Gorakhpur: रिश्तेदार को फंसाने के लिए डॉक्टर से मांगी थी रंगदारी, बोला- बहू को परिवार के खिलाफ भड़काते हैं
मऊ के रहने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपित ने अज्ञात व्यक्ति को रुपये देकर पत्र डाक से भेजने के लिए दिया था। पुलिस रंगदारी मांगने का पत्र मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो उस व्यक्ति तक पहुंची जिसने पत्र भेजा था। उसके बताने सर्विलांस व सीसी कैमरे की मदद से स्कूटी के जरिये आरोपित दबोचा गया।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 30 Sep 2023 09:19 AM (IST)
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रिश्तेदार को फंसाने के लिए महिला डाक्टर से 20 लाख रुपये रंगदारी मांगने वाले आरोपित को बड़हलगंज थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया। एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को बड़हलगंज स्थित दुर्गावती हास्पिटल की डा. रोली पुरवार के पास पंजीकृत डाक से पत्र भेजकर 20 लाख रुपये रंगदारी मांगी गई थी। पत्र गोला के वार्ड नंबर सात में रहने वाले खुर्शीद नदीम के नाम से भेजा गया था।
अनजान व्यक्ति से भेजवाया था पत्र
रंगदारी व धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर जांच की गई तो पता चला कि पत्र गोला के बेवरी गांव में रहने वाले केसरी ने भेजा था। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पता चला कि स्कूटी सवार अनजान व्यक्ति ने 22 रुपये पत्र पोस्ट करने व 10 रुपये चाय पीने के लिए दिया था। उसकी बात मानकर उसने पत्र पोस्ट कर दिया था, इससे अधिक जानकारी नहीं है। सर्विलांस व सीसी कैमरे की मदद से जांच करने पर पता चला कि मऊ, घोषी के करीमुद्दीनपुर के रहने वाले मुहम्मद शाहिद अख्तर ने पत्र भेजा था।
रिश्तेदारों को पकड़वाने के लिए पत्र में लिखा था नाम
छानबीन कर पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि बेटे तारिक की शादी 2014 में हुई थी। कुछ दिन बाद बहू से तलाक हो गया। इसके बाद तारिक की दूसरी शादी शबनम से करवाई, जो डेढ़ माह से मायके में रहती है। उसकी मौसी शब्बो, भतीजे खुर्शीद व नदीम मेरी बहू को परिवार के प्रति भड़काते हैं। इसलिए उन्हें फंसाने के लिए डाक्टर को पत्र लिख 20 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। पुलिस दोनों को पकड़ ले इसलिए पत्र में उनका नाम भी लिखा था। एसएसपी ने घटना का पर्दाफाश करने वाली टीम को 20 हजार रुपये इनाम दिया है।यह भी पढ़ें, UP Crime: आगरा के मेडिकल माफिया पंकज का कारनामा, 4 राज्यों में दी थी 109 फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज की फ्रेंचाइजी
स्कूटी के नंबर से आरोपित तक पहुंची पुलिस
पत्र पोस्ट करने वाले केसरी से पूछताछ में पता चला कि आरोपित सफेद रंग की स्कूटी से आया था। सीसी कैमरा फुटेज की मदद से क्राइम ब्रांच को स्कूटी सवार के बारे में पता चला। फुटेज देखकर केसरी ने शाहिद अख्तर को पहचान लिया। इसके बाद सर्विलांस की मदद से पुलिस ने उसे दबोच लिया।यह भी पढ़ें, Gorakhpur News: गोरखनाथ मंदिर के आसपास के क्षेत्र से हटाई गईं मीट-मछली की दुकानें, अभियान चलाकर की गई कार्रवाई
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