Gorakhpur: वसूली के आरोप में दारोगा और तीन सिपाही निलंबित, युवक को छोड़ने के वसूले 10 हजार रुपये
Gorakhpur वसूली के आरोप में खोराबार के रामनगर-कड़जहां के पूर्व चौकी प्रभारी व तीन सिपाहियों को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। आरोप है कि युवक को छोड़ने के नाम पर इन लोगों ने 10 हजार रुपये वसूले थे। दस हजार रुपये में पुलिसवालों ने युवक को तो छोड़ दिया लेकिन बाइक और फोन देने के लिए और पैसे मांग रहे थे।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। वसूली के आरोप में खोराबार के रामनगर-कड़जहां के पूर्व चौकी प्रभारी व तीन सिपाहियों को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। आरोप है कि युवक को छोड़ने के नाम पर इन लोगों ने 10 हजार रुपये वसूले थे। बाइक व मोबाइल देने के लिए 10 हजार रुपये और मांग रहे थे। बातचीत को युवक के भाई ने मोबाइल से रिकॉर्ड कर एसएसपी से इसकी शिकायत की थी। चर्चा है कि भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।
खोराबार के जंगल बेलवार निवासी जामवंत कुमार दो फरवरी को एक मित्र के घर पर गया था। वहां पर रात में उसे गांव वालों ने चोर समझ लिया और पुलिस को सूचना दी। रामनगर कड़जहां पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही विक्रांत आरोपित जामवंत कुमार को चौकी पर लाया और फिर सुबह गांव वालों ने आकर कार्रवाई न करने की सिफारिश करते हुए गलत सूचना देने की बात कही। पुलिस ने उसे छोड़ने के लिए 10 हजार रुपये की मांग की।
बाइक और फोन देने लिए मांगे पैसे
आरोप है कि रुपये लेने के बाद जामवंत को छोड़ दिया गया, लेकिन बाइक व मोबाइल फोन को पुलिस ने नहीं लौटाया। जामवंत के भाई भीम ने पुलिस से मोबाइल व बाइक के लिए संपर्क किया तो विक्रांत के अलावा सिपाही अभिषेक शुक्ला, अरविंद पांडेय व तत्कालीन चौकी प्रभारी शंभू साहनी 10 हजार रुपये मांगने लगे। जामवंत के छोटे भाई भीम ने सबकी बातचीत को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया।पुलिसकर्मियों को किया गया निलंबित
एसएसपी डा.गौरव ग्रोवर ने मामले की जांच प्रशिक्षण एएसपी आलोक भाटी को सौंपी। जांच में आरोप सही मिलने पर एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि आरोपित पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय जांच भी हो रही है।