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Seasonal Vegetables: ठंड हो, गर्मी या बरसात- यहां हर सब्जी मिलेगी बारहो मास

Seasonal Vegetables गोरखपुर में राजकीय उद्यान विभाग बेलीपार और जंगल डुमरी नंबर दो में हाईटेक नर्सरी स्थापित करने जा रही है। यहां बारहों मास सभी प्रकार की हरी सब्जियों के पौधे तैयार होंगे। पौधे तैयार होने के बाद किसानों की मांग के अनुसार उन्हें सस्ते दाम पर उपलब्ध कराया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep SrivastavaUpdated: Fri, 25 Nov 2022 08:25 PM (IST)
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गोरखपुर में बारहों मास हरी सब्जियों की खेती होगी। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जितेन्द्र पाण्डेय। गोरखपुर जनपद में दो हाईटेक नर्सरी स्थापित होने जा रही है। जहां पर उन्नत प्रजाति के सब्जी और फलदार पौधे तैयार किए जाएंगे। किसानों की मांग के अनुसार उन्हें सस्ते दाम पर उपलब्ध कराया जाएगा। राजकीय उद्यान विभाग ने स्थान का चयन कर लिया है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। इसके स्थापित हो जाने से लोगों को गर्मी, ठंड या बरसात में पैदा होने वाली सब्जियों की पौध बारहो मास मिलेगी। किसानों के माध्यम से आमजन को हर मौसम की सब्जियां मिलेंगी। इससे किसानों की आए भी बढ़ेगी। प्रशासनिक महकमा इस योजना को लेकर काफी उत्साहित है।

उद्यान विभाग बेलीपार और जंगल डुमरी में स्थापित करेगा हाईटेक नर्सरी

राजकीय उद्यान विभाग बेलीपार और जंगल डुमरी नंबर दो में हाईटेक नर्सरी स्थापित करने जा रही है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में भूमि चिन्हित कर लिया गया है। जल्द काम शुरु हो जाएगा। इस नर्सरी में हर मौसम में तैयार होने वाली सब्जियों के पौधे लगाएं जाएंगे। जैसे गर्मी के मौसम में होेने वाली सब्जी टमाटर, बैगन, जुकानी, मिर्च, तोरई, कद्दू, खीरा, लौकी को ठंड के मौसम में और ठंड में पैदा होने वाली सब्जी प्याज, मूली, करेला, तेरस, पालक, चुकंदर, भिन्डी, गाजर, शलजम, पत्ता गोभी समेत अन्य को गर्मी के मौसम में पैदा किया जा सके।

किसानों को सस्ते दाम पर मांग के अनुसार मिलेंगे सब्जी के पौधे

इसी तरह से बरसात के मौसम में भी होने वाली सब्जियों के पौधे भी तैयार किए जाएंगे। पौधों के तैयार होने के बाद किसानों की मांग के अनुसार उन्हें सस्ते दाम पर उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही किसानों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा कि वह दूसरे मौसम की सब्जियों की बोआई किस तरिके से करना है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तराई क्षेत्र होने के कारण हाईटेक नर्सरी पूर्ण रुप से संरक्षित होगी। जिससे की गर्मी, ठंडी और बरसात के समय होने वाली सब्जियों के पौधों को किसी भी समय तैयार किया जा सके।

महिला समूह और मनरेगा मजदूरों को मिलेगा रोजगार

बेलीपार और जंगल डुमरी में हाईटेक नर्सरी में महिला समूह और मनरेगा मजदूरों को रोजगार दिया जाएगा। इसके लिए दोनों के कार्य को बांटा गया है। सब्जियों के बीज की बोआई से लेकर पौधों को तैयार करने का काम मनरेगा मजदूर करेंगे। पौधों की देखभाल के लिए समूह की महिलाएं करेंगी।

जिस तापक्रम की होगी जरूरत वैसा रहेगा

हाइटेक नर्सरी में अलग-अलग मौसम में होने वाले तापक्रम की व्यवस्था रहेगी। जैसे बीज बोने के लिए जिस तापक्रम की जरुरत होती है। उसी हिसाब से रखा जाएगा। जब बीज पौधे के रुप में बाहर निकल जाएगा तो उसके हिसाब से तापक्रम रखा जाएगा।

क्या है हाइटेक नर्सरी

एक ऐसी तकनीक है जिसके माध्यम से ऑफ मौसम में भी सब्जियों की खेती आसानी से की जाती है। यह तकनीक प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों में एक असरकारक है। यह एक संरक्षित खेती है। जिसमें सब्जियों में ककड़ी, लौकी, शिमला मिर्च, खीरा, गोभी, टमाटर आदि को उगाया जाता है। घटती जोत और अधिक मुनाफे के कारण किसान इस प्रकार की खेती करना पसंद कर रहे हैं।

बेलीपार और जंगल डुमरी नंबर दो में हाईटेक नर्सरी स्थापित किया जाएगा। पर्याप्त भूमि मिल गई है। शासन को भेजी गई रिपोर्ट पर संस्तुति भी मिल गई है। काम शुरु होने जा रहा है। मनरेगा मजदूरा और समूह की महिलाएं नर्सरी पौधों को तैयार करने का कार्य करेंगी। - अरुण तिवारी, जिला उद्यान अधीकारी।