दिल्ली से मोबाइल चोरी कर नेपाल व बांग्लादेश में बेचते थे बदमाश, GRP ने किया गिरोह का पर्दाफाश; दो गिरफ्तार
पकड़े गए बदमाशों के पास से 18 लाख रुपये कीमत के 60 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जीआरपी ने गिरोह का राजफाश करते हुए सरगना समेत दो को अरेस्ट किया है। बाकियों की तलाश जारी है। बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि वे अब तक दिल्ली से चोरी करके चार बार में 250 से अधिक मोबाइल फोन बेच चुके हैं।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sun, 10 Sep 2023 09:20 AM (IST)
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दिल्ली में चोरी हुआ मोबाइल फोन कम मूल्य पर खरीदकर नेपाल व बांग्लादेश भेजकर बेचने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का जीआरपी ने पर्दाफाश किया है। सरगना समेत दो आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 18 लाख रुपये कीमत के 60 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश चल रही है।
यह है पूरा मामला
क्षेत्राधिकारी जीआरपी सरोज पांडेय ने थाने में प्रेस वार्ता कर बताया कि शनिवार की सुबह जीआरपी थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ प्लेटफार्म नंबर-एक पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान वैशाली एक्सप्रेस से बैग लेकर नीचे उतरे दो युवकों की गतिविधि संदिग्ध लगी। संदेह के आधार पर उनके बैग की तलाशी लेने पर 60 मोबाइल फोन मिले। दोनों युवकों की पहचान इटावा जिले के भरथना के अनवरगंज में रहने वाले मोहम्मद सेराज हाल मुकाम संगम विहार, डी-ब्लाक नई दिल्ली और सिवान (बिहार) के गोरयाकोठी, सिसई के अरविंद गुप्ता के रूप में हुई।
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ऐसे शुरू किया चोरी का धंधा
पूछताछ में पता चला कि सेराज मोबाइल फोन की मरम्मत करता है। चार माह पहले अरविंद मोबाइल मरम्मत का कार्य सीखने गया था। मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह के सदस्यों से जान-पहचान होने के बाद दोनों चोरी करवाने लगे। एक से दो हजार रुपये में चोरी का मोबाइल फोन खरीदकर उसे चार से पांच हजार रुपये में नेपाल व बांग्लादेश पहुंचाकर बेच देते थे। सेराज ने बताया कि चार बार में 250 से अधिक मोबाइल फोन बेच चुके हैं। गिरोह से जुड़े कई लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं, जिनकी तलाश चल रही है।
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