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Nepal Bus Accident: नेपाल में भूस्खलन के चलते सड़क पर हुआ था गड्ढा, यही बना हादसे की वजह- PHOTOS

नेपाल में एक भयानक बस दुर्घटना में 27 लोगों की मौत हो गई है। गोरखपुर से महाराष्ट्र के श्रद्धालुओं को लेकर जा रही बस नेपाल में एक गड्ढे में गिर गई। इस हादसे में बस चालक की भी मौत हो गई है। गोरखपुर और महराजगंज के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट हो गए हैं। लखनऊ से भी अधिकारी पल-पल का अपडेट ले रहे हैं।

By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 24 Aug 2024 09:05 AM (IST)
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नेपाल हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई है। जागरण

जागरण टीम, गोरखपुर। नेपाल में भूस्खलन की वजह से सड़क पर हुआ गड्ढा दुर्घटना का कारण बना। महाराष्ट्र के श्रद्धालुओं से भरी बस का पहिया जैसे ही गड्ढे में पड़ा बस अनियंत्रित होकर पलट गई। दुर्घटनाग्रस्त बस के ठीक पीछे चल रहे टेंपो ट्रैवेलर के चालक इब्राहिम ने नेपाल पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को बताया कि हादसा उसकी आंखों के सामने हुआ।

दुर्घटनाग्रस्त बस के चालक पिता मुर्तजा गड्ढे में पड़ी बस को जब तक ब्रेक लगाकर नियंत्रित करते वह पलटकर फिसलते हुए नदी में जा गिरी। इधर, हादसे की खबर मिलते ही गोरखपुर और महराजगंज के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट हो गए। लखनऊ से भी अधिकारी पल-पल का अपडेट लेते रहे।

पिपराइच, तुर्रा बाजार के भगवानपुर निवासी 55 वर्षीय मुस्तफा उर्फ मुर्तजा पिछले 25 वर्ष से केसरवानी परिवहन में चालक थे। नेपाल की बुकिंग मिलने पर उन्हें ही भेजा जाता था। मुस्तफा का बड़ा बेटा इब्राहिम भी पिता के साथ ट्रैवलर गाड़ी लेकर नेपाल जाता था। इस बार भी वह पिता के साथ दूसरी गाड़ी लेकर नेपाल गया था।

हादसे के समय उसकी गाड़ी ठीक पीछे चल रही थी। इब्राहिम ने स्वजन के अलावा ट्रैवेल एजेंसी के मैनेजर धर्मेंद्र यादव को फोन कर घटना की जानकारी दी। बताया कि अब्बू लापता हैं, खलासी कुशीनगर के हाटा, अहिरौली के रामजी घायल हैं। घटना की जानकारी होते ही मुर्तजा के घर शुभचिंतकों की भीड़ जुट गई।

बेटा हसनैन चाची अमीना, चचेरे भाई आजाद व रिश्तेदारों के साथ कार से नेपाल रवाना हो गया। मुस्तफा की बीमार पत्नी मजन्नूनिशा को इसके बारे में नहीं बताया गया। बड़े भाई इम्तियाज ने बताया कि मुस्तफा के चार बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा इब्राहिम ट्रैवलर चलाता है। उससे छोटे हसनैन फिर बेटी हसीना व शकीना हैं।

महराजगंज जिले का है दूसरे बस का चालक

महाराष्ट्र के पर्यटकों को नेपाल लेकर दो बस और एक ट्रैवेलर गई थी।इसमें एक बस मुस्तफा व दूसरी बस को महराजगंज के पुरंदरपुर का रहने वाला आरिफ लेकर गया है। हादसे के बाद केसरवानी परिवहन के मैनेजर धर्मेंद्र यादव ने फोन पर उससे बात की।आरिफ ने बताया कि तीनों वाहन 50 मीटर आगे-पीछे चल रहे थे। मुस्तफा जिस बस को चला रहे थे उसमें सवार हुए तीन पर्यटक पैर में चोट लगने की वजह से प्रयागराज से ही घर लौट गए थे।

