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Railway News: रेल यात्रियों का सफर होगा सुहाना, स्टेशन पर पहुंचने से पहले आकर्षित करेंगे गुलाब और गेंदा के फूल

North Eastern Railway News अभिरुचि की अभिव्यक्ति योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों के दोनों आउटरों से आगे लाइनों के किनाने फूलों के पौधे लगेंगे। नर्सरी तैयार करने के लिए रेलवे ने आमजन सरकारी और गैरसरकारी संस्थाओं को आमंत्रित किया है।

By Pragati ChandEdited By: Updated: Wed, 03 Aug 2022 10:50 AM (IST)
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स्टेशन पर पहुंचने से पहले आकर्षित करेंगे गुलाब और गेंदा के फूल। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर, प्रेम नारायण द्विवेदी। रेलवे स्टेशनों के आउटर (स्टेशन का अंतिम सिग्नल) से आगे एप्रोच मार्ग (Facing and Trailing Point) पर रेल लाइन के किनारे गुलाब और गेंदा के फूल यात्रियों को आकर्षित करेंगे। सजावटी फूल दिल-दिमाग को तरोताजा करेंगे। हरियाली सफर को सुहाना बनाएगी। आसपास का वातावरण सुंदर दिखेगा। इसके लिए रेलवे प्रशासन ने अभिरुचि की अभिव्यक्ति योजना तैयार की है। जिसके अंतर्गत आमजन (जन भागीदार), सरकारी, गैर सरकारी संस्थाएं, चैरिटेबल संस्थाएं, ट्रस्ट और फर्मों को आमंत्रित किया गया है। जो अपनी अभिरुचि के अनुसार चयनित स्टेशनों के चिन्हित स्थलों पर हरियाली फैला सकते हैं। स्वयं के उपयोग के लिए नर्सरी भी तैयार कर सकते हैं। अपने व संस्था के नाम पर वाटिका का नामकरण भी कर सकते हैं।

अभिरुचि की अभिव्यक्ति योजना की हुई शुरुआत

पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ और वाराणसी मंडल ने अभिरुचि की अभिव्यक्ति योजना की शुरुआत कर दी है। प्रथम चरण में लखनऊ मंडल प्रशासन ने गोरखपुर-नकहा स्टेशन सहित छह और वाराणसी मंडल प्रशासन ने देवरिया सदर सहित 11 स्टेयानों का चयन कर लिया है। साथ ही अभिव्यक्ति की अभिरुचि योजना के लिए आमजन, गैर सरकारी संस्थाएं और फर्मों से दस अगस्त को दोपहर 12 बजे तक वरिष्ठ मंडल इंजीनियर कार्यालय पर प्रस्ताव मांगा है। प्रस्ताव के आधार पर विचार किया जाएगा।

एक से अधिक प्रस्ताव आने पर अपनाई जाएगी लाटरी व्यवस्था

एक से अधिक प्रस्ताव होने पर लाटरी व्यवस्था अपनाई जाएगी। जानकारों के अनुसार इस योजना में व्यक्ति या संस्थाएं वाणिज्यिक लाभ नहीं ले सकती हैं। मिट्टी का उपयोग नहीं कर सकती हैं। नर्सरी तैयार कर पर्यावरण संरक्षण में पौधों का उपयोग कर सकती हैं। उचित दाम पर पौधों की बिक्री भी कर सकती हैं। पर्यावरण संरक्षित तो होगा ही, पर्यावरण के प्रति लगाव रखने वाले व्यक्ति और संस्था पौधों का उपयोग भी कर सकती हैं।

पूर्वोत्तर रेलवे ने आठ लाख पौधा लगाने का रखा है लक्ष्य

दरअसल, स्टेशनों के पास वाले रेल लाइनों के किनारे खाली भूमि पर गंदगी और कूड़ा फैला रहता है। सफर के दौरान यात्रियों का मन स्टेशनों पर प्रवेश और निकास के समय खिन्न हो जाता है। हालांकि रेलवे प्रशासन वन विभाग के सहयोग से रेल लाइनों के किनारे पौधारोपण कराता है, लेकिन स्टेशन के एप्रोच मार्ग की गंदगी समाप्त होने का नाम नहीं लेती। वर्ष 2022-23 में पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने आठ लाख पौधा लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

इन स्टेशनों के एप्रोच मार्ग पर फैलेगी हरियाली

लखनऊ मंडल के गोरखपुर से नकहा के बीच समपार फाटक संख्या एक से दो के बीच, लखनऊ जंक्शन, बस्ती, ऐशबाग, सीतापुर और लखीमपुर तथा वाराणसी मंडल के देवरिया सदर, आजमगढ़, मऊ, बनारस, सीवान, छपरा, बलिया, फेफना, गाजीपुर सिटी और औड़िहार।

अधिकारी बोले

पूर्वोत्तर रेलवे मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन एवं परिसर के सौंदर्यीकरण का कार्य सतत रूप से किया जा रहा है। इसी क्रम में रेलवे स्टेशनों के एप्रोच के सौंदर्यीकरण करने के लिए निर्देश जारी किया गया है, जिससे स्टेशन आने से पहले यात्रियों को बेहतर लग सके।

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