Indian Railways: PPP मॉडल से पार्सल घर और माल गोदामों का होगा कायाकल्प, रेलवे ने शुरू की तैयारी Gorakhpur News
Indian Railways रेलवे के मालगोदाम और पार्सल घर अब PPP मॉडल विकसित होंगे। रेलवे ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
गोरखपुर, जेएनएन। माल ढुलाई के प्रति व्यापारियों को आकर्षित करने के लिए रेलवे बोर्ड ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के माध्यम से पार्सल घरों और माल गोदामों के कायाकल्प का निर्णय लिया है। इसके लिए भारतीय रेलवे के सभी महत्वपूर्ण पार्सल घर और माल गोदाम चिन्हित कर लिए गए हैं। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के नौ पार्सल घर और नौ माल गोदाम भी शामिल हैं।
रेलवे प्रशासन ने निजी फर्मों से मांगा आवेदन
रेलवे प्रशासन ने कायाकल्प की प्रक्रिया शुरू कर दी है। निजी फर्मों व एजेंसियों से 10 सितंबर तक आवेदन मांगे गए हैं। फर्मों, एजेंसियों को रेलवे की ओर से प्रोत्साहन भत्ता भी दिया जाएगा। निर्माण कार्य रेलवे की निगरानी में ही होगा। चिन्हित पार्सल घर और माल गोदामों के भवनों की मरम्मत होगी। आवश्यकतानुसार नए भवन भी बनाए जाएंगे। भवनों का सौंदर्यीकरण भी होगा। रेलकर्मियों, व्यापारियों और कामगारों की सुविधा के लिए दफ्तरों व गोदामों को अति आधुनिक बनाया जाएगा। उनके लिए अलग से वेटिंग रूम, पीने के पानी की व्यवस्था, प्रसाधन केंद्र, बिजली और पंखे लगाए जाएंगे। आवागमन के लिए रास्ते को भी दुरुस्त कराया जाएगा। दरअसल, नियमित ट्रेनों के निरस्तीकरण के बाद रेलवे बोर्ड जुलाई से ही व्यापारियों को मालभाड़ा में रियायत दे रहा है। रेलकर्मी व्यापारियों के घर तक पहुंचकर माल ढुलाई में मिलने वाली सहूलियतों को समझा रहे हैं। व्यापारियों को रेलवे से माल ढुलाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
इन पार्सल घरों का होगा कायाकल्प
गोरखपुर, बस्ती, बलरामपुर, लखनऊ जंक्शन, गोंडा, खलीलाबाद, सीतापुर, लखीमपुर, ऐशबाग।
इन माल गोदामों का होगा कायाकल्प
नकहा जंगल, नौतनवां, बस्ती, बलरामपुर, खलीलाबाद, सुभागपुर, कटरा, गोला गोकरननाथ, थामसनगंज।