बंद होगी गोरखपुर की सबसे पुरानी सब्जी मंडी, यह है कारण
गोरखपुर के असुरन पोखरा के पास रेल लाइन के किनारे लगने वाली सब्जी मंडी और कुछ दुकानें हट जाएंगी। अपना घर और धर्मशाला ओवरब्रिज के बीच नई रेल लाइन व नया ट्रिप शेड का निर्माण होगा। निर्माण कार्य शुरू करने के लिए रेलवे ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 12 Jan 2022 07:15 PM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रेलवे स्टेशन गोरखपुर के पश्चिमी यार्ड स्थित असुरन पोखरा के पास रेल लाइन के किनारे लगने वाली सब्जी मंडी और कुछ दुकानें हट जाएंगी। अपना घर और धर्मशाला ओवरब्रिज के बीच नई रेल लाइन व नया ट्रिप शेड (जहां इंजनों की सामान्य मरम्मत होती है) का निर्माण होगा। सर्वे के बाद निर्माण कार्य शुरू करने के लिए रेलवे प्रशासन ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
धर्मशाला ओवर ब्रिज और अपना घर के बीच बिछेगी रेल लाइन और बनेगा ट्रिप शेड
दरअसल, रेलवे स्टेशन के पूर्वी यार्ड के नकहा जंगल रूट पर स्थित ट्रिप शेड गोरखपुर के रास्ते कुसम्ही से डोमिनगढ़ के बीच बिछ रही तीसरी रेल लाइन में पड़ गई है। रेल लाइन बिछाने से पहले शेड को हटाना होगा। ऐसे में रेलवे प्रशासन ने पश्चिमी यार्ड में नया ट्रिप शेड बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए भूमि चिन्हित कर ली गई है। नया बन जाने के बाद पूर्वी यार्ड के शेड को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार तीसरी रेल लाइन के चलते ट्रिप शेड को शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। निर्माण संगठन विभाग ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यहां जान लें कि ओवरब्रिज और अपना घर के बीच रेल लाइन के किनारे रेलवे की खाली भूमि पर सब्जी मंडी लगती है। रेलवे प्रशासन ने कुछ दुकानें भी आवंटित की हैं।दिसंबर तक पूरी हो जाएगी तीसरी रेल लाइन
गोरखपुर : रेलवे स्टेशन गोरखपुर में अब माल गाड़ियों की लंबी लाइन नहीं लगेगी। न ही ट्रेनें कैंट, नकहा और डोमिनगढ़ स्टेशन पर बेवजह खड़ी होंगी। गोरखपुर स्टेशन यार्ड से होकर कुसम्ही से डोमिनगढ़ के बीच फ्रेट कॉरिडोर के रूप में तैयार हो रही रही तीसरी रेल लाइन दिसंबर 2022 तक तैयार हो जाएगी। निर्माण कार्य तेज हो गया है। कुसम्ही से डोमिनगढ़ के बीच लगभग 21 किमी तीसरी रेल लाइन के लिए 186.85 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।