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गोरखपुर चिड़ियाघर में कैमरे से वन्यजीवों के स्वास्थ्य व सुरक्षा पर रखेंगे नजर, 24 घंटे होगी निगरानी

गोरखपुर चिड़ियाघर प्रशासन वन्यजीवों के स्वास्थ्य व सुरक्षा को लेकर गंभीर है। ऐसे में शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में 50 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। यहां बाड़ों के बाहर से लेकर नाइट सेल तक में कैमरों से निगरानी की जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Fri, 24 Feb 2023 04:05 PM (IST)
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चिड़ियाघर में कैमरों से रखेंगे वन्यजीवों के स्वास्थ्य व सुरक्षा पर नजर। -जागरण
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में वन्यजीवों को उदंड दर्शकों से सुरक्षित करने और उनकी स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए प्राणि उद्यान प्रशासन 50 से अधिक सीसी कैमरा लगा रहा है। यह कैमरे केवल जीवों के बाड़ों के बाहर ही नहीं लगाया जा रहे बल्कि इन्हें जानवरों के नाइट सेल में लगाने की व्यवस्था की जा रही। इसके पीछे चिड़ियाघर प्रशासन की मंशा वन्यजीवों के स्वास्थ्य पर 24 घंटे निगरानी करने की है।

आए दिन दर्शकों द्वारा वन्यजीवों को छेड़ने की आती है शिकायत

चिड़ियाघर में दर्शकों की गतिविधियों की निगरानी के लिए 20 कैमरे स्थापना के साथ ही लगा दिए गए थे पर उनसे वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही थी। आए दिन दर्शकों द्वारा उन्हें छेड़ने की शिकायत चिड़ियाघर प्रशासन को मिल रही थी। एक दर्शक की ऐसी ही गतिविधि की वजह से बीते दिनों एक मात्र शेर पटौदी का पैर चोटिल हो गया था, जिसके चलते उसे दो महीने तक बाड़े से बाहर अस्पताल में रखना पड़ा था।

यही नहीं किसी वन्यजीव की तबीयत खराब होने की स्थिति में उसकी गतिविधियों पर नजर रखने रखने में चिड़ियाघर प्रशासन को दिक्कत आ रही थी। इसी समस्या से निपटने के लिए 50 और कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया है। शेर व बाघ जैसे संवेदनशील वन्यजीवों के बाड़ों पर विशेष तौर पर नजर रखी जाएगी।

क्या कहते हैं अधिकारी

गोरखपुर प्राणी उद्यान पशु चिकित्सक डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि लाख मना करने के बाद भी बहुत से दर्शक वन्यजीवों के बाड़े में कंकड़-पत्थर और पानी का बोतल आदि फेंक देते हैं। इससे वन्यजीवों के स्वास्थ्य प्रभावित होता है। स्वास्थ्य खराब होने पर गतिविधियों की निगरानी में भी दिक्कत आती है। इसे देखते हुए 50 कैमरे बाड़ों के बाहर से लेकर नाइट सेल तक में लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों से वन्यजीवों पर 24 घंटे नजर रखना संभव हो सकेगा।

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