शिकायतों की अनदेखी अधिकारियों को पड़ेगी भारी, IGRS पर रखनी होगी नजर; विभागाध्यक्ष की होगी जिम्मेदारी
शिकायतों की अनदेखी अब अधिकारियों को भारी पड़ेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद IGRS पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले विभागाध्यक्षों पर भी कार्रवाई होगी। हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। तहसील या ब्लाक से संबंधित शिकायतों का निस्तारण लेखपाल कानूनगो या सचिव के स्तर से किया जाएगा। समय से और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न होने पर संबंधित कर्मियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (IGRS) पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण को लेकर संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष अधिकारियों की अनदेखी उन्हें भारी पड़ सकती है। रविवार की शाम को बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने हर स्तर पर जिम्मेदारी तय करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद स्थानीय स्तर पर भी सख्ती शुरू कर दी गई है।
यदि कोई कर्मचारी उचित तरीके से निस्तारण नहीं करता है तो अब यह केवल उसी की जिम्मेदारी नहीं होगी बल्कि इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी भी जिम्मेदार ठहराए जाएंगे और उन पर भी कार्रवाई होगी।
तहसील या ब्लाक से संबंधित शिकायत आइजीआरएस पर आती है तो उसका निस्तारण लेखपाल, कानूनगो या सचिव के स्तर से किया जाता है। आमतौर पर शिकायतें लंबित रहती हैं और जब नियंत्रण कक्ष से फोन किया जाता है तो अंतिम समय में जल्दी-जल्दी निस्तारण दिखा दिया जाता है।
शिकायतकर्ताओं की यह शिकायत होती है कि उनसे फीडबैक नहीं लिया जाता है। आनन-फानन में निस्तारण होता है तो शासन की ओर से लिए जाने वाले फीडबैक में उसकी पोल खुल जाती है।
रविवार को आनलाइन बैठक में मुख्यमंत्री ने इस बात के निर्देश दिए कि कर्मचारी जो रिपोर्ट लगाए, उसके परीक्षण की जिम्मेदारी अधिकारी की भी है। यानी लेखपाल, कानूनगो की रिपोर्ट पर तहसीलदार या एसडीएम को भी फीडबैक लेना चाहिए और यह तय किया जाए कि निस्तारण सही तरीके से हो।
ब्लाकों में खंड विकास अधिकारी यह जिम्मेदारी निभाए। समय से एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न होने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने इस मामले में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
आइजीआरएस के नोडल प्रभारी व अपर जिलाधिकारी प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता ने बताया कि शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी और विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।