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अब डेमू और मेमू ट्रेनों में भी लगेंगे बायोटॉयलेट, आरडीएसओ तैयार कर रहा डिजाइन

अब डेमू और मेमू ट्रेनों में भी बायोटॉयलेट लागए जाएंगे। इससे पटरियों पर गंदगी नहीं गिरेगी। इस पर काम भी शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 11 Jun 2019 06:23 AM (IST)
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अब डेमू और मेमू ट्रेनों में भी लगेंगे बायोटॉयलेट, आरडीएसओ तैयार कर रहा डिजाइन

गोरखपुर, जेएनएन। अब डेमू (डीजल मल्टीपल यूनिट), मेमू (मेन लाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) और डबल डेकर ट्रेनों के टॉयलेट की गंदगी भी रेल लाइनों पर नहीं गिरेगी। इन ट्रेनों में भी बायोटॉयलेट लगाए जाएंगे। प्रक्रिया शुरू हो गई है।

दरअसल, बनावट में भिन्नता के चलते डेमू और मेमू ट्रेनों के कोचों में सामान्य बायोटॉलेट फिट नहीं हो पा रहे। ऐसे में परेशानी बढ़ गई है। हालांकि, नए वाले कुछ डेमू के कोचों में बायोटॉयलेट फिट हो जा रहे हैं। लेकिन रेलवे प्रशासन सभी तरह की डेमू और मेमू ट्रेनों में भी बायोटॉयलेट स्थापित करना चाहता है। ऐसे में बनावट के अनुसार नया डिजाइन तैयार किया जा रहा है, ताकि उसे सभी डेमू और मेमू में फिट किया जा सके।

पहले नहीं थी व्यवस्था, हो रही थी परेशानी

विभागीय जानकारों के अनुसार पुरानी डेमू ट्रेनों में तो टॉयलेट ही नहीं रहते थे। लेकिन यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए बाद में कोच के सिर्फ एक तरफ परंपरागत टॉयलेट लगने लगे। लेकिन इस टॉयलेट की गंदगी रेल लाइन में ही गिरती है। रेलवे बोर्ड का कहना है कि चाहें कोई भी ट्रेन हो, टॉयलेट की गंदगी पटरियों पर नहीं गिरनी चाहिए। सभी बोगियों में बॉयोटॉयलेट सुनिश्चित करें। फिलहाल, रेलवे प्रशासन ने 30 जून तक पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय के समस्त 3251 कोचों में बायोटॉयलेट लगाने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया है। लगभग 150 बोगी ही शेष हैं।

हवाई जहाज की तर्ज पर लगाने की हो रही व्यवस्था

यही नहीं 60 एलएचबी कोचों में हवाई जहाज की तर्ज पर बायो वैक्यूम टॉयलेट लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार बायो टॉयलेट इको फ्रेंडली है। ऐसे में सभी तरह की बोगियों में इसे लगाया जाएगा। प्रक्रिया चल रही है।

पैसेंजर ट्रेनों की जगह चलेंगी डेमू और मेमू

भारतीय रेलवे में पैसेंजर ट्रेनों की जगह डेमू और मेमू ही चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों में शंटिंग में सहूलियत होती है। स्पीड अच्छी होती है, साथ ही दुर्घटना की संभावनाएं भी कम होती हैं। ईधन भी कम लगता है। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में पांच, वाराणसी में पांच और इज्जतनगर में एक सहित कुल 11 डेमू तथा बलिया-वाराणसी सिटी के बीच मेमू ट्रेन चल रही है।

दस को गोरखपुर से कोलकाता जाएगी ईद स्पेशल एक्सप्रेस

यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन ने गोरखपुर से कोलकाता के बीच एक जोड़ी ईद स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की घोषणा की है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार 03131-03132 नंबर की ट्रेन सिर्फ एक फेरा में चलाई जाएगी। इस ट्रेन में साधारण श्रेणी के सात, शयनयान श्रेणी के पांच और एसी थर्ड टियर के तीन कोच लगाए जाएंगे।

- 03131 नंबर की ट्रेन नौ जून को कोलकाता से रात 11.55 बजे से रवाना होगी। यह ट्रेन दुर्गापुर, आसनसोल, जसीडीह, बरौनी, हाजीपुर छपरा और सिवान के रास्ते दूसरे दिन शाम 5.30 बजे गोरखपुर पहुंचेगी।

- 03132 नंबर की ट्रेन दस जून को गोरखपुर से रात 7.05 बजे से रवाना होगी। यह ट्रेन भटनी से 8.15 बजे से, सिवान से 9.15 बजे से छूटकर छपरा, हाजीपुर, बरौनी, जसीडीह, आसनसोल और दुर्गापुर के रास्ते दूसरे दिन दोपहर 1.15 बजे कोलकाता पहुंचेगी।

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