IRCTC ई-कैटरिंग सेवा से रोज 50 हजार रेलयात्री मंगा रहे मनपसंद खाना, ऑर्डर करने के लिए वाट्सएप नंबर जारी
रेलयात्री टेलीफोन 1323 व फूड आन ट्रैक एप से नाश्ता और भोजन का ऑर्डर कर सकते हैं। साथ ही खाना ऑर्डर करने के लिए रेलवे ने वाट्सऐप नंबर 7042062070 भी जारी किया है। ई-कैटरिंग की सुविधा गोरखपुर मऊ छपरा ऐशबाग लखनऊ रुद्रपुर गोंडा और काठगोदाम में है।
गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी। इसे पेंट्रीकार और ट्रेन साइड वेंडिंग (टीएसवी) के वेंडरों की मनमानी कहें या अवैध वेंडिंग और विभागीय उदासीनता। यात्रा के दौरान भी रेल यात्रियों को बाहर (ब्रांडेड कंपनियों व रेस्टोरेंट) का नाश्ता और खाना भाने लगा है। तभी तो भारतीय रेलवे स्तर पर प्रतिदिन ई-कैटरिंग सेवा के माध्यम से 50 हजार से अधिक मील (नाश्ता और भोजन) के ऑनलाइन आर्डर होने लगे हैं। रेल मंत्रालय की पहल पर इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) ने यात्रियों की सुविधा के लिए वर्ष 2014 में ई-कैटरिंग की व्यवस्था शुरू की थी। आरंभ में भारतीय रेलवे स्तर पर प्रतिदिन 22 मील ही ऑर्डर होते थे।
ई-कैटरिंग के प्रति लगातार बढ़ रहा लोगों का रुझान
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर के लिए एक से 28 फरवरी, 2022 तक प्रतिदिन 73 सहित कुल 2032 मील के ऑर्डर हुए। नए साल में यह संख्या दोगुणा हो गई। एक से 20 फरवरी 2023 तक प्रतिदिन 143 सहित कुल 2856 मील आर्डर हुए। अब यह आंकड़ा 150 के पार पहुंच गया है। यह संख्या बता रही है कि ई-कैटरिंग के प्रति लोगों का रुझान लगातार बढ़ रहा है।
लोगों की पसंद बनती जा रही पिजा और खाने की थाली
जानकारों का कहना है कि अधिकतर यात्री पिज्जा और खाने की थाली ही मंगाना पसंद करते हैं। गोरखपुर के लिए ही प्रतिदिन 50 से 60 पिज्जा और थाली के आर्डर होते हैं। इसके लिए ई-कैटरिंग प्लेटफार्म पर पिज्जा का एक प्रसिद्ध सहित तीन रेस्टोरेंट नामित हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर के अलावा मऊ, छपरा, गोंडा, ऐशबाग, लखनऊ जंक्शन, रुद्रपुर सिटी और काठगोदाम सहित आठ स्टेशनों पर ई-कैटरिंग की सुविधा उपलब्ध है। यात्री टेलीफोन नंबर 1323 या फूड आन ट्रैक एप से ऑनलाइन आर्डर कर सकते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए आइआरसीटीसी ने मील आर्डर के लिए वाट्सएप नंबर 7042062070 भी जारी कर दिया है।
सफर में भी हैप्पी बर्थ डे
अगर सफर में आपका, बच्चे का या स्वजन का जन्मदिन पड़ गया तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। रेल यात्रा में भी यात्रियों के साथ घर जैसा बर्थ डे मनाकर हैप्पी बर्थ डे बोल सकते हैं। नाश्ता और खाना ही नहीं, निर्धारित स्टेशन व सीट पर केक भी पहुंच जाएगा।
लुभाएगा लिट्टी और चोखा
यात्रियों को लिट्टी और चोखा सहित स्थानीय खाद्य सामग्री भी लुभाएगी। रेलवे की खानपान सूची में यात्रियों की पसंद शामिल होगी। सूची में स्थानीय व मौसमी व्यंजनों, त्योहारों के दौरान आवश्यक खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दी जाएगी। मधुमेह रोगियों के लिए नाश्ता और भोजन होगा तो शिशुओं का भी आहार होगा। रेल मंत्रालय की पहल पर आइआरसीटीसी ने स्थानीय खाद्य सामग्री को सूची में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
क्या कहते हैं अधिकारी
आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि ई- कैटरिंग सेवा को और समृद्ध किया जा रहा है, ताकि सफर के दौरान यात्रियों को खानपान की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इसके लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों, शहरों के प्रसिद्ध रेस्टोरेंट और ब्रांड को भी जोड़ा जा रहा है।