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भारत के डीएनए में ज्ञान, विज्ञान और तकनीक, मुख्यमंत्री योगी ने कहा- युवा संघर्ष से अपनी राह बनाएं

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी में नवप्रवेशी विद्यार्थियों से संवाद के दौरान कहा कि देश के युवाओं में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने युवाओं से नियमित अध्ययन और ई-लाइब्रेरी का लाभ उठाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने इंस्टीट्यूट की फैकल्टी से ग्लोबल मार्केट की डिमांड के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार करने का आग्रह किया।

By Rakesh Rai Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 11 Oct 2024 12:39 AM (IST)
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विद्यार्थियों से संवाद करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। साथ में सांसद रवि किशन और एमपीआईटी के निदेशक डॉ. सुधीरअग्रवाल।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश के युवाओं मेें अपार संभावनाएं हैं। इसी कारण पूरी दुनिया इनकी ओर उम्मीद की नजर से देख रही है। ऐसा इसलिए कि ज्ञान, विज्ञान और तकनीक भारत के डीएनए में है। इन युवाओं के चलते ही आने वाला समय भारत का है। युवा संघर्ष से अपनी राह बनाएं, सफलता उनके कदम चूमेगी। 

मुख्यमंत्री गुरुवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की ओर से संचालित महाराणा प्रताप इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी में नवप्रवेशी विद्यार्थियों से संवाद के दौरान यह प्रेरणादायी संबोधन दे रहे थे।

नियमित अध्ययन और ई-लाइब्रेरी का लाभ उठाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में ज्ञान, विज्ञान और श्रम की त्रिवेणी अनवरत प्रवाहित है। परंपरा, परिश्रम और प्रगति हमारी प्रवृत्ति का हिस्सा है। यही प्रवृत्ति हमें दुनिया में सबसे विशिष्ट बनाती है। आवश्यकता है खुद को वैश्विक मांग के अनुसार खुद को तैयार करने की। इसके लिए छात्र और शिक्षक कदम से कदम मिलाकर चलें। नेशनल-इंटरनेशनल जर्नल्स का नियमित अध्ययन करें और ई-लाइब्रेरी का भरपूर लाभ उठाएं। 

उन्होंने कहा कि हमें ऐसी तकनीक पर ध्यान देना चाहिए जो जीवन को सरल और सहज बनाए, समस्याओं का समाधान करें। मुख्यमंत्री ने इंस्टीट्यूट की फैकल्टी का आह्वान किया कि वह ग्लोबल मार्केट की डिमांड का अध्ययन करें और उसके अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार करें। हमारा जोर मॉडर्न एज कोर्स पर होना चाहिए। यदि हम मॉडर्न एज कोर्सेज पर फोकस करेंगे तो यह शत-प्रतिशत प्लेसमेंट की गारंटी हो जाएगी।

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा 15 तकनीकी संस्थानों का केंद्र

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनियाभर में सिलिकान वैली में भारत का दबदबा है और इसमें उत्तर प्रदेश के युवाओं की बड़ी हिस्सेदारी है। हिस्सेदारी को और बढ़ाने के लिए ही पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला सेंटर ऑफ एक्सीलेंस महाराणा प्रताप इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में स्थापित हो रहा है। विश्वस्तरीय मानक के अनुरूप यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पूर्वी उत्तर प्रदेश के पंद्रह अन्य तकनीकी शिक्षण संस्थानों के लिए भी महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। 

उन्होंने बताया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में ड्रोन टेक्नोलाजी एंड थ्री डी प्रिंटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस टेक्नोलॉजी सहित कई एकीकृत पाठ्यक्रम भी संचालित होंगे। ग्लोबल मानक के पाठ्यक्रम से जुड़कर विद्यार्थी यहां प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कोर्स, माइनर डिग्री कोर्स और एडवांस कोर्स के जरिये खुद को संबंधित उद्योग-सेवा के क्षेत्र के अनुरूप तैयार कर सकेंगे।

एमपीआईटी को बनाए प्रदेश का टॉप इंस्टीट्यूट

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को बताया कि 1956 में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने पहला पॉलिटेक्निक शुरू किया था। आज महाराणा प्रताप पॉलिटेक्निक प्रदेश के टाॅप पॉलिटेक्निक में से एक है। इसे हमें प्रेरणा के रूप में लेना होगा और एमपीआईटी को आने वाले पांच साल में प्रदेश का टाप इंस्टीट्यूट बनाना है।

छात्रों के प्रश्नों पर सीएम ने किया मार्गदर्शन

संवाद कार्यक्रम में कई विद्यार्थियों में ज्ञान, विज्ञान, तकनीकी, रोजगार आदि विषय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रश्न भी किए। योगी ने सभी के प्रश्नों पर मार्गदर्शन भरा उत्तर दिया इस अवसर पर सांसद रवि किशन भी मौजूद रहे। संवाद कार्यक्रम में स्वागत संबोधन एमपीआईटी के निदेशक डॉ. सुधीर अग्रवाल और आभार ज्ञापन एमपी पॉलिटेक्निक के प्रधानाचार्य डॉ. अनिल प्रकाश सिंह ने किया।

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