एयरक्राफ्ट से महाराष्ट्र भेजे जाएंगे शव

राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि नेपाल प्रशासन ने शनिवार की दोपहर दो बजे तक पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी हो जाने की जानकारी दी है। इसके बाद सभी 27 शव सड़क मार्ग से गोरखपुर एयरपोर्ट लाए जाएंगे। गोरखपुर एयरपोर्ट से एयरक्राफ्ट के माध्यम से शव को महाराष्ट्र भेजा जाएगा। घायलों को उपचार के बाद सड़क मार्ग से वापस भारत लाया जाएगा।

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सरहद पर चौकस रही सुरक्षा एजेंसियां

नेपाल के हादसे की खबर मिलते ही सोनौली सीमा पर तैनात एसएसबी व पुलिस के अलावा अन्य एजेंसियां अलर्ट हो गईं। एसडीएम नौतनवा नंद प्रकाश मौर्य के नेतृत्व में गया प्रशासनिक अमला देर शाम हादसा स्थल आबूखैरेनी पहुंचा। सात घायलों को सोनौली सीमा के रास्ते भारत लाकर नौतनवा क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया जाएगा।

नेपाल के कई मार्ग खतरनाक

नेपाल के प्रमुख पर्यटन नगर काठमांडू व पोखरा जाने वाले मार्गों की हालत काफी खराब है। नारायणघाट-मुग्लिन सड़क खंड, मुग्लिंग-नौबीसे सड़क खंड, मुग्लिंग-पोखरा मार्ग, बुटवल-पाल्पा मार्ग, पाल्पा-श्यांजा मार्ग पर पुल व सड़क निर्माण से आवागमन जोखिम भरा है। इन मार्गों पर भूस्खलन भी अधिक हुए हैं। जिससे आवागमन रह-रहकर अवरुद्ध हो जाते हैं।

पोखरा में होगा पोस्टमार्टम

हादसे में बस चालक मुर्तजा की दुर्घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उसका बेटा इब्राहिम दूसरी बस (ट्रेवलर) पर चालक था। इब्राहिम ने ही हादसे की सूचना गोरखपुर में बस मालिक को दी। महराजगंज के जिलाधिकारी अनुनय झा ने बताया कि राहत व बचाव के लिए महराजगंज से अधिकारियों को भेजा गया है। सीमा पर छह एंबुलेंस लगाई गई हैं। बस स्टेशन पर भी पर्याप्त बसों की व्यवस्था की गई है। भारतीय दूतावास के अधिकारी आंबूखैरेनी पहुंच चुके हैं। शवों को पोखरा भेजने की तैयारी चल रही है। पोस्टमार्टम पोखरा स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान में किया जाएगा।

बस में सवार थे ये यात्री

दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार यात्रियों का तो ब्योरा मिल गया है, लेकिन इनमें मृतकों की शिनाख्त अभी पूरी नहीं हो सकी है। नेपाल प्रशासन ने तस्दीक होने के बाद मृतकों की सूची जारी करने की बात कही है। दुर्घटनाग्रस्त बस में गणेश पांडुरंग भारबे, संदीप राजाराम सरोदे, सुधाकर कठीराम जावले, सागर कठु जावले, अविनाश भागवत पाटिल, हमराज राजाराम सरोदे, प्रवीण पांडुरंग पाटिल, अनूप हेमराज सरोदे, सुहास प्रभाकर राणे, अनंत ओंकार इंगठे, सुनील जगन्नाथ इंगठे, तुलसीराम लायजे, ज्ञानेश्वर नामदेव बोके, पंकज भागवत भंगाठे, प्रकाश नत्थू कोली, सीमा अनंत रंगठे, सरला सुहास राठे, चंदना सुहास राठे, आशा पांडुरंग पाटिल, निलिमा सुनील धांडे, कुमुदिनी रविंद्र सांबरे, शारदा सुरेश पाटिल, निलिमा चंद्रकांत जावठे, सुलमा पांडुरंग भारबे, सरला तुलसीराम लाइडे, गोकर्सी संदीप सरोदे, आशा समाधान बबिस्कट, भारतीय रविंद्र पाटिल, रोहिणी सुधारक जावठे, निलिमा सुनील भिरू, विजया कडु जावष्ठे, वर्षा पंकज भंगाष्ठे, सरोज मनोज भिरू, रूपाली हेमराज सरोदे, पल्लवी सरोदे, योगिनी पांडुरंग भारबे, आशा ज्ञानेश्वर बोडे, मंगला विलास राणे, रेखा प्रकाश कोठी, अनिता अविनाश पाटिल सवार थे।

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