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Ravi Kishan Interview: सांसद रवि किशन ने गोरखपुर के विकास पर खुलकर की बात, बोले- प्रदेश व केंद्र के बीच सेतु बन कर रहा काम

सांसद रवि किशन ने गोरखपुर के विकास में आ रही बाधाओं और शहर की समस्याओं पर दैनिक जागरण से खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि शहर के तेजी से विकास के लिए निगरानी समिति का गठन किया जाएगा। कौशल विकास कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए स्थायी समिति बनाई जाएगी। औद्योगिक कचरे के निस्तारण के लिए सीईटीपी स्थापित करने के प्रयास जारी हैं।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Mon, 23 Sep 2024 02:39 PM (IST)
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दैनिक जागरण कार्यालय में साक्षात्कार के दौरान सदर सांसद रविकिशन। जागरण

 जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर संसदीय सीट से दूसरी बार सांसद बने फिल्म अभिनेता रवि किशन का कहना है कि शहर के विकास के लिए वह प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में निरंतर कार्य कर रहे हैं। विकास योजनाओं को गोरखपुर में लाने में प्रदेश और केंद्र सरकार के बीच सेतु का काम भी कर रहे हैं। शहर में हो रहे विकास के कई कार्य मुख्यमंत्री के आशीर्वाद और उनके प्रयास का ही परिणाम हैं।

रविवार को दैनिक जागरण के कार्यालय आए सांसद रवि किशन से वरिष्ठ संवाददाता डा. राकेश राय ने संसदीय क्षेत्र के विकास में आ रही बाधाओं व शहर की समस्याओं पर कुछ सवाल किए।

प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश...

-शहर का तेजी से विकास हो रहा है। फोरलेन का जाल बिछ रहा है। शहर को सुंदर बनाए जाने के लिए विविध कार्य हो रहे हैं, लेकिन इसकी निगरानी की कोई सुचारु व्यवस्था नहीं। क्या इसकी कोई योजना है?

-किसी कार्य की गुणवत्ता के लिए निगरानी बहुत जरूरी है। समय-समय पर समीक्षा भी होनी चाहिए। जल्द एक निगरानी समिति की गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री से मार्गदर्शन लेकर जिला प्रशासन से बात करुंगा। निगरानी समिति कार्य से जुड़ी समस्या को लेकर जनता का पक्ष भी सुनेगी। समस्या दूर करने का प्रयास करेगी।

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-कौशल विकास के लिए विविध कार्यक्रम चलाए जा रहे। रोजगार के लिए मेले लगाए जा रहे। मुफ्त अभ्युदय कोचिंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह सब संचालन तक सीमित हैं। इनके परिणाम की समीक्षा नहीं होती। क्या समीक्षा की कोई व्यवस्था बन रही?

-ऐसा नहीं कि इन कार्यक्रमों की समीक्षा पर ध्यान नहीं है, पर मेरा मानना है कि समीक्षा की एक स्थायी व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे कमियां सामने आ सकें और उन्हें दूर किया जा सके। इसके लिए एक स्थायी समीक्षा समिति गठित करने की दिशा में जल्द कदम आगे बढ़ाया जाएगा।

-औद्योगिक कचरा के निस्तारण के लिए गीडा में सीइटीपी बनाने की योजना तमाम प्रयास के बाद भी बीते 15 वर्ष से धरातल पर नहीं आ सकी है। ऐसे में कचरायुक्त पानी से आमी नदी निरंतर प्रदूषित हो रही है। आखिर कब तक सीईटीपी स्थापित हो सकेगा?

-सीईटीपी का संचालन हमारी सरकार और प्रशासन दोनों की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री इसे लेकर काफी संजीदा है। इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। प्रयास का परिणाम जल्द दिखेगा, सीईटीपी स्थापित होगा।

-सड़कें चौड़ी होने लगीं तो लगा कि शहर को अतिक्रमण और जाम से निजात मिल जाएगी, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा। चौड़ी सड़कों पर अतिक्रमण का दायरा और बढ़ गया है। इसके लिए क्या कर रहे हैं?

-ज्यादातर अतिक्रमण पटरी व्यवसायियों की वजह से होता है पर यह उनकी रोजी-रोटी से जुड़ा मामला है। पटरी व्यवसायियों के लिए स्थान सुनिश्चित करने की दिशा में काम चल रहा है। कुछ स्थानों पर यह व्यवस्था कर भी दी गई है। वाहनों के लिए सभी प्रमुख स्थानों पर मल्टी लेवल पार्किंग बनाई जा रही है। यह सारी व्यवस्था अतिक्रमण व जाम से निजात दिलाने के लिए ही की जा रही है।

-गोरखपुर में रीजनल फिल्म सिटी बनाने की बात आप पहली बार सांसद बनने के लिए बाद से ही कर रहे हैं पर अभी इसे लेकर कोई काम नहीं शुरू हो सका है। कब तक उम्मीद की जाए?

-रीजनल फिल्म सिटी मेरा सपना है, क्योंकि फिल्म ही मेरा मूल है। उसी के माध्यम से मैंने सांसद बनने तक का सफर पूरा किया है। इसे लेकर मुख्यमंत्री से लगातार बात हो रही है। फिल्म सिटी बनाने के लिए जमीन चिह्नित करने में जुटा हूं। जैसे ही जमीन मिलेगी, फिल्म सिटी के निर्माण की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जाएगी। बहुत जल्द इसे लेकर किए जा रहे प्रयास का परिणाम सामने आएगा।

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-जागरण की ओर से गोरखपुर में आइआइटी और आइआइएम की स्थापना की मुहिम छेड़ी गई थी। आपने इसके लिए संसद में आवाज भी उठाई थी पर अभी कोई परिणाम नहीं निकला?

-एक बार फिर इसके लिए अगले संसद सत्र में आवाज उठाऊंगा। जरूरत पड़ी तो मंत्रालय से भी संपर्क करुंगा। मंत्री से मिलकर अपनी मांग पूरा कराने का प्रयास करुंगा। गोरखपुर में आइआइटी व आइआइएम की स्थापना मेरी भी प्राथमिकता है। इस मुहिम में मैं पूरी तरह जागरण के साथ हूं।