए दो मीटर अतिरिक्त जगह की जरूरत को देखते हुए यहां बड़े पैमाने पर निर्माण ध्वस्त करने की बात सामने आई। कम से कम नुकसान पर मंथन
गोरखपुर में मेट्रो रेल की लागत 4100 करोड़ रुपये आने का अनुमान है। श्याम नगर से दिव्य नगर रूट पर जंगल कौडिय़ा-मोहद्दीपुर फोरलेन का निर्माण चल रहा है। इसमें मोहद्दीपुर से गुरुंग तिराहे तक निर्माण हो चुका है, जबकि गुरुंग तिराहे से सूबा बाजार तक काम चल रहा है। मेट्रो के पिलर के लिए फाउंडेशन में जगह की जरूरत है। अधिकारी इस बिंदु पर चर्चा कर रहे हैं कि किस तरह काम हो कि दूसरे कार्यों में नुकसान कम से कम हो। सीएम से मिले अधिकारी
प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग गोकर्ण सिंह के शाम को गोरखपुर पहुंचने के बाद अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान सामने आए बिंदुओं को साझा किया। इसके बाद सभी अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने गोरखनाथ मंदिर पहुंच गए। सीएम से बातचीत में अधिकारियों ने मेट्रो के संचालन, रूट निरीक्षण के दौरान सामने आए गतिरोध और फोरलेन की बाधा से जुड़े तथ्यों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने सभी पहलुओं को गौर से सुनने के बाद अपनी तरफ से भी कई अहम सुझाव दिए।गतिरोध को दूर करने के लिए तलाशेंगे विकल्प
प्रमुख सचिव आवास एवं एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि जहां भी बाधाएं मिली हैं उसे चिन्हित किया गया है। जिला प्रशासन और संबंधित विभागों से इसके समाधान पर बात करते हुए विकल्प पर चर्चा हुई है। विकल्पों पर मंथन के बाद दोबारा जल्द ही मेट्रो रूट का निरीक्षण किया जाएगा। पिलर पर संचालित होने वाली दो बोगी की मेट्रो का डीपीआर तैयार है। राज्य से इसके स्वीकृत होने के बाद केंद्र सरकार को इसे भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलते ही काम शुरू होगा।