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Navratri Special 2023: 22 साल बाद नवरात्र में फिर सजेंगी 'मां नवदुर्गा', गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर बन रही मूर्ति

Navratri 2023 दुर्गा पूजा को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। गोरखपुर शहर के विभिन्न स्थानों पर मूर्तियां आकार ले चुकी हैं। रंगाई शुरू हो गई है। कुछ स्थानों पर विशाल पंडाल बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। वहीं रेलवे स्टेशन पर प्रोबीर बिश्वास फिर नवदुर्गा की दो सेट मूर्तियां बना रहे हैं। इससे पहले 2001 में मूर्ति बनाई थी।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Mon, 09 Oct 2023 04:53 PM (IST)
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खुर्रमपुर मे बनाई जा रही मां नवदुर्गा की प्रतिमा। -जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शारदीय नवरात्र में दुर्गा पूजा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। बंगाल से आए मूर्तिकारों ने मूर्तियां बनानी शुरू कर दी हैं। 22 वर्ष बाद रेलवे स्टेशन पर प्रोबीर बिश्वास फिर नवदुर्गा की दो सेट मूर्तियां बना रहे हैं। ये दोनों मूर्तियां आर्डर पर बनाई जा रही हैं। एक बक्शीपुर में व दूसरी कप्तानगंज में स्थापित की जाएगी। इसी तरह गोरखनाथ में मूर्तिकार वासुदेव पाल अनेक मूर्तियों का निर्माण कर रहे हैं।

यहां तैयार हो रहीं मूर्तियां

रेलवे स्टेशन, गोरखनाथ, सूबा बाजार, सुमेर सागर, किराना मंडी समेत अनेक स्थानों पर मूर्तिकार मूर्तियां तैयार कर रहे हैं। मूर्तियां आकार ले चुकी हैं। रंगाई शुरू हो गई है। रेलवे स्टेशन पर मूर्ति बना रहे प्रोबीर बिश्वास ने वर्ष 2001 में नव दुर्गा की मूर्ति बनाई थी, जो सिविल लाइंस में स्थापित की गई थी। इस बार बक्शीपुर व कप्तानगंज से नवदुर्गा की मूर्ति बनाने का आर्डर मिला है।

प्राचीन शिव मंदिर बक्शीपुर के पास स्थापित होने वाली यह मूर्ति 13 फीट ऊंची है। मां के सभी नौ रूपों की मूर्तियां एक सेट में ही हैं। बीच में मां दुर्गा की बड़ी मूर्ति है। उनके चारों तरफ मां के अन्य रूपों की छोटी मूर्तियां बनाई गई हैं। कप्तानगंज में स्थापित होने वाली नवदुर्गा की अलग-अलग नौ मूर्तियां बनाई गई हैं, सभी की ऊंचाई छह फीट है।

पुआल, बांस, मिट्टी के दाम बढ़े

मूर्तिकारों के अनुसार इस वर्ष पुआल, मिट्टी व बांस के दाम बढ़ गए हैं। महराजगंज व हाटा से भूसा व पुआल आठ से 15 हजार रुपये प्रति ट्राली मंगाया गया है। इसकी कीमत में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। डोमिनगढ़ व नया गांव से मिट्टी मंगाई गई है। पिछले वर्ष 4500 रुपये प्रति ट्राली थी, इस बार 55 सौ रुपये देने पड़े हैं। आसपास बांस नहीं मिला तो बिहार से मंगाना पड़ा। बांस की कीमत में इस वर्ष मात्र 10 रुपये की वृद्धि हुई है।

बोले मूर्तिकार

आर्डर पर ही बड़ी मूर्तियां बनाई जा रही हैं। 22 वर्ष बाद नवदुर्गा की मूर्ति तैयार की जा रही है। इसके निर्माण में केवल पारिश्रमिक 40 हजार रुपये से अधिक आएगा। नवरात्र के लिए 42 मूर्तियां बनाई जा रही हैं, पिछले वर्ष 65 मूर्ति बनाए थे। -प्रोबीर बिश्वास, मूर्तिकार, रेलवे स्टेशन

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