गोरखपुर ट्रेड-शो में दिखा दिल्ली के प्रगति मैदान वाले ट्रेड फेयर जैसा नजारा, CM योगी की सोच ने हकीकत में बदल दी कल्पना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में देश की नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी ने ब्रांड गोरखपुर का संदेश दिया। सीएम योगी के कार्यकाल में गीडा की सूरत बदल गई। साढ़े छह साल पहले तक अपराध के लिए पहचाने जाने वाले गोरखपुर में अब निवेशकों का मेला लग रहा है। सभी उद्यमी यहां अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हुए निवेश के लिए आगे आ रहे हैं।
अरुण चन्द, गोरखपुर। एक किलोमीटर की दूरी से बर्फ के सफेद पहाड़ जैसे झलकते तीन-तीन पंडाल। दर्शक दीर्घा के चौड़े गलियारे। चमचमाती कारपेट और दूध से उजले सोफे, कुर्सियां व सुंदर मंच। ऐसा लगा, जैसे गीडा के संस्थागत क्षेत्र में पहली बार शुरू हुए चार दिनी गोरखपुर ट्रेड शो की भव्यता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की औद्योगिक सोच उतर पड़ी। साढ़े छह साल पहले तक बीमारू व अपराध के लिए पहचाने जाने वाले गोरखपुर में दिल्ली के प्रगति मैदान में लगने वाले ट्रेड फेयर जैसा आयोजन सिर्फ कल्पना लगती थी, पर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद माहौल ऐसा बदला कि यह कल्पना हकीकत में बदल गई।
गोरखपुर ट्रेड शो में मिनी प्रगति मैदान जैसा स्वरूप झलक पड़ा, जहां कोई भी स्थानीय से लेकर देश के बड़े उद्योगों में तैयार उत्पादों का अवलोकन कर औद्योगिक और व्यावसायिक प्रगति का साक्षी बन सकता है। मुख्यमंत्री की अगुवाई में देश की नामी कंपनियों के निदेशक व प्रतिनिधियों की मौजूदगी ने देश-प्रदेश में ‘ब्रांड गोरखपुर’ का संदेश दिया है। छह हजार से अधिक कुर्सियों से युक्त मुख्य पंडाल के दायीं ओर के पंडाल में एक तरफ बीटूबी केंद्र यानी बिजनेस टू बिजनेस में अतिथि उद्यमियों को मुख्यमंत्री के साथ संवाद करने का मौका मिला।
वहीं, दूसरे हिस्से और बायीं ओर के एक अन्य पंडाल में लगे 250 स्टाल में शो केस की तरह अलग-अलग कंपनियों, संस्थाओं के उत्पाद नजर आ रहे हैं। इनमें रसोई में इस्तेमाल होने वाले उत्पादों से लेकर कपड़ों, जूतों, स्पोर्ट्स आइटम्स, पेंट्स, प्लाई, पैकेजिंग आइटम के अलावा कई बड़े औद्योगिक समूहों के उत्पाद भी श्रृंखलाबद्ध तरीके से प्रदर्शित हैं। सबके बीच कई बैंकों और वित्तीय संस्थानों के स्टाल, ऋण सुविधाओं से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं।
प्रदेश की प्रगति के सफर को संजोए हुए सूचना विभाग की विकास प्रदर्शनी भी लोगों को आकर्षित कर रही तो गीडा के स्टाल से प्राधिकरण की योजनाओं की जानकारी हासिल की जा सकती है। तीन दिसंबर तक चलने वाले इस ट्रेड शो का शुभारंभ गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
उन्होंने स्टालों पर प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन किया और वहां मौजूद प्रतिनिधियों से जानकारी ली। सीएम ने सभी स्टालों की सराहना की और सबकी उन्नति के लिए शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने ट्रेड शो के इस भव्य आयोजन के लिए गीडा और प्रशासन समेत अन्य विभागों की प्रशंसा भी की।
बदलते गोरखपुर में अब साकार हुआ सपना
गीडा के स्थापना दिवस समारोह के मुख्य मंच पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सितंबर में ग्रेटर नोएडा में एक ट्रेड प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। इसमें 70 हजार बायर्स आए थे, जिनमें से 500 विदेश के थे। गोरखपुर ट्रेड शो भी उसी पैटर्न का है। मुख्यमंत्री ने कहा, गोरखपुर में पहले ऐसा ट्रेड शो सपना था। बदलते गोरखपुर में यह सपना अब साकार हुआ है।
तीन दिन तक चलेगा गोरखपुर ट्रेड शो
गीडा दिवस के अवसर पर आयोजित गोरखपुर ट्रेड शो तीन दिन तक चलेगा। लोग यहां लगे स्टालों पर आकर खरीदारी कर सकते हैं। इसके साथ अलग-अलग दिन विभिन्न तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। गीडा के विशेष कार्याधिकारी अनुपम मिश्र ने बताया कि एक दिसंबर को 10:30 बजे से इंडियन एमएसएमई इंडस्ट्रीज एवं रोल आफ क्रेडिट रेटिंग विषय पर सेमिनार का आयोजन होगा। इसके बाद 11:30 बजे से विक्रेता-खरीदार सम्मेलन होगा। मुख्यमंत्री ने लोगों से ट्रेड शो को देखने की अपील की है।
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ट्रेड शो में खराब टायरों से बने सोफे आकर्षण का केंद्र ट्रेड शो में नगर निगम की ओर से भी स्टाल लगाए गए हैं। इसमें आरआरआर सेंटर में खराब पड़े टायरों से बने सोफे, कुर्सी, मेज विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। नगर निगम की ओर से गीले कचरे से तैयार संजीवनी कंपोस्ट व खराब बोतलों के ढक्कन से तैयार महात्मा गांधी का पोट्रेट का स्टाल भी लोगों को लुभा रहा है।