गांवों-मोहल्लों में जाकर रसोई गैस का कनेक्शन देगा इंडियन आयल
Indian Oil LPG connection इंडियन आयल ने पात्रों को गैस कनेक्शन आसानी से मिल सकें इसके लिए रथ आन व्हील्स का शुभारंभ किया गया। यह रथ गांवों-मोहल्लों में जाकर कनेक्शन की औपचारिकताएं पूरी करेगा। मौके पर ही कनेक्शन दिया जाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। केंद्र सरकार की महात्वकांक्षी उज्जवला योजन का लाभ सभी पात्रों को मिले इसके लिए इंडियन आयल ने एक अनूठी पहल की है। इंडियन आयल ने पात्रों को गैस कनेक्शन आसानी से मिल सकें इसके लिए रथ आन व्हील्स का शुभारंभ किया गया। यह रथ गांवों-मोहल्लों में जाकर कनेक्शन की औपचारिकताएं पूरी करेगा। मौके पर ही कनेक्शन दिया जाएगा।
24 अगस्त को सीएम ने किया था उज्जवला 2.0 की शुरुआत
सरकार की प्राथमिकता में शुमार उज्जवला 2.0 का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 अगस्त को महोबा में किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम से वर्चुअली इस जुड़े थे। उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत करीब 20 लाख संभावित लक्ष्य रखा गया है।
इंडियल आयल के कार्यकारी निदेशक डा. उत्तीय भट्टाचार्य, महाप्रबंधक (एलपीजी) अरुण प्रसाद, महाप्रबंधक (एलपीजी-सेल्स) नितेश श्रीवास्तव, गोरखपुर मंडल प्रमुख मुनीश गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर चार उज्ज्वला रथ-आन व्हील को रवाना किया। इस रथ की खासियत है कि यह पूरी तरह सोलर से संचालित होगा। बायोमीट्रिक और केवाईसी की सभी औपचारिकताएं मौके पर ही पूरी की जाएंगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति कनेक्शन से वंचित नहीं रहे।
महिलाओं को जागरूक भी करेगा यह रथ
कनेक्शन के साथ रथ महिलाओं को इसके इस्तेमाल को लेकर जागरूक भी करेगा। किसी आपदा के समय क्या एहतियात बरतें इसकी भी जानकारी दी जाएगी। डा. उत्तीय भट्टाचार्य ने बताया कि संतकबीर नगर, देवरिया, बस्ती, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर व महाराजगंज में एलपीजी के सुरक्षित उपयोग के बारे में लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। साथ ही जनता को पांच किलो भार वाले एफटीएल 'छोटू', नान एफटीएल सिङ्क्षलडर, 19 किलो व्यवसायिक सिलेंडर एवं आधुनिक एक्स्ट्रा-तेज एलपीजी की विशेषताओं से अवगत कराया जाएगा। इन सभी सिलेंडर की प्रतिलिपी भी इस रथ में होगी।
इंडियन आयल के बाटलिंग प्लांट में रीफिलिंग शुरू
गीडा स्थित इंडियन आयल के बाटलिंग प्लांट में गुरुवार से रीफिलिंग का कार्य शुरू हो गया। बाढ़ का पानी भरने की वजह से पहली सितंबर को बाटलिंग प्लांट को बंद कर दिया था। इसके बाद लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज के प्लांट से रसोई गैस सिलेंडरों की आपूर्ति की जा रही थी। इंडियन आयल के कार्यकारी निदेशक एवं राज्य प्रमुख डा. उत्तीय भट्टाचार्य ने बताया कि प्लांट परिसर में जलभराव के कारण 15 दिनों के ठहराव के बाद गुरुवार से संयंत्र संचालन शुरू हो गया है। सभी उपकरणों का पूरी तरह से परीक्षण कर लिया गया है। बाढ़ के पानी की वजह से प्लांट को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में भी 'कस्टमर फस्र्ट' की अपनी प्रतिबद्धता को सार्थक कर हमने अपने लखनऊ और प्रयागराज बाटलिंग प्लांट से एलपीजी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की। यही वजह है कि गोरखपुर व आसपास के क्षेत्रों में रसोई गैस की कमी नहीं हुई।