Move to Jagran APP

UPPCL: गोरखपुर में बिजली व्यवस्था को मिलेगा बूस्ट, 11 नए उपकेंद्र बनेंगे; 1152 करोड़ रुपये होंगे खर्च

गोरखपुर में बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 11 नए उपकेंद्र बनाए जाएंगे और 10 उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इस परियोजना पर 1152 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे डेढ़ लाख से ज्यादा घरों को निर्बाध बिजली मिलेगी और उपकेंद्रों के ओवरलोड होने की समस्या दूर होगी। दिन प्रति दिन बिजली की मांग भी बढ़ती जा रही है।

By Durgesh Tripathi Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 12 Sep 2024 09:57 AM (IST)
Hero Image
नया उपकेंद्र बनाकर बिछिया को निर्बाध आपूर्ति दी जाएगी। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। महानगर में वर्ष 2035 में बिजली की संभावित मांग को देखते हुए उपकेंद्रों की संख्या और उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। बिजली निगम महानगर में 11 उपकेंद्र बनाएगा। इसके साथ ही 10 उपकेंद्रों की क्षमता में वृद्धि की जाएगी।

इससे डेढ़ लाख से ज्यादा घरों को निर्बाध बिजली तो मिलेगी ही, उपकेंद्रों के ओवरलोड होने की शिकायत भी दूर होगी। पुराने तारों को बदलकर नए तार लगाए जाएंगे और ट्राली ट्रांसफार्मर की संख्या 12 से बढ़ाकर 55 की जाएगी।

बिजली निगम ने स्मार्ट सिटी में व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बना लिया है। इन कार्यों पर 1152 करोड़ 33 लाख रुपये खर्च होंगे।

इसे भी पढ़ें-लखनऊ-गोरखपुर समेत 42 जिलों में भारी बारिश के आसार, मौसम व‍िभाग ने जारी क‍िया अलर्ट

महानगर में इस समय बिजली उपभोक्ताओं की संख्या तकरीबन दो लाख तीस हजार है। विस्तार के कारण नए-नए क्षेत्र महानगर में शामिल हुए हैं। रोजाना उपभोक्ताओं की संख्या में बढ़ोतरी होने के कारण बिजली की मांग भी बढ़ती जा रही है।

गोलघर, शाहपुर, राप्तीनगर, मोहद्दीपुर आदि उपकेंद्र ओवरलोड चल रहे हैं। इस कारण बार-बार बिजली कटने से उपभोक्ता परेशान रहते हैं। अभियंताओं का मानना है कि जिस तरह महानगर में विकास कार्य हो रहे हैं उससे बड़ी-बड़ी कंपनियों के शोरूम, माल, फ्लैट आदि तेजी से बढ़ रहे हैं।

यहां बिजली की मांग बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में भविष्य में बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए नए कार्यों को कराना बहुत जरूरी हो गया है। नए कार्यों में दिव्यनगर उपकेंद्र को भी शामिल किया गया है। यहां जमीन न मिलने के कारण रुपये वापस करने पड़े थे। नंदानगर में नया उपकेंद्र बनाकर बिछिया को निर्बाध आपूर्ति दी जाएगी।

यहां बनेंगे नए उपकेंद्र

गोलघर, लालडिग्गी न्यू, तारामंडल न्यू, नौसढ़, सूरजकुंड न्यू, नंदानगर, दिव्य नगर, मोहद्दीपुर परिसर, शाहपुर न्यू, चरगांवा ब्लाक, खोराबार न्यू

इन उपकेंद्रों की बढ़ेगी क्षमता

लालडिग्गी, सर्किट हाउस, विश्वविद्यालय, रुस्तमपुर, धर्मशाला, इंडस्ट्रियल एस्टेट, सूरजकुंड, मोहद्दीपुर, राप्तीनगर न्यू, पादरी बाजार

इसे भी पढ़ें-पूर्वांचल में स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पर लगेगी लगाम, काशी से होगी निगरानी

यहां स्थापित होंगे पावर ट्रांसफार्मर

नार्मल, रानीबाग, तारामंडल, दुर्गाबाड़ी, बक्शीपुर ओल्ड, खोराबार, शाहपुर, राप्तीनगर ओल्ड, पादरी बाजार

अधीक्षण अभियंता शहर लोकेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत महानगर में भविष्य की जरूरतों को देखते हुए बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रस्ताव बनाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में महानगर में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। इससे बड़ी कंपनियां आ रही हैं, फ्लैटों की संख्या बढ़ रही है और व्यापार में बढ़ोतरी हो रही है। इस कारण बिजली की मांग भी लगातार बढ़ रही है। वर्तमान के साथ ही भविष्य के गोरखपुर में बिजली की दिक्कत नहीं होगी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।