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अब रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में नहीं मिलेगा मांसाहारी भोजन, IRCTC ने यात्रियों की सुविधा के लिए लिया बड़ा फैसला

छठ पर्व के मद्देनज़र आइआरसीटीसी ने ट्रेनों और स्टेशनों पर यात्रियों के लिए शाकाहारी भोजन का प्रबंध किया है। बेस किचन पेंट्रीकार और स्टेशन स्टॉलों पर मांसाहार पर रोक लगाई गई है ताकि छठ व्रतियों और यात्रियों को शुद्ध शाकाहार मिले। यह व्यवस्था कार्तिक पूर्णिमा तक चलेगी जिससे घर लौटने वाले प्रवासी भी इस दौरान शाकाहारी भोजन का लाभ उठा सकें।

By Prem Naranyan Dwivedi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Wed, 06 Nov 2024 08:17 PM (IST)
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छठ पर्व पर भी स्टेशनों और ट्रेनों में शाकाहारी भोजन - प्रतीकात्मक तस्वीर।
प्रेम नारायण द्विवेदी, गोरखपुर। नवरात्र के बाद अब छठ पर्व के लिए रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों को शाकाहारी नाश्ता व भोजन परोसा जा रहा है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) के बेस किचन, ट्रेनों के पेंट्रीकार और स्टेशन स्थित खानपान स्टालों पर मांसाहार प्रतिबंधित कर दिया गया है। ताकि रेल यात्रा में भी लोग बेहिचक शुद्ध शाकाहार नाश्ता और भोजन ले सकें।

आइआरसीटीसी की यह व्यवस्था कार्तिक पूर्णिमा तक चलाने की तैयारी है। छठ पर्व पर घर आने वाले प्रवासी वापसी में भी शाकाहार भोजन का आनंद ले सकेंगे। आइआरसीटीसी प्रबंधन ने इसके लिए संबंधित सुपरवाइजरों को निर्देशित कर दिया है। प्रबंधन का कहना है कि सभी बेस किचन मानिटरिंग स्टाफ व स्टेशन अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि पूजा स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को केवल शाकाहारी भोजन परोसा जाए।

छठ पर्व के दौरान घरों में मांसाहार नहीं बनता

नानवेज नाश्ता और भोजन न तैयार किया जाए। एक्सप्रेस ट्रेनों में भी छठ पर्व के अंत तक बेस किचन और पेंट्रीकार में नानवेज तैयार नहीं किया जाना चाहिए। जिन स्टेशनों पर छठ पूजा स्पेशल या अन्य ट्रेनें रुकती हैं, वहां स्टालों पर भी नानवेज बंद कर दिया जाना चाहिए। छठ व्रत भले ही महिलाएं ही रखती हैं, लेकिन घर में व्रत का ही वातावरण रहता है। छठ पर्व के दौरान घरों में मांसाहार नहीं बनता।

व्रती के अलावा अन्य सदस्य भी शाकाहार ही करते हैं। छठ पर्व अब देशभर में आस्था और विश्वास के साथ मनाया जाने लगा है। बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश विशेषकर पूर्वांचल के निवासियों के लिए तो यह महापर्व है। दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र और गुजरात आदि रहने वाले प्रवासी छठ मनाने घर रवाना होने के साथ ही व्रत का पालन करने लगते हैं।

महिलाएं रेल यात्रा में खानपान को लेकर सजग

महिलाएं रेल यात्रा में भी खानपान को लेकर सजग रहती हैं, यह विधान छठ पर्व के अंत तक चलता रहता है। अधिकतर लोग कार्तिक पूर्णिमा तक मांसाहार से परहेज करते हैं। नवरात्र में भी आइआरसीटीसी ट्रेनों में यात्रियों के लिए शाकाहारी नाश्ता व भोजन के साथ फलाहार की व्यवस्था सुनिश्चित करता है। सेमी हाईस्पीड ट्रेनों में तो अब जैन फूड (बिना लहसुन प्याज का भोजन) का भी प्रविधान कर दिया गया है।

छठ पर्व के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए शाकाहारी नाश्ता व भोजन को प्राथमिकता दी गई है। बेस किचन में मांसाहार नहीं तैयार कराया जा रहा। यह व्यवस्था छठ पर्व के अंत तक चलेगी। मांग बढ़ी तो इस व्यवस्था को कार्तिक पूर्णिमा तक बढ़ा दिया जाएगा। - अजीत कुमार सिन्हा, मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक- आइआरसीटीसी

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