गोरखपुर में अचानक बंद हो गई सबसे पुरानी रामलीला, समिति के पदाधिकािरयों ने दिया धरना; प्रशासन को लगानी पड़ी दौड़
Gorakhpur Oldest Ramlila गोरखपुर की सबसे पुरानी रामलीला अचानक बंद हो गई है। रामलीला समिति के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पार्षद लाली गुप्ता और उनके पति दिनेश गुप्ता के खिलाफ धरना शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि पार्षद और उनके पति अनावश्यक हस्तक्षेप कर समिति के कार्यों में बाधा डाल रहे हैं। इस खबर में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बर्डघाट रामलीला मैदान में चल रही रामलीला शुक्रवार को अचानक बंद कर दी गई। रामलीला समिति के पदाधिकािरयों व कार्यकर्ताओं ने पार्षद लाली गुप्ता व उनके पति दिनेश गुप्ता के खिलाफ धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
उनका आरोप है कि पार्षद व उनके पति अनावश्यक हस्तक्षेप कर समिति के कार्यों में बाधा डाल रहे हैं। वह लीला का मंचन बंद कराने की कोशिश कर हैं। उन्होंने तीन दिन से सफाई बंद करा दी है। बिजली विभाग से शिकायत कर बिजली कटवा दी है।
समिति के कार्यालय में ताला मारने भी पहुंचे थे। सिटी मजिस्ट्रेट, बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता व अन्य अधिकािरयों ने मौके पर पहुंचकर धरना दे रहे लोगों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। खबर लिखे जाने पर धरना जारी रहा।
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रामलीला देखने बड़ी संख्या में लोग मैदान में बैठे रहे। पदाधिकारियों ने भगवान राम की आरती करने के बाद लीला शुरू नहीं की और धरने पर बैठ गए। उन्होंने बिजली विभाग के नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता आशीष चौहान से पूछा कि हमारी बिजली क्यों काटी गई?
रामलीला शुरू होने का इंतजार करते लोग।-जागरण
बिजली की चोरी कहकर हमारा अपमान किया गया है। जबकि हम लोग बिल का भुगतान किए हैं। अधिशासी अभियंता ने लिखकर दिया कि यहां कोई अनियमितता नहीं है। इसके बाद रामलीला शुरू हुई।बिजली निगम के अधिशासी अभियंता ने बताया कि रामलीला कमेटी बर्डघाट में पहुंचकर बात की गई। पांच अक्टूबर को नगर निगम के कर्मचारियों ने शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर से स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन जोड़ा था। शिकायत के बाद गुरुवार को इसे नगर निगम की स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन से जोड़ दिया गया। खंड क्षेत्र में नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट के लिए 699 किलोवाट क्षमता के 11 कनेक्शन लिए हैं। इनमें से एक कनेक्शन 609 किलोवाट का है।कुछ लोगों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट पर्यटन विभाग ने लगवाई है। यदि स्ट्रीट लाइट नगर निगम की नहीं है तो पर्यटन विभाग काे जुर्माना जमा करने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। रामलीला कमेटी चोरी की बिजली से स्ट्रीट लाइट नहीं जला रही थी। रामलीला मैदान के लिए अलग बिजली कनेक्शन लिया गया है। धरना पर बैठे कमेटी के लोग।-जागरण
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।बिजली की चोरी कहकर हमारा अपमान किया गया है। जबकि हम लोग बिल का भुगतान किए हैं। अधिशासी अभियंता ने लिखकर दिया कि यहां कोई अनियमितता नहीं है। इसके बाद रामलीला शुरू हुई।बिजली निगम के अधिशासी अभियंता ने बताया कि रामलीला कमेटी बर्डघाट में पहुंचकर बात की गई। पांच अक्टूबर को नगर निगम के कर्मचारियों ने शटडाउन लेकर ट्रांसफार्मर से स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन जोड़ा था। शिकायत के बाद गुरुवार को इसे नगर निगम की स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन से जोड़ दिया गया। खंड क्षेत्र में नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट के लिए 699 किलोवाट क्षमता के 11 कनेक्शन लिए हैं। इनमें से एक कनेक्शन 609 किलोवाट का है।कुछ लोगों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट पर्यटन विभाग ने लगवाई है। यदि स्ट्रीट लाइट नगर निगम की नहीं है तो पर्यटन विभाग काे जुर्माना जमा करने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। रामलीला कमेटी चोरी की बिजली से स्ट्रीट लाइट नहीं जला रही थी। रामलीला मैदान के लिए अलग बिजली कनेक्शन लिया गया है। धरना पर बैठे कमेटी के लोग।-जागरण