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दुनिया के बौद्ध मतावलंबियों के आस्था का केंद्र है कुशीनगर, एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा Gorakhpur News

अंतरराष्‍ट्रीय हवाई सेवा से जुडऩे के कारण पूरे बौद्ध परिपथ को काफी मजबूती मिलेगी क्योंकि कुशीनगर इसके केंद्र में है। बुद्ध से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों की दूरियां भी कम हो जाएंगी।

By Satish ShuklaEdited By: Updated: Wed, 24 Jun 2020 09:16 PM (IST)
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दुनिया के बौद्ध मतावलंबियों के आस्था का केंद्र है कुशीनगर, एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। कैबिनेट ने बुधवार को कुशीनगर को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में मंजूरी दे दी। इससे भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के सीधे अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा से जुडऩे का रास्ता साफ हो गया। घरेलू व अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। थाईलैंड, जापान, चीन, कोरिया आदि देशों सहित दुनिया भर के 53 करोड़ बौद्ध मतावलंबियों के लिए यह आस्था का केंद्र है, क्योंकि भगवान बुद्ध का यहीं महापरिनिर्वाण हुआ था और अंतिम उपदेश भी यहीं दिया गया था।

हवाई सेवा से जुडऩे के कारण पूरे बौद्ध परिपथ को काफी मजबूती मिलेगी क्योंकि कुशीनगर इसके केंद्र में है। बुद्ध से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण स्थलों लुंबिनी, श्रावस्ती, कपिलवस्तु, बोधगया, संकिशा आदि की दूरी घट जाएगी। वर्तमान में प्रतिदिन कुशीनगर आने वाले बौद्ध पर्यटकों की संख्या 300 से 400 है। हवाई सेवा से यह संख्या 20 गुना बढऩे तक की उम्मीद है। बौद्ध परिपथ के अन्य स्थलों पर भी विदेशी सैलानियों की संख्या बढ़ जाएगी।

तीन किलो मीटर लंबी हवाईपट्टी बनकर तैयार है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद यहां एयरबस का बड़ा विमान भी उतर सकता है। मतलब बड़ी संख्या में जहाज से देसी-विदेशी सैलानी पहुंच सकेंगे। इसके निर्माण पर अब तक 3.90 अरब रुपये खर्च हुए हैं। नागरिक उड्डयन विभाग 13 गांवों की 589.35 एकड़ भूमि भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण को हस्तांरित कर चुका है।

पर्यटन व कार्गो का हब बनेगा कुशीनगर

अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की मंजूरी को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए सांसद विजय दुबे ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से कुशीनगर न केवल आर्थिक, सामरिक व व्यापारिक दृष्टि से पूरी दुनिया में जाना जाएगा बल्कि पर्यटन व कार्गो का हब भी बनेगा। पत्रकारों से बातचीत में सांसद ने कहा कि बौद्ध धर्मावलंबियों के साथ पूर्वांचल व पश्चिमी बिहार के जिलों की बहुप्रतीक्षित मांग आज पूरी हो गई है। विरोधी मानसिकता के जो लोग एयरपोर्ट को लेकर सवाल उठा रहे थे, यह निर्णय उनको आइना दिखाने वाला है। एयरपोर्ट से उड़ान के लिए वह एक साल से प्रयास कर रहे थे। एयरपोर्ट के पहुंच मार्ग, एटीसी, लाइटिंग, विद्युत सब स्टेशन आदि के लिए धन भी निर्गत कराया। इस बीच आए इस फैसले से हर कोई खुश है। 

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