गोरखपुर रेलवे से 1.1 करोड़ की वसूली, सात साल बाद वाणिज्य कर विभाग को मिली रकम Gorakhpur News
पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा वित्तीय वर्ष 2012-13 में प्रांत के बाहर से 180181397 एवं वर्ष 2014-15 में 162329285 मूल्य के लौह उपकरणों कल पुर्जों का आयात किया गया था। जिस पर प्रवेश कर दर से क्रमश 9292250 एवं रुपये 1623293 का करारोपण किया गया था।
गोरखपुर, जेएनएन। वाणिज्य कर विभाग ने पूर्वोत्तर रेलवे से एक करोड़ एक लाख 84 हजार रुपये की प्रवेश कर की वसूली की है। यह कर उप्र प्रवेश कर अधिनियम 2007 के अंतर्गत विभिन्न विभागों द्वारा प्रांत के बाहर से आयात किए जाने वाले लोहे के कलपुर्जे व उपकरणों के एवज में ली गई है।
उप आयुक्त कर वसूली वाणिज्य कर डा.श्याम धर तिवारी ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा वित्तीय वर्ष 2012-13 में प्रांत के बाहर से 180181397 एवं वर्ष 2014-15 में 162329285 मूल्य के लौह उपकरणों, कल पुर्जों का आयात किया गया था। जिस पर प्रवेश कर दर से क्रमश: 9292250 एवं रुपये 1623293 का करारोपण किया गया था। वर्ष 2012-13 में रेलवे द्वारा पूर्व में रुपये 730776 देयता स्वीकार करते हुए जमा किया गया था।
उन्होंने बताया कि विगत कई माह के प्रयास व पूर्वोत्तर रेलवे के सहायक वित्तीय सलाहकार व लेखाधिकारी रवींद्र पांडेय, नरेंद्र नाथ पांडेय के तकनीकी सहयोग से वित्तीय वर्ष 2012-13 के अवशेष प्रवेश कर 8561474 एवं वित्तीय वर्ष 2014-15 के कर 1623293 यानी कुल धनराशि 10184767 का चेक गत 31 मार्च को रेलवे के मुख्य कोषाधिकारी सुशील कुमार मिश्र द्वारा उपलब्ध कराया गया।
बिलिंग एजेंसी पर 44.78 लाख जुर्माना
गोरखपुर मंडल के चारो जिलों के 50 हजार से ज्यादा बिजली कनेक्शन पर औसत बिल बनाने के मामले में निगम ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्य अभियंता देवेंद्र सिंह ने बिलिंग एजेंसी बिजनेस कंसल्टिंग एंड आइटी सोल्यूशंस (बीसीआइटीएस) पर 44 लाख 78 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। मुख्य अभियंता ने बताया कि बिलिंग एजेंसी ने तीन महीने का बिल बनाने के मद में छह करोड़ रुपये के भुगतान के लिए आवेदन किया था। बिल की जांच कराई गई तो 50 हजार से ज्यादा कनेक्शन पर औसत बिल मिले। इसकी जानकारी प्रबंध निदेशक को भी दे दी गई है।