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Indian Railway News: एसी इकोनामी कोच में दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित होंगे दो बर्थ, बोर्ड ने जारी किया आदेश

रेलवे ने दिव्यांगों को बड़ी राहत दी है। दिव्यांगजनों के लिए राजधानी और दूरंतो को छोड़कर भारतीय रेलवे में चलने वाली लंबी दूरी की सभी एक्सप्रेस ट्रेनों में दो बर्थ (लोअर और मिडिल) आरक्षित होंगे। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को निर्देश जारी कर दिया है।

By Prem Naranyan DwivediEdited By: Pradeep SrivastavaPublished: Thu, 13 Oct 2022 07:05 AM (IST)Updated: Thu, 13 Oct 2022 07:05 AM (IST)
रेलवे ने दिव्यांगजनों के लिए एसी बोगी में भी बर्थ आरक्षित कर दिया है। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी। दिव्यांगजनों के लिए राहत भरी खबर है। एसी इकोनामी (थ्री ई क्लास) कोच वाली ट्रेनों में भी उन्हें आसानी से बर्थ मिल जाएंगे। दिव्यांगजनों के लिए राजधानी और दूरंतो को छोड़कर भारतीय रेलवे में चलने वाली लंबी दूरी की सभी एक्सप्रेस ट्रेनों में दो बर्थ (लोअर और मिडिल) आरक्षित होंगे। दिव्यांग यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रेलवे बोर्ड के निदेशक (पैसेंजर मार्केटिंग- सेकेंड) संजय मनोचा ने सभी जोन के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों (पीसीसीएम) को निर्देशित कर दिया है।

लंबी दूरी की एक्सप्रेस में मिलेगी लोअर और मिडिल बर्थ की सुविधा

दिव्यांगजनों के लिए लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) के स्लीपर (शयनयान) में चार और जनरल एसी कोच में दो बर्थ आरक्षित होते हैं, लेकिन रेल मंत्रालय सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कराने के लिए ट्रेनों में अब स्लीपर और जनरल एसी थर्ड की जगह एसी इकोनामी कोच का उपयोग करने लगा है। इन कोचों में यात्रा करने वाले लोगों को जनरल एसी थर्ड से लगभग नौ प्रतिशत कम किराया देना पड़ता है, साथ ही प्रति कोच में 11 बर्थ बढ़ भी जाता है।

स्लीपर व जनरल एसी थर्ड की जगह लगने लगे हैं एसी इकोनामी कोच

आने वाले दिनों में ट्रेनों में स्लीपर के अधिकतम पांच कोच ही लगेंगे। शेष एसी इकोनामी, एसी सेकेंड व फर्स्ट श्रेणी के कोच होंगे। रेलवे बोर्ड ने एसी इकोनामी कोच लगाने की शुरुआत भी कर दी है। प्रथम चरण में पूर्वोत्तर रेलवे को 57 एसी इकोनामी कोच की स्वीकृति प्रदान कर दी है, जिसमें 12 मिल चुके हैं। पुष्पक और कोचीन सीरीज की ट्रेनों में एसी इकोनामी कोच लगने लगे हैं। दिव्यांगजनों के अलावा वरिष्ठ नागरिक, गर्भवती व 45 से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए स्लीपर में छह और एसी थर्ड में तीन लोअर बर्थ आरक्षित रहते हैं।

एसी इकोनामी कोचों की विशेषताएं

एसी थर्ड से कम लगता है नौ प्रतिशत किराया।

कोच अग्नि प्रतिरोधक मेटल से बनाए जा रहे हैं।

कोच में 72 की बजाय 82 बर्थ उपलब्ध हैं।

दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए विशेष डिजाइन।

मोबाइल, मैग्जीन होल्डर्स, फायर सेफ्टी की व्यवस्था।

पढऩे के लिए रीडिंग लाइट व मोबाइल चार्जिंग प्वाइंटस।

मिडिल व अपर बर्थ पर चढऩे के लिए आरामदायक सीढी।

दिव्यांगजनों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए लंबी दूरी की मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में स्लीपर में 4 एवं एसी थर्ड में 2 बर्थ ईयरमार्क (निर्धारित) है। इसीक्रम में जिन ट्रेनों में सिर्फ थ्री एसी इकोनॉमी कोच लगे हैं, उनमें 2 बर्थ दिव्यांगजनों के लिए ईयरमार्क किया गया है। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे।


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