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चलती ट्रेन में आनलाइन हो जाएगा किराया-जुर्माने का भुगतान

दरअसल टीटीई यात्रा के दौरान मिले किराया और जुर्माना की धनराशि को सुरक्षित रखने और समय से उसे काउंटर पर जमा करने को लेकर परेशान रहते हैं। अचानक यात्रा की प्लानिंग बनाने वाले यात्री भी स्टेशन पहुंचकर या ट्रेन में टिकट बुक कराते हैं।

By Satish chand shuklaEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 06:59 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 06:59 PM (IST)
चलती ट्रेन के संबंध में फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। ट्रेन में डेबिट व क्रेडिट कार्ड (एटीएम) से भी किराया और जुर्माने का भुगतान हो जाएगा। आम यात्रियों को राहत तो मिलेगी ही, रेल राजस्व को लेकर टिकट चेकिंग स्टाफ (टीटीई) की चिंता भी समाप्त हो जाएगी। यही नहीं राह में रेलकर्मियों और यात्रियों के बीच का रार भी समाप्त हो जाएगा। यह सुविधा देने के लिए एक्सप्रेस ट्रेनों के चल टिकट परीक्षक प्वाइंट आफ सेल (पीओएस) लेकर चलेंगे।

रेलवे और स्टेट बैंक में करार

पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने होली तक यह नई व्यवस्था शुरू करने की योजना तैयार की है। इसके लिए रेलवे और स्टेट बैंक के बीच होने वाला करार अंतिम चरण में है। जानकारों के अनुसार 16 से 18 फरवरी तक मुख्यालय गोरखपुर के अलावा लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के एक-एक स्टेशनों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाना था, लेकिन पर्याप्त पीओएस न मिल पाने व कुछ तकनीकी खामियों के चलते कार्यक्रम टल गया। अब फिर से प्रशिक्षण की योजना बनाई जा रही है। प्रशिक्षण के बाद पीओएस देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। शुरुआत में कोच कंडक्टरों को पीओएस उपलब्ध कराया जाएगा। धीरे-धीरे सभी टिकट चेकिंग स्टाफ के हाथ में पहुंच जाएगा। 

दरअसल, टीटीई यात्रा के दौरान मिले किराया और जुर्माना की धनराशि को सुरक्षित रखने और समय से उसे काउंटर पर जमा करने को लेकर परेशान रहते हैं। अचानक यात्रा की प्लानिंग बनाने वाले यात्री भी स्टेशन पहुंचकर या ट्रेन में टिकट बुक कराते हैं। अनियमित यात्रा पर जुर्माना भी देना पड़ जाता है। इन परिस्थितियों में बटुए में नकद नहीं होने से मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं। यात्री को जेल जाने की नौबत आ जाती है। ऐसे में रेलवे की यह कवायद राहत के साथ पारदर्शिता तो बढ़ाएगी ही, कैशलेस व्यवस्था को भी मजबूत करेगी।

हैंड हेल्ड टर्मिनल भी देने की चल रही तैयारी

पूर्वोत्तर रेलवे में टिकट चेकिंग स्टाफ को हैंड हेल्ड टर्मिनल (एचएचटी) देने की योजना भी जोरशोर से चल रही है। ग्लोबल पोजेशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पर आधारित टर्मिनल सीधे सेंटर फार रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) से जुड़ा रहेगा। इस सिस्टम में ट्रेन का चार्ट लोड रहेगा। टीटीई टिकटों की बुकिंग के साथ बर्थों का अलाटमेंट भी कर सकेंगे। जुर्माना काटने की भी आनलाइन व्यवस्था रहेगी। राजधानी और शताब्दी ट्रेनों के टीटीई एचएचटी लेकर चलने लगे हैं।


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