इजरायल-हमास की जंग का भारत के सर्राफा बाजार पर दिखा असर, नवरात्र से पहले बढ़ी सोने-चांदी की चमक; ये हैं नए रेट
इजरायल-हमास युद्ध का असर अब भारत के सर्राफा बाजार पर दिखने लगा है। पितृपक्ष में सोने-चांदी के दामों में आई नरमी के चलते खरीदारों में काफी रुचि दिख रही थी लेकिन छह दिन से लगातार बढ़ रही कीमतों ने इस पर विराम लगा दिया। गोरखपुर में छह दिन के अंदर सोने में प्रति दस ग्राम 1800 रुपये की तेजी आई है।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sat, 14 Oct 2023 07:06 AM (IST)
जागरण संवाददाता, प्रभात कुमार पाठक। सोने-चांदी के भाव में नरमी से बढ़ी सराफा बाजार की रौनक को सप्ताह भीतर ही तेजी से ब्रेक लग गया है। खरीदारी में रुचि दिखा रहे ग्राहक दोनों धातुओं के भाव बढ़ने से मायूस हो गए हैं। भाव पर नजर डाले तो छह दिनों के भीतर जहां 24 कैरेट सोने में प्रति दस ग्राम 1800 रुपये की तेजी आइ है वहीं चांदी में भी प्रति किलो पांच हजार रुपये तक का उछाल है।
सराफा कारोबारी सप्ताह भीतर भाव में उछाल का कारण इजरायल-हमास युद्ध बता रहे हैं। आगे भी इसकी वजह से भाव में नरमी के आसार नहीं हैं। गुरुवार को जहां सोना प्रति दस ग्राम 59,850 के भाव बिका वहीं चांदी 72,000 रुपये प्रति किलो रहा।
सराफा कारोबारियों को उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों तक यह तेजी जारी रह सकती है। इस बीच त्योहारी सीजन का असर भी सोने की कीमत पर रहेगा। बाजार के विशेषज्ञ बताते हैं कि और आर्थिक संकट की स्थिति में सोने में निवेश सबसे अच्छा विकल्प है। यही वजह है कि सोने की कीमत तेजी से बढ़ने लगती है।
ऐश्प्रा जेम्स एंड ज्वेल्स के निदेशक अनूप सराफ ने बताया कि जब भी दो देशों के बीच युद्ध होता है तो उन देशों के साथ ही अन्य देशों में भी आर्थिक कमजोरी आने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि सभी देश किसी न किसी रूप में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। जिसके कारण शेयर बाजार में गिरावट की संभावना बढ़ने लगती है। चूंकि सोने को एक सुरक्षित निवेश माना गया है। इस वजह से शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशक सोने की खरीदारी तेज कर देते हैं। जिससे भाव में अचानक तेजी आ जाती है। इजरायल-हमास युद्ध के दौरान भी यही हुआ है। युद्ध जारी रहा तो अभी यह तेजी बनी रहेगी।
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परंपरा जेम्स एंड ज्वेल्स के निदेशक संजय अग्रवाल बताते हैं कि जब भी दो देशों में युद्ध होते हैं तो लोग रुपये से अधिक सोने-चांदी में निवेश पर भरोसे करने लगते हैं। यही कारण है कि सोने की मांग बढ़ जाती है और खरीदारी तेज हो जाती है। इजरायल-हमास युद्ध के दौरान भी यही हुआ है और अचानक फिर सोने-चांदी में तेजी आनी शुरू हो गई है।
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।छह दिनों में ऐसे बढ़े सोना-चांदी के भाव
- 4 अक्टूबर 58,150
- 6 अक्टूबर 58,300
- 7 अक्टूबर 58,690
- 8 अक्टूबर 59,300
- 9 अक्टूबर 59,300
- 10 अक्टूबर 59,270
- 11 अक्टूबर 59,430
- 12 अक्टूबर 59,850
चांदी
- 4 अक्टूबर 66,650
- 6 अक्टूबर 68,100
- 7 अक्टूबर 70,000
- 8 अक्टूबर 70,100
- 9 अक्टूबर 70,100
- 10 अक्टूबर 70,550
- 11 अक्टूबर 71,500
- 12 अक्टूबर 72,000