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UP Crime: मतांतरण को बढ़ावा देने वालों पर खुफिया नजर, DGP के पत्र के बाद पुलिस अधिकारियों ने शुरू की तैयारी

मतांतरण को बढ़ावा देने वाली संस्था या संदिग्ध अब पुलिस की नजर में हैं। इसे लेकर डीजीपी का पत्र मिलने के बाद गोरखपुर पुलिस व एलआईयू के अधिकारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। डीजीपी ने पत्र में लिखा है कि प्रार्थना आशीर्वाद व धार्मिक सभा पर विशेष ध्यान रखें। जो संस्था मतांतरण के लिए फंडिंग करती हैं उनको सूचीबद्ध कर लें।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Mon, 25 Sep 2023 08:51 AM (IST)
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मतांतरण को बढ़ावा देने वालों पर खुफिया नजर। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मतांतरण के लिए मन-मस्तिष्क बदलने का प्रयास करने वाली संस्था व संदिग्ध पुलिस व खुफिया एजेंसियों के निशाने पर है। डीजीपी विजय कुमार का पत्र आने के बाद जिले के पुलिस अधिकारियों ने इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है। मतांतरण के उद्देश्य से होने वाली गोष्ठी, आशीर्वाद कार्यक्रम और सभा में स्थानीय थाना पुलिस मौजूद रहेगी। जांच में अगर किसी संस्था या व्यक्ति की गतिविधि संदिग्ध मिली तो उसके फंडिंग की भी जांच होगी।

मतांतरण कराकर विवाह कराने वाली एजेंसी के बारे में एकत्र करें जानकारी

डीजीपी ने पत्र में लिखा है कि स्थानीय खुफिया एजेंसी (एलआइयू) के साथ ही थाने की पुलिस एजेंसी के बारे में जानकारी एकत्र करें जो मतांतरण कराकर विवाह कराती हैं। प्रार्थना, आशीर्वाद व धार्मिक सभा पर सतर्क दृष्टि रखें। ऐसी संस्था जो मतांतरण के लिए फंडिंग करती हैं उनको सूचीबद्ध कर लें। मतांतरण के लिए अगर किसी लड़की या महिला का अपहरण होता है तो इसे गंभीरता से लें। पीड़ित के परिवार, जाति, शिक्षा का पूरा विवरण तैयार करें।

मतांतरण के मामले को लेकर पहले से गंभीर है पुलिस

आरोपित का आपराधिक इतिहास के साथ ही उसके बारे में गहनता से जांच कर लें। पत्र आने के बाद जिले के अधिकारियों ने इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है। प्रभारी एसएसपी/एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि मतांतरण के मामले को लेकर पुलिस पहले से गंभीर है। पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देश को अमल में लाने के साथ ही सभी थाना प्रभारियों को इससे अवगत करा दिया गया है।

लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई

मतांतरण के मामले में लापरवाही बरतने और कार्रवाई न करने पर कार्रवाई भी होगी। डीजीपी ने थानेदार, हलका दारोगा के साथ ही बीट पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी तय की है। अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए हैं कि मतांतरण के मामले की गहनता से समीक्षा कर लें। क्राइम मीटिंग में सभी जिले के कप्तान इस निर्देश से सीओ व थानेदार को अगवत करा दें।

मूसाबार बाजार में बदनामी का दाग धुलने में जुटे जिम्मेदार अधिकारी

अपर पुलिस महानिदेशक की चौपाल के बाद पुलिस व आबकारी विभाग के अधिकारी मूसाबार में बदनामी का दाग धुलने में जुट गए हैं। कच्ची के ठिकानों पर छापा डाल लहन नष्ट करने के साथ ही धंधेबाजों को चिह्नित कर पुलिस चेतावनी दे रही है, सुधर जाएं नहीं तो निरोधात्मक कार्रवाई होगी। गांव में रविवार को पहुंचीं महिला बीपीओ व पुलिस टीम ने कच्ची के धंधेबाजों को चिह्नित किया। शाम को घर-घर पहुंचकर सभी को समझाया कि गांव का माहौल खराब न करें। शराब बनाने व बेचने की शिकायत मिलने पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। गांव में घूमते मिले बाहरी लोगों से पुलिस आने की वजह पूछ रही है।

चेतावनी देकर छोड़ा

सही कारण न बता पाने पर चेतावनी देकर छोड़ा जा रहा है कि अगली बार पकड़े गए तो कार्रवाई होगी। गांव की महिलाओं का कहना है कि एडीजी की चौपाल के बाद गांव में शराबियों का जमावड़ा बंद हो गया है। पुलिस गश्त करने के साथ ही माइक से उद्घोषणा कर लोगों को जागरूक कर रही है। अब लग रहा कि शाम को घर से निकलने में खतरा नहीं है। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि मूसाबार गांव में कच्ची का धंधा व बाहरी लोगों का जमावड़ा एक सप्ताह में बंद करने के निर्देश कैंपियरगंज थानेदार को दिए गए हैं। आबकारी विभाग की टीम भी छापेमारी कर रही है।

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