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UP Lok Sabha Election 2024: गोरखपुर और बस्‍ती मंडल की लोकसभा सीटों पर कब-कब होगी वोटिंग चुनाव? पढ़ें पूरी डिटेल

Lok Sabha Election schedule लोकसभा चुनाव की तारीखों का आज एलान किया गया। चुनाव आयोग ने दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का एलान किया। उल्लेखनीय है कि दोनों नए चुनाव आयुक्तों के कामकाज संभालते ही निर्वाचन आयोग ने लोकसभा और उसके साथ होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के कार्यक्रमों को घोषित करने का एलान किया था।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 16 Mar 2024 03:30 PM (IST)
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UP Lok Sabha Election: गोरखपुर बस्‍ती मंडल में लोकसभा चुनाव की तिथ‍ि घोषित हो गई है।

डिजिटल डेस्‍क जागरण, गोरखपुर। Lok Sabha Election schedule लोकसभा चुनाव की तारीखों का आज एलान किया गया। चुनाव आयोग ने दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का एलान किया। इसके साथ ही चार राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के लिए सात चरणों में होगा मतदान। चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।

बस्ती मंडल में छठें चरण में 25 मई को, गोरखपुर मंडल की सीटों पर 1 जून को सातवें चरण में मतदान होगा। गोरखपुर बस्‍ती मंडल में कुल आठ लोकसभा सीट है। गोरखपुर मंडल में गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, बांसगांव और बस्‍ती मंडल में बस्‍ती, संतकबीरनगर और डुमरियागंज है।

उल्लेखनीय है कि दोनों नए चुनाव आयुक्तों के कामकाज संभालते ही निर्वाचन आयोग ने लोकसभा और उसके साथ होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के कार्यक्रमों को घोषित करने का एलान किया था।

बता दें कि भाजपा ने गोरखपुर से सांसद रव‍िक‍िशन शुक्‍ल, महराजगंज से पंकज चौधरी, कुशीनगर से व‍िजय दुबे, बस्‍ती से हरीश द्वि‍वेदी, संतकबीरनगर से प्रवीण न‍िषाद, डुमर‍ियागंज से जगदंब‍िका पाल, सलेमपुर से रवींद्र चौधरी और बांसगांव से सांसद कमलेश पासवान को ट‍िकट द‍िया है। देवर‍िया सांसद रमापत‍िराम त्र‍िपाठी को अभी प्रतीक्षारत रखा गया है।

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आंकड़ों की गुणा-गणित बैठाकर चुनावी भविष्यवाणी करने वाले रणनीतिकार 2024 में भाजपा की लड़ाई भाजपा से बता रहे हैं। जनता के मिजाज और वोटों के बढ़ते ग्राफ को वह इसकी वजह मानते हैं। भाजपा की लड़ाई भाजपा से कैसे? इसे समझाने के लिए राजनीतिक विश्लेषक डा. महेन्द्र सिंह लोकसभा के बीते तीन चुनावों के आंकड़े दिखाते हैं।

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गठबंधन के सारे समीकरण फेल

पूर्वांचल में गठबंधन के सारे फार्मूले फेल साबित हुए हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में जब सभी पार्टियां अपने बूते मैदान में उतरीं तो भी भाजपा सभी सीटों पर विजयी रही। 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस से गठबंधन किया, लेकिन विपक्ष की सारी गणित भाजपा लहर में छिन्न-भिन्न हो गई।

पूर्वांचल की 41 में 34 सीटों पर भाजपा विजयी रही। सहयोगी दलों के साथ भाजपा को 37 सीटें मिलीं। दो साल बाद हुए लोकसभा के चुनाव में सपा ने बसपा का साथ पकड़ लिया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। गठबंधन का फार्मूला कामयाब नहीं हुआ तो 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रमुख चारों दल अलग हो गए। भाजपा ने 2017 का इतिहास दोहराते हुए इस बार भी 31 सीटों पर विजय पताका लहराई।