होली में मुश्किल हुआ सफर, गोरखपुर बस स्टेशन में कम पड़ गईं बसें- भटकते रहे लोग
बाहर से किसी तरह गोरखपुर तो पहुंच गए लेकिन यहां से आसपास जिलों में जाने के लिए लोगों को बसें नहीं मिल पा रही हैं। खड़ी होने से पहले ही बसें फुल हो जा रही हैं। इतना ही नहीं प्राइवेट में भी जगह नहीं मिल पा रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। होली पर्व के दौरान एक तो ट्रेनों का कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा। ऊपर से बसों का टोटा कोढ़ में खाज का काम कर रहा। दिल्ली, पंजाब और मुंबई से किसी तरह गोरखपुर पहुंचे पूर्वांचल और बिहार के लोगों को बसें नहीं मिल पा रहीं। गोरखपुर बस स्टेशन पर लोग बसों का इंतजार करते रहे। दिनभर बसों में सीट के लिए धक्कामुक्की जारी रही। यात्री परिवार के साथ स्टेशन परिसर से विश्वविद्यालय चौराहा तक भटकते रहे।
खड़ी होने से पहले ही फुल हो जा रही थीं बसें
सर्वाधिक परेशानी महराजगंज, सोनौली, पडरौना, देवरिया और रुद्रपुर क्षेत्र में जाने वाले लोगों को हुई। बसों और ट्रेनों से गोरखपुर उतरे लोगों को बसें नहीं मिल रही थीं। दोपहर बाद 3.00 बजे के आसपास तमकुही जाने के लिए पंजाब से गोरखपुर पहुंचे चंद्रमोहन को बस के लिए परेशान थे। उनका कहना था कि एक बस आई लेकिन खड़ी होने से पहले ही फुल हो गई। रोडवेज के लोगों का कहना है कि बस आने वाली है लेकिन कब तक आएगी पता नहीं। प्राइवेट बसों में भी जगह नहीं मिल रही। चंद्रमोहन ही नहीं सैकड़ों यात्री बसों को लेकर परेशान थे। स्टेशन परिसर में आने वाली बसें खड़ी होने से पहले ही फुल हो जा रही थीं।
लोकल रूटों पर बढ़ा दी गई हैं बसों के फेरे
परिवहन निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एके मिश्रा के अनुसार होली पर्व के चलते यात्रियों की भीड़ बढ़ी है। दिल्ली, मुंबई और पंजाब आदि से आने वाले लोगों की सुविधा के लिए लोकल रूटों पर चलने वाली बसों के फेरे बढ़ा दिए गए हैं। देवरिया, तमकुही, पडरौना और महराजगंज मार्ग पर देर रात तक बसें चलाई गईं। 22 मार्च तक क्षमता से अधिक बसें चलाई जाएंगी। चालकों और परिचालकों की छुटि्टयां रद कर दी गई हैं। प्रयास किया जा रहा है कि यात्रियों को परेशान न उठानी पड़े।