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अंधव‍िश्‍वास में हुई छह साल के मासूम की हत्‍या, दर‍िंदों की क्रूरता देखकर कांप गया हर कोई

गोरखपुर में तंत्र मंत्र के चक्‍कर में एक पांच वर्षीय बच्‍चे की हत्‍या कर दी गई। हत्‍या करके उसके शव को उसके घर के पास ही छ‍िपा द‍िया। बच्‍चे की हत्‍या उसका हाथ पैर बांधकर की गई थी। पुल‍िस को आशंका है क‍ि बच्‍चे की अंधव‍िश्‍वास के कारण हुई है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Fri, 08 Apr 2022 12:15 PM (IST)
अंधव‍िश्‍वास में हुई छह साल के मासूम की हत्‍या, दर‍िंदों की क्रूरता देखकर कांप गया हर कोई
गोरखपुर का गोलू उर्फ लक्ष्य, ज‍िसकी हत्‍या हुई। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर के बांसगांव के बहोरवा सिरसिया निवासी अनिरुद्ध राजभर के छह वर्षीय बेटे गोलू उर्फ लक्ष्य की हत्या गांव में ही हुई थी। इसके प्रमाण मिल रहे हैं। इसके साथ ही साथ पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहा है यदि बालक की हत्या गांव में हुई है तो पुलिस बालक की गुमशुदगी को लेकर गंभीर नहीं थी। पुलिस ने गंभीरता दिखाई होती तो शायद बालक की जान बच भी सकती थी। हत्यारोपित अब तक पुलिस की गिरफ्त में होता। माना जा रहा है क‍ि यह हत्‍या मंत्र मंत्र के चक्‍कर में हुई है। हत्‍या इतनी क्रूरता से की गई थी क‍ि मासूम का शव देखकर लोग कांप गए। मासूम का हाथ पैर बांधकर उसकी हत्‍या की गई थी।

क्षेत्र के 8-10 सोखा से भी पूछताछ कर रही है पुलिस

पुलिस इस बात की भी आशंका व्यक्त कर रही है कि गोलू की हत्या अंधविश्वास के चलते भी हो सकती है। जब उसका शव मिला था तो उसका हाथ-पैर लाल रंग कपड़े से बंधा था। गोलू नवरात्र के प्रथम दिन घर से गायब हुआ था। पुलिस ने इसे ध्यान में रखकर आस-पास गांव के 8-10 सोखाओं से पूछताछ कर रही है।

यह है मामला

बता दें गोलू बीते दो अप्रैल को घर से गायब हुआ था। चौथे दिन बुधवार की सुबह उसका शव उसके घर से दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित एक पोखरे के पास झाड़ियों में मिला था। घटना को लेकर बुधवार को फोरेंसिक टीम व श्वान दस्ते ने मामले की छानबीन की थी और गुरुवार को भी एएसपी राहुल भाटी के नेतृत्व में श्वान दस्ता व फोरेंसिक टीम ने गांव पर छानबीन की। छानबीन के दौरान खोजी श्वान करीब घंटे भर तक अनिरुद्ध के पड़ोसी के दरवाजे के बाहर खड़ा रहा। फोरेंसिक टीम ने घर के बाहर व भीतर जाकर जांच भी की। वहीं कुछ दूरी पर एक दीवार पर खून के छींटे भी मिले हैं। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि गोलू की हत्या गांव में ही हुई है और हत्या के बाद आरोपित ने शव को घर में ही छिपाकर रखा था। बाद में उसे आरोपित ने शव को पोखरे के पास झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने गुमशुदगी के मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ा दी है।

बाहर होती हत्या तो गांव के बाहर क्यों जाता शव

पुलिस बता रही है कि गोलू की हत्या कहीं और की गई है। उसकी हत्या यदि गांव से हीं कहीं दूर की गई है तो आरोपित उसका शव गांव के बाहर क्यों फेंक जाता। शव के कमर से नीचे का हिस्सा जानवर नोच चुके थे। कमर से नीचे सिर्फ कंकाल रह गया था। मृतक के शरीर में बड़े पैमाने पर कीड़े थे। ऐसा तभी संभव है, जब शव कई दिनों से मौके पर पड़ा हो। इस तथ्य से भी साफ है कि बालक की गुमशुदगी के बाद पुलिस ने ठीक से गांव व उसके आस-पास के क्षेत्रों की ढंग से पड़ताल की थी।

मौत की गुत्थी को उलझा रही पोस्टमार्टम रिपोर्ट

बालक के मौत की गुत्थी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट उलझा रही है। पोस्टमार्टम से मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। इसलिए उसका बिसरा सुरक्षित कराया गया है। बालक के हाथ के दसों उंगलियों के नाखून व मुंह की सैंपलिंग कराई गई है।

अभी हत्या की वजह साफ नहीं हो रही है, लेकिन अंधविश्वास की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर छानबीन कर रही है। हत्यारोपित जल्द पकड़ा जाएगा। - एके सिंह, एसपी साउथ